सभी को बोलना होगा जोहार, Jharkhand में अब नहीं चलेगा नमस्कार, प्रणाम, सत श्री अकाल: हेमंत सोरेन  

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड में अब सभी को जोहार बोलना होगा। जोहार आदिवासी संस्कृति और परंपरा से जुड़ा हुआ है। झारखंड में सभी को अभिवादन करते समय जोहार बोलना होगा। इसके लिए सभी प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है। झारखंड में नमस्कार, प्रणाम, सत श्री अकाल नहीं चलेगा। सभी की अपनी संस्कृति होती है। हमारी आदिवासी संस्कृति में जोहार महत्वपूर्ण है।

सभी को बोलना होगा जोहार, Jharkhand में अब नहीं चलेगा नमस्कार, प्रणाम, सत श्री अकाल: हेमंत सोरेन  
चाईबासा। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड में अब सभी को जोहार बोलना होगा। जोहार आदिवासी संस्कृति और परंपरा से जुड़ा हुआ है। झारखंड में सभी को अभिवादन करते समय जोहार बोलना होगा। इसके लिए सभी प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है। झारखंड में नमस्कार, प्रणाम, सत श्री अकाल नहीं चलेगा। सभी की अपनी संस्कृति होती है। हमारी आदिवासी संस्कृति में जोहार महत्वपूर्ण है। खतियानी जोहार यात्रा कार्यक्रम मंगलवार को चाईबासा के खूंटकट्टी मैदान में कोल्हानवासियों संबोधित कर रहे थे। 

