धनबाद: जनता मजदूर संघ कुंती गुट ही असली, झारखंड गवर्नमेंट ने दी मान्यता: सिद्धार्थ गौतम

जनता मजदूर संघ पर कब्जे को लेकर कुंती सिंह गुट और बच्चा सिंह गुट के बीच चल रही असली-नकली की लड़ाई में सिंह मैंशन को एक और कानूनी जीत मिल गयी है। झारखंड गवर्नमेंट के रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट जनता मजदूर संघ कुंती गुट को मान्यता दी है।

धनबाद: जनता मजदूर संघ कुंती गुट ही असली, झारखंड गवर्नमेंट ने दी मान्यता: सिद्धार्थ गौतम
  • संगठन का नाम दुरुपयोग करने वाले बच्चा गुट के खिलाफ कानूनी की चेतावनी
  • हाईकोर्ट में देंगे चुनौती : बच्चा सिंह

धनबाद। जनता मजदूर संघ पर कब्जे को लेकर कुंती सिंह गुट और बच्चा सिंह गुट के बीच चल रही असली-नकली की लड़ाई में सिंह मैंशन को एक और कानूनी जीत मिल गयी है। झारखंड गवर्नमेंट के रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट जनता मजदूर संघ कुंती गुट को मान्यता दी है।

मनीष ने दी यूनयिन के मान्यता की जानकारी
जनता मजदूर संघ कुंती गुट के संयुक्त महामंत्री सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह ने कहा है कि उनके मजदूर संघ के नाम, लोगो और लेटर पैड का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। बच्चा सिंह और उनके लोग जनता मजदूर संघ के नाम का इस्तेमाल करेंगे तो जेल भेजेंगे। 

सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह ने मंगलवार को कुंती निवास में प्रेस कांफ्रेस कर संघ पर कानूनी विजय की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निबंधन विभाग झारखंड सरकार ने उन्हें मान्यता दी है। बिहार के जमाने में रजिस्टर्ड मजदूर संघों के रजिस्ट्रेशन के लिए झारखंड सरकार ने 31 अक्टूबर, 2019 तक का समय दिया था। बच्चा गुट ने निबंधन के लिए आवेदन नहीं दिया। कुंती गुट की ओर से दिया गया था। निबंधन झारखंड सरकार ने 16 जुलाई, 2021 को जनता मजदूर संघ को मान्यता प्रदान की है।

जेल भेजने की चेतावनी

सिद्धार्थ गौतम ने कहा कि अब कुंती गुट और बच्चा गुट नहीं चलेगा। अब सिर्फ जनता मजदूर संघ है। उन्होंने कहा कि 15 वर्ष पहले संघ से निष्कासित अध्यक्ष बच्चा सिंह व उनका कुनबा जनता मजदूर संघ के नाम पर अपनी दुकानदारी बंद करे वरना मजदूर संघ के नाम का इस्तेमाल करने पर बच्चा सिंह पर मुकदमा करेंगे। अब बच्चा सिंह या उनका कोई भी व्यक्ति हमारे संघ के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। अगर करेगा तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करायेंगे।कानूनी कार्रवाई की जायेगी।

सरकार से 16 जुलाई को हुआ निबंधन

उन्होंने बताया कि बिहार के जमाने में पंजीकृत जनता मजदूर संघ समेत 980 मजदूर संघों का निबंधन बिहार सरकार ने कैंसिल कर दिया था। इन सभी मजदूर संघों को झारखंड सरकार ने 31 अक्तूबर, 2019 तक निबंधन कराने का समय दिया था। बच्चा गुट ने निबंधन के लिए कोई आवेदन नहीं किया, जबकि कुंती गुट की ओर से निबंधन का आवेदन दिया गया था। बच्चा सिंह ने नौ जून 2020 को संघ के निबंधन पर आपत्ति जतायी थी. लेकिन निबंधन के विरुद्ध समर्पित आपत्ति का कोई औचित्य प्रतीत नहीं होने के कारण निबंधन (श्रमिक संघ) द्वारा बीते 16 जुलाई को जनता मजदूर संघ (कुंती गुट) को मान्यता प्रदान कर दी गयी।

हाईकोर्ट में देंगे चुनौती : बच्चा सिंह
झारखंड सरकार के निबंधन विभाग द्वारा जनता मजदूर संघ (कुंती गुट) को मान्यता दिये जाने के बाद एक्स मिनिस्टर बच्चा सिंह ने कहा कि मजदूरों का जिन्हें समर्थन मिलेगा, वही संगठन चलायेगा। निबंधन मामले पर कानूनी सलाह ली जा रही है। रजिस्ट्रार के ऊपर सक्षम न्यायालय है। निबंधक श्रमिक संघ के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी जायेगी। संगठन अपना काम करता रहेगा। किसी के कहने मात्र से कुछ नहीं होता है।

क्या है मामला
जनता मजदूर संघ एक जमाने में धनबाद का सबसे बड़ा मजदूर संघ था। झरिया के बहुचर्चित एमएलए सूरजदेव सिंह ने जनता मजदूर संघ की स्थापना थी। सूरजदेव सिंह के निधन के बाद डेढ़ दशक पहले सिंह मेंशन परिवार में विवाद हुआ। इसके बाद उनके अनुज एक्स मिनिस्टर  बच्चा सिंह ने अलग राजनीति शुरू की। दूसरी तरफ सूरजदेव सिंह की वाइफ और झरिया की एक्स एमएलए कुंती सिंह ने जनता मजदूर संघ की बागडोर अपने हाथों में ली। इसी के बाद धनबाद में जनता मजदूर संघ दो गुटों में कुंती गुट और बच्चा सिंह गुट बंट गया।  दोनों गुट खुद को असली जनता मजदूर संघ बताता है। इसके बाद कानूनी लड़ाई शुरू हुई।