Dhanbad:टाटा स्टील फाउंडेशन ने दो ब्लॉकों में बांटी 2200 मच्छरदानी 

टाटा स्टील फाउंडेशन (टीएसएफ) ने धनबाद जिला स्वास्थ्य अधिकारियों और राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के सहयोग से अलग अलग स्थानों में कार्यक्रमों का आयोजन किया। धनबाद के दो ब्लॉकों बाघमारा और तोपचांची ब्लॉक में 2,200 मच्छरदानी वितरित करके विश्व मलेरिया दिवस मनाया।

Dhanbad:टाटा स्टील फाउंडेशन ने दो ब्लॉकों में बांटी 2200 मच्छरदानी 

धनबाद। टाटा स्टील फाउंडेशन (टीएसएफ) ने धनबाद जिला स्वास्थ्य अधिकारियों और राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के सहयोग से अलग अलग स्थानों में कार्यक्रमों का आयोजन किया। धनबाद के दो ब्लॉकों बाघमारा और तोपचांची ब्लॉक में 2,200 मच्छरदानी वितरित करके विश्व मलेरिया दिवस मनाया। 

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यह पहल संचालन से जुड़े भौगोलिक क्षेत्रों में सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए फाउंडेशन की समग्र रणनीति के अनुरूप है। इस आयोजन का विषय है – टाइम टू डिलिवर जीरो मलेरिया: इन्वेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट – जो टाटा स्टील फाउंडेशन की प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जो स्वस्थ समुदायों का निर्माण करता है और मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, जापानी एन्सेफलाइटिस जैसी मच्छर जनित बीमारियों से जुड़ें मुद्दे को संबोधित करता है। यह एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा है और समुदायों में मृत्यु और बीमारी का कारण बना हुआ है।
इस अवसर से प्रेरणा लेते हुए, चीफ गेस्ट डॉ आलोक विश्वकर्मा, सिविल सर्जन, धनबाद ने मलेरिया और अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के बारे में समुदाय के बीच जागरूकता पैदा करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस नेक काम में योगदान देने के लिए टाटा स्टील फाउंडेशन को अपनी शुभकामनाएं दीं। मयंक शेखर, चीफ सिजुआ ग्रुप, झरिया डिवीजन, टाटा स्टील ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “हम अपने परिचालन क्षेत्रों में और उसके आसपास स्वस्थ समुदाय के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह कदम ब्लॉकों को मलेरिया मुक्त बनाने की दिशा में हमारे प्रयासों का प्रमाण है।”गर्भवती महिलाओं और ज्यादा उम्र के व्यक्तियों जैसे कमजोर समूहों को मलेरिया से मृत्यु दर का सबसे बड़ा खतरा होता है। टाटा स्टील फाउंडेशन के वेक्टर-बॉर्न डिजीज (वीबीडी) नियंत्रण कार्यक्रम के तहत रणनीतियों में से एक मानव-मच्छर संपर्क को कम करना है। मच्छरों के काटने और मच्छरों से होने वाली बीमारियों से इंसानों को बचाने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल एक प्रभावी तरीका है।
इस अवसर पर उपस्थित अन्य लोगों में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ सुनील कुमार, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी (पीएचसी तोपचांची), डॉ श्वेता गुंजन, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पीएचसी तोपचांची, डॉ ए के सिंह, बीडीओ (तोपचांची), राजेश एक्का, प्रखंड विकास अधिकारी (तोपचांची), राजेश कुमार, यूनिट लीड, टाटा स्टील फाउंडेशन और टीम के अन्य सदस्य शामिल थे।