जेलों में सबसे अधिक आदिवासी लेकिन एक भी जज आदिवासी नहीं
उन्होंने आगे कहा कि देश में सर्वोच्च पद पर एक भी आदिवासी जज नहीं है। बड़े वकील नहीं हैं तो हम आदिवासियों को इंसाफ कौन दिलायेगा। आप लोगों को मैं यह बता दूं कि वर्तमान में देश की जेलों में सबसे अधिक आदिवासी व दलित ही बंद हैं। विपक्ष आदिवासियों को आपस में लड़ाने में लगी हुई है। जहां लड़ाई-झगड़े होते हैं, वहीं बीजेपी सरकार बनाती है। यहां के लोगों को इसको समझना होगा और अपने राज्य को अमन-चैन के साथ रखना होगा।
अनाज वितरण के लिए भी तय होंगे दिन
उन्होंने कहा कि सरकार सर्वजन पेंशन योजना के तहत सभी जरूरतमंदों को पेंशन देने का काम कर रही है। अब पेंशन के लिए कोई दलाली नहीं कर सकता। हर महीने पांच तारीख को सभी के खाते में पेंशन चली जाती है। इसी तरह आने वाले समय में अनाज के लिए भी सरकार दिन तय करेगी, जिससे गरीबों को समय पर अनाज मिल सके।
बाहरी लिट्टी चोखा बेचकर बन गये अमीर, आदिवासी आज भी गरीब 
सीएम ने कहा कि बाहर से झारखंड में आकर लिट्टी-चोखा व गुपचुप बेचने वाले दो तल्ला मकान बना रहे हैं जबकि यहां के आदिवासी-मूलवासी आज भी गरीब हैं। हमने स्थानीय नीति बनायी तो यूपी-बिहार के लोगों ने मिलकर कोर्ट में इसे खारिज करा दिया। इन लोगों एक आदिवासी युवक रमेश हांसदा को अपने साथ मिलाकर षड्यंत्र के तहत कोर्ट से स्थानीय नीति को निरस्त करा दिया लेकिन हम भी रुकने वाले नहीं हैं। ऐसा जाल बुन रहे हैं, जिसे बाहरी लोग पार ही नहीं कर पायेंगे।
 FCI के भरोसे न रहें, बाजार से अनाज खरीदकर गरीबों में बांटे
सीएम ने कहा कि BJP ने रघुवर दास के शासन काल में 11 लाख लोगों के राशन कार्ड खत्म कर दिये थे। हमने PM से बोला था कि झारखंड में गरीबी है। राशन कार्ड की संख्या बढ़ायी जाये लेकिन उन्होंने नहीं सुना। फिर हमने 20 लाख राशन कार्ड बनवा दिये। सेंट्रल से हमने कहा कि गरीबों को एफसीआई से अनाज दिया जाये मगर इंडिया गवर्नमेंट ने वो अनाज भी नहीं दिया। हमने अपने अफसरों से कहा है कि एफसीआई का भरोसा नहीं करें। बाजार से राशन खरीदें और बांटे।
जो 1932 का खतियान मानेगा, वही झारखंड पर करेगा राज
 हेमंत सोरेन ने कोल्हानवासियों संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि जो 1932 का खतियान मानेगा, वही झारखंड पर राज करेगा। कुछ लोग कह रहे हैं कि खतियान का आधार 1932 मानेंगे तो झारखंड जल जायेगा, हम देखते हैं कि कौन इसे नहीं मानता है।
 राज्य बनाने के लिए हर गांव में हुआ जलियावाला बाग कांड
मुख्यमंत्री ने खतियानी जोहार यात्रा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड को अलग राज्य बनाने के लिए 20 साल पहले जब गुरुजी शिबू सोरेन ने बोला था, तब बाहरी बोलते थे कि आदिवासी क्या अलग राज्य बनायेंगे। यहां के आदिवासियों व मूलवासियों ने 30-35 साल की लंबी लड़ाई लड़ी। इसमें कई महिलाएं विधवा हो गयीं और कई बच्चे अनाथ हो गये। उस दौरान झारखंड के हर गांव में जालियांवाला बाग की तरह कांड हुआ। कई आदिवासियों मारा-पीटा गया। कई मरे और कई जेल भी गये।
बीजेपी के राज में दलितों और आदिवासियों पर हुए अत्याचार
दिशोम गुरू शिबू सोरेन ने जंगल, पहाड और नदी में घूम-घूम कर लक्ष्य को मंजिल तक पहुंचाया लेकिन किस्मत ऐसी कि दूसरी पार्टी ने झारखंड पर कब्जा जमा लिया और 20 सालों तक राज किया। इस दौरान उन्होंने राज्य को आगे बढ़ाने के बजाय पीछे धकेल दिया। वहीं दलित और आदिवासियों का अत्याचार पर अत्याचार होता रहा।
बीजेपी के कार्यकाल में मचा था राज्य में हाहाकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में हमने भी कमर कस ली और राज्य के कोने-कोने तक पहुंच गये। उस दौरान अपने हक और अधिकार के लिये चारों ओर हाहाकार मचा था। हक के लिए सड़क पर उतरने वाले पारा शिक्षक, आंगनबाड़ी सेविकाओं पर लाठियां बरसायी जा रही थी।
ED,CBI का दुरुपयोग कर रही सेंट्रल
सीएम ने कहा कि कड़ी मेहनत के बाद जब हमारी सरकार बनी तो कम समय में हमने ज्यादा काम कर दिखाया। मेरे द्वारा किया गया काम भाजपा को हजम नहीं हो रही है। उसके पेट में दर्द हो रहा है। वे अब ED और CBI जैसी बाहरी एजेंसियों का दुरुपयोग कर हमें परेशान करने के लिये दौड़ाने व डराने का काम कर रहे हैं। सरकार को अस्थिर करने में लगे हैं।
बीजेपी राज में अफसरों ने छीने जनता के अधिकार
सीएम ने कहा कि बीजेपी के कार्यकाल में 20 साल तक अफसरों ने एयरकंडिशनर रूम में बैठक कर काम किया। सरकार के इशारे पर जनता के हक और अधिकार को चुराने का काम किया। नतीजतन दूसरे राज्य आगे बढ़ते गये और हमारे राज्य को पीछे धकेला गया। अब हमने ऐसी लकीर खिंची है कि जिसको मिटाने के लिये सात बार जन्म लेना पड़ेगा।
सेंट्रल के वनाधिकार कानून झारखंड में नहीं होंगे लागू
सीएम सोरेन ने कहा कि केंद्र ने वन अधिकार कानून बदल दिया। ग्राम सभा की शक्ति को छीनने का काम किया है। केंद्र सरकार के वनाधिकार कानून को यहां नहीं चलने दिया जायेगा। झारखंड में बिना ग्राम सभा की अनुमति के जंगल में किसी प्रकार की कोई गतिविधि नहीं करने दी जायेगी। जल, जंगल, जमीन पर यहां के लोगों का ही अधिकार रहेगा।