हजारीबाग: मुस्लिम युवक को जबरन राखी बंधवाने के बाद हिंदू मां-बेटी ने छोड़ा गांव, फूफा के घर लिया शरण

हजारीबाग जिले के बड़कागांव पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत सिरमा गांव में मुस्लिम युवकों को जबरन राखी बंधवाने के बाद नाबालिग पीडि़ता, बहन और उनकी विधवा मां ने गांव छोड़ दिया है। घर पर ताला लटका है। पूरा परिवार बड़कागांव के नापोखुर्द पंचायत अंतर्गत बरवनिया गांव में अपने फूफा हीरालाल साव के घर रह रहा है।

हजारीबाग: मुस्लिम युवक को जबरन राखी बंधवाने के बाद हिंदू मां-बेटी ने छोड़ा गांव, फूफा के घर लिया शरण

हजारीबाग। हजारीबाग जिले के बड़कागांव पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत सिरमा गांव में मुस्लिम युवकों को जबरन राखी बंधवाने के बाद नाबालिग पीडि़ता, बहन और उनकी विधवा मां ने गांव छोड़ दिया है। घर पर ताला लटका है। पूरा परिवार बड़कागांव के नापोखुर्द पंचायत अंतर्गत बरवनिया गांव में अपने फूफा हीरालाल साव के घर रह रहा है।

यह भी पढ़ें:पटना: हाथ में तिरंगा लिए शिक्षक अभ्यर्थी को लाठी पीटने वाले ADM पर होगी कार्रवाई? जांच शुरू
 घटना के बाद भयभीत पीडि़ता ने स्कूल जाना भी बंद कर दिया है। बाल संरक्षण समिति की टीम ने मंगलवार को पीडि़ता और स्वजनों से मुलाकात की। पीडि़ता ने कहा कि उस पर घटना के बाद ही केस को उठाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। उसने कहा कि जब तक सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे गांव नहीं लौटेंगी। प्रशासन ने इन्हें सुरक्षा मुहैया कराई है, बावजूद परिवार खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा। बाल संरक्षण पदाधिकारी संजय कुमार ने प्रशासन को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के साथ ही कहा है कि सुनिश्चित करें कि नाबालिग की पढ़ाई बाधित न हो।

आरोपित मुखिया पुत्र वसीम ने किया सरेंडर

वहीं इस घटना के मुख्य आरोपित मुखिया पुत्र मो. वसीम अंसारी ने मंगलवार को दोपहर बाद पोस्को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। मामले में दो आरोपितों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। में छह नामजद और 10 अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया था। विवाद के बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आरोपित के परिजनों पर भी दबाव बनाया था। सिरमा अंजुमन सेक्रेटरी प्रो. फजरुद्दीन ने कहा था कि घटना से पूरा समाज शर्मिंदा है। 24 घंटे के अंदर मुख्य आरोपितों को सरेंडर करने को कहा गया था। वहीं अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है। इनके घरों की कुर्की-जब्ती की भी तैयारी की जा रही है।

यह है मामला

पीडि़त परिवार मुस्लिम बहुल गांव सिरमा में रहता है। पीडि़ता पर आरोप लगा कि उसने पाकिस्तानी झंडा हटाया और वीडियो पोस्ट किया। 10 अगस्त को कुछ लोग पीडि़ता के घर पहुंचे और जबरन दरवाजा खुलवा कर उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। मारपीट की और घर से बाहर निकाल बारिश में उठक बैठक कराई। इसका वीडियो भी वायरल कर दिया गया। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा। पीडि़ता और उसकी मां ने थाने में आवेदन देकर मोहम्मद वसीम समेत अन्य पर मामला दर्ज करवाया। हिंदू संगठनों ने मामले का विरोध किया।  कांग्रेस एमएलए अंबा प्रसाद 21 अगस्त को पीडि़ता के घर पहुंचीं। आरोप है कि उन्होंने जबरन पीडि़ता से मुस्लिम युवकों को राखी बंधवाई। कहा, प्रशासन कब तक तुम्हारे साथ रहेगा। तुम्हें इन्हीं के साथ रहना है। इसका वीडियो जारी होने के बाद हिंदू संगठनों का विरोध और तेज हो गया है। इस घटना के बाद ही पीडि़त परिवार ने अपना घर छोड़ दिया है।

बीजेपी वाले कर रहे राजनीति : अंबा प्रसाद
कांग्रेस एमएलए अंबा प्रसाद ने कहा कि सभी समुदाय के लोग चाहे हिंदू हों या मुस्लिम, शांति से जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी के लोग एक छोटी बच्ची और उसके परिवार का दुरुपयोग कर राजनीति की रोटी सेंक रहे हैं। बड़कागांव की जनता यह समझती है।