धनबाद: जज उत्तम आनंद मौत मामले के आरोपी लखन व राहुल को दिल्ली ले गयी CBI, अहमदाबाद CFSL में होगा नार्को टेस्ट

जज उत्तम आनंद मौत मामले में आरोपी ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके साथ राहुल वर्मा को लेकर CBI टीम सोमवार की शाम दिल्ली रवाना हो गयी। नई दिल्ली के CBI ऑफिस में दोनों आरोपियों से पूछताछ होगी। हैदराबाद या अहमदाबाद के CFSL में आरोपियों का नार्को टेस्ट कराया जायेगा।

धनबाद: जज उत्तम आनंद मौत मामले के आरोपी लखन व राहुल को दिल्ली ले गयी CBI, अहमदाबाद CFSL में होगा नार्को टेस्ट
  • धनबाद जज मौत मामले में गिरफ्तार आरोपी लखन वर्मा व राहुल वर्मा

धनबाद। जज उत्तम आनंद मौत मामले में आरोपी ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके साथ राहुल वर्मा को लेकर CBI टीम सोमवार की शाम दिल्ली रवाना हो गयी। नई दिल्ली के CBI ऑफिस में दोनों आरोपियों से पूछताछ होगी। हैदराबाद या अहमदाबाद के CFSL में आरोपियों का नार्को टेस्ट कराया जायेगा।

आरोपित ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा की पहले लाई डिटेक्टर टेस्ट हुआ। अब नार्को टेस्ट और ब्रेन मैपिंग की तैयारी है। इसके लिए सीबीआइ दोनों आरोपितों को साथ में लेकर सोमवार की रात धनबाद से नई दिल्ली के लिए हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से रवाना हुई।धनबाद स्थित सीबीआइ की स्पेशल कोर्ट ने नार्को टेस्ट के लिए 10 दिनों के लिए दोनों आरोपितों को सीबीआइ रिमांड पर दिया है।

ऑटो की धक्के से 18 जुलाई को हुई थी जज उत्तम आनंद की मौत

जज उत्तम आनंद की मौत28 जुलाई की सुबह ऑटो के धक्के हुई थी। वह घर से सुबह की मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर 5: 8 मिनट पर एक ऑटो ने धक्का मार दिया। हॉस्पीटल जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। घटना का सीसीटीवी फुटेज देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि यह हादसा नहीं मर्डर है। जज को जानबूझकर धक्का मारा गया। इस घटना को सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया। झारखंड सरकार की अनुशंसा पर मामले की जांच की जिम्मेवारी सीबीआइ को दी गई है।

20 दिन बाद भी नतीजा सिफर

28 जुलाई को जिला एवं सत्र न्यायाधीश की मौत के बाद यह सवाल उठा कि यह हादसा है या साजिश। पहले झारखंड सरकार द्वारा गठित एसआइटी ने मामले की जांच की। इसके बाद सीबीआइ जांच कर रही है। जज को धक्का मारने वाले ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके साथ बैठा राहुल वर्मा को सीबीआइ रिमांड पर लेकर जांच कर रही है। घटना के 20 दिन बीतने के बाद कोई भी एक ऐसा एवीडेंस नहीं मिला है तो साजिश की ओर इशारा करते हों।

आरोपियों की सुराग देने वालों को पांच लाख के ईनाम की घोषणा

जज मर्डर केस की जांच कर रही सीबीआइ की टीम ने साजिश का पता लगाने के लिए पांच लाख रुपये के ईनाम की घोषणा की है। अगर किसी के पास घटना की साजिश से संबंधित कोई तथ्य या जानकारी है तो वह सीबीआइ को बता सकता है। इसके बदले सीबीआइ उसे पांच