धनबाद:मास्क-अप कैम्पेन,27 व्यक्तियों को लाया गया कोविड सेंसीटाईजेशन कैम्प

डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा जिले में *मास्क-अप कैंपेन* अभियान चलाया जा रहा है।

धनबाद:मास्क-अप कैम्पेन,27 व्यक्तियों को लाया गया कोविड सेंसीटाईजेशन कैम्प
  • एडीएम लॉ एंड आर्डर कर रहे हैं अभियान की निगरानी
  • कोविड समुचित व्यवहार के अनुपालन करने की अपील

धनबाद। डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा जिले में *मास्क-अप कैंपेन* अभियान चलाया जा रहा है।

इस संबंध में डीसी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के उचित प्रबंधन तथा इसके फैलाव को रोकने के लिए सभी के सहयोग से आवश्यक उपाय सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मास्क का प्रयोग करने एवं सामाजिक दूरी का पालन करने हेतु भारत सरकार, झारखंड सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा बारंबार सभी नागरिकों को निर्देशित किया गया है। परंतु जिला अंतर्गत विगत दिनों में आमजनों के बीच भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का प्रयोग न करने एवं सामाजिक दूरी का पालन न करने की सूचना प्राप्त हो रही है। इससे संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ सकता है।

इसी क्रम में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद द्वारा *कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर* की जानकारी को आमजन तक पहुंचाने एवं जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सोमवार, 16 अगस्त से *मास्क अप कैंपेन* अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के सीनीयर नोडल अफसर, एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) ने बताया कि इस अभियान के दौरान मंगलवार को भूली, बैंक मोड़, पुराना बाजार, नया बाजार, रेलवे स्टेशन, ओजोन प्लाजा, शक्ति मंदिर, सरायढेला, बिग बाजार, स्टील गेट, हीरापुर, सिटी सेंटर तथा गोविंदपुर के भीड़ भाड़ वाले स्थलों पर फ्लाइंग स्क्वायड की टीम द्वारा बिना मास्क लगायें एवं सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे लोगों को जागरूक किया गया। इसके बावजूद भी कुछ नागरिकों द्वारा इसका अनुपालन नहीं करने पर उन्हें बस के माध्यम से जैप-3 कैंप स्थित कोविड सेंसीटाईजेशन कैंप में लाया गया।

अभियान के नोडल एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी ने बताया कि आज कुल 27 व्यक्तियों को कोविड सेंसीटाईजेशन कैम्प में लाया गया। कैंप में सभी लोगों की कोविड जांच कराई गई। तत्पश्चात उन्हें जागरूकता से संबंधित फीचर फिल्म दिखाया गया। उन्होंने बताया कि सभी व्यक्तियों हेतु कैम्प में जलपान का प्रबंध किया गया है। अपराह्न चार बजे बांड भरवाने के पश्चात सभी को छोड़ दिया गया।