धनबाद: ECL की कापासारा आउटसोर्सिंग में एमएलए अर्पणा के देवर और एमसीसी समर्थकों में भिड़ंत

इसीएल मुगमा एरिया के कापासारा आउटसोर्सिंग में एमपीएल के कोयला लोडिंग में वर्चस्व और रंगदारी को लेकर जमसं (बच्चा गुट) और मासस समर्थकों के बीच चल रहा विवाद और बढ़ गया है। जेएमएस (बच्चा गुट) के समर्थन में निरसा के  बीजेपी एमएलए अपर्णा सेनगुप्ता के देवर गौतम सेनगुप्ता व बेरोजगार ग्रामीण एकता मंच के आने के बाद कापासारा आउटसोर्सिंग में मासस कमजोर पड़ने लगा है। 

धनबाद: ECL की कापासारा आउटसोर्सिंग में एमएलए अर्पणा के देवर और एमसीसी समर्थकों में भिड़ंत
  • एमपीएल के कोयला लोडिंग में वर्चस्व और रंगदारी को लेकर विवाद सं घंटो ठप रही ट्रांसपोर्टिग
  • दोनों पक्ष की महिला समर्थक भी भिड़ीं

धनबाद। इसीएल मुगमा एरिया के कापासारा आउटसोर्सिंग में एमपीएल के कोयला लोडिंग में वर्चस्व और रंगदारी को लेकर जमसं (बच्चा गुट) और मासस समर्थकों के बीच चल रहा विवाद और बढ़ गया है। जेएमएस (बच्चा गुट) के समर्थन में निरसा के  बीजेपी एमएलए अपर्णा सेनगुप्ता के देवर गौतम सेनगुप्ता व बेरोजगार ग्रामीण एकता मंच के आने के बाद कापासारा आउटसोर्सिंग में मासस कमजोर पड़ने लगा है। 

मुगमा मोड़ स्थित कांटा घर से लेकर कोलियरी तक शनिवार की सुबह आठ बजे जेएमएस और मासस समर्थकों के बीच नोकझोंक और हाथापाई हुई. इस दौरान पहुंचे निरसा एमएलए के देवर बीजेपी गौतम सेनगुप्ता के साथ भी मासस समर्थकों की भिड़ंत धक्का-मुक्की हुई। जेएमएस के समर्थन में पहुंच एटक नेत्री पिंकी मरांडी के साथ मासस महिला मोर्चा की सदस्यों की नोकझोंक हुई। इसीएल के सुरक्षा कर्मियों व डीओ धारकों ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया।

कोलियरी का रोड जाम
मासस समर्थकों से विवाद के बाद बेरोजगार ग्रामीण एकता मंच के बैनरतले जेएमएसए के अरुण सिंह, बीजेपी के गौतम सेनगुप्ता व एटक की पिंकी मरांडी के नेतृत्व में समर्थकों ने कापासारा कोलियरी रोड को जाम कर धरना शुरू कर दिया। इस कारण छह घंटे कोलियरी में ट्रांसपोर्टिंग ठप रही। ये लोग लोडिंग मजदूरों को प्रतिटन 250 रुपये देने और एमपीएल का कोयला उठाव करने देने की मांग कर रहे हैं।
बताया जाता है कि जेएमएस, बीजेपी व बेरोजगार ग्रामीण एकता मंच का शुक्रवार को कोलियरी एजेंस बीसी सिंह के साथ वार्ता विफल हो गयी।

आंदोलनकारी शनिवार की सुबह आठ बजे मुगमा मोड़ स्थित कांटा घर बंद करने पहुंचे थे। सूचना मिलते मासस के लोग भी कांटा घर पहुंचे और बंदी का विरोध किया। इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक और हाथापाई शुरू हो गयी। डीओ धारकों व अन्य लोगों ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया। इसके बाद जेएमएस, बीजेपी व एकता मंच के समर्थक कापासारा कोलियरी में रोड जाम कर धरना पर बैठ गये। यहां भी दोनों पक्षों में भिड़तं हो गयी। कोल ट्रेडर्स एसोसिएशन मुगमा के अध्यक्ष मुनी लाल मंडल, सचिव रंगबहादुर सिंह, जगन्नाथ माजी, संजय पालित, पिंटु सिंह, रमेश गिरी व अन्य ने बीजेपी के गौतम सेनगुप्ता, पिंकी मरांडी से वार्ता की। आगामी 29 अगस्त को वार्ता कर समस्या समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद धरना समाप्त हुआ।
रंगदारी में हिस्सेदारी व वर्चस्व को लेकर विवाद

कापासारा आउटसोर्सिंग में कोयला लोडिंग के नाम पर एक पक्ष द्वारा प्रतिटन 370 रुपये वसूला जाता है। इसमें प्रतिटन 170 रुपये लोडर मजदूर को दिया जाता है। शेष राशि दोनों पक्षों के बीच बांटने पर सहमति बनी थी।पिछले तीन-चार माह से दूसरे पक्ष को पैसा नहीं मिल रहा है। इसके कारण ही विवाद है।दूसरे पक्ष का कहना है कि 30 हजार टन कोयले का उठाव हुआ है, जिसका वसूला गया पैसा नहीं दिया गया।, कापासारा आउटसोर्सिंग में पांच हजार टन एमपीएल के कोयले का उठाव हो रहा है। इसमें एक पक्ष को ट्रांसपोर्टिंग कराने के नाम पैसा दिया जाता है। दूसरा पक्ष का कहना है कि ट्रक लोडिंग में दोनों पक्ष को हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।