धनबाद: कतरास में इलिगल कोल कारोबार में वर्चस्व को लेकर फायरिंग, पांच घायल, हंगामा

कोयला राजधानी धनबाद के कतरास कोयलांचल में बड़े पैमाने पर इलिगल कोल कारोबार धड़ल्ले से जारी है। इस काले कारोबार पर वर्चस्व लेकर मारपीट व हिंसक झड़प भी हो रहे हैं। कतरास पुलिस स्टेशन एरिया के चैतुडीह बुधवार देर रात गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। झड़प में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

धनबाद: कतरास में इलिगल कोल कारोबार में वर्चस्व को लेकर फायरिंग, पांच घायल, हंगामा
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के कतरास कोयलांचल में बड़े पैमाने पर इलिगल कोल कारोबार धड़ल्ले से जारी है। इस काले कारोबार पर वर्चस्व लेकर मारपीट व हिंसक झड़प भी हो रहे हैं। कतरास पुलिस स्टेशन एरिया के चैतुडीह बुधवार देर रात गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। झड़प में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
फायरिंग व मारपीट से आक्रोशित लोगों ने कतरास पुलिस स्टेशन का घेराव किया। पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये। पुलिस कई लोगो को कस्टडी में में लेकर दबाव बनाने की कोशिश की है। चैतूडीह में लंबे समय से बड़े पैमाने पर इलिगल कोल कारोबार का संचालन हो रहा है। चौहान और उसके गुर्गों के संरक्षण पर 10 से 12 ट्रोक इलिगल कोल निकाला जा रहा है। इलिगल कोल कारोबार का विरोध करने पर चौहान एंड कंपनी ने जमकर फायरिंग की। ग्रामीणों के साथ मारपीट की। संघर्ष में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सभी का इलाज लोकल हॉस्पिटल में चल रहा है। इलिगल कारोबार को बंद करने और इस खूनी संघर्ष पर लगाम लगाने की मांग को लेकर लकड़का के ग्रामीणों ने कतरास पुलिस स्टेशन का घेराव किया। 
पुलिस स्टेशन के सामने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन, पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी
पुलिस स्टेशन के सामने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित ग्रामीणों इस दौरान पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये। ग्रामीणों के उग्र रूप को देखते हुए देर रात पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को कस्टडी में ले लिया। पुलिस स्टेशन का घेराव कर रही ग्रामीण महिला अनिता देवी ने कहा कि पुलिस इलिगल कारोबार नहीं रोक रही है। दिखावे के लिये दो चार बोरा जब्त करती है। इलिगल कोल कारोबार का विरोध में आवाज उठाने पर पुलिस ग्रामीणों पर ही लाठी तान देती है। मारपीट घायल अजय सिंह और मुश्ताक ने कहा कि चैतूडीह में गुंडा राज चल रहा है। इलिगल कोल का कारोबार करने वाले विशिष्ट चौहान और उसके गुर्गे ग्रामीणों के साथ मारपीट करते हैं। बंदूक का भय दिखाते हैं। उन्होंने बताया कि छठ पूजा का प्रसाद खाने जा रहे लोगों के साथ मारपीट की गई। एक कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
पुलिस का दावा नहीं चली है गोली
 वहीं कतरास थाना प्रभारी रणधीर सिंह का कहना है कि गोली नहीं चली है। दो पक्षों में मारपीट हुई है। घायलों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। लिखित कंपलेन मिलने पर कार्रवाई की जायेगी।ग्रामीणों का आरोप है कि इससे दो दिन पहले भी चैतूडीह में खूनी इलिगल कोल कारोबार को लेकर झड़प हुआ था। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं पुलिस का कहना है कि दो दिन पहले जो मारपीट हुई उसकी सूचना पूलिस को नहीं है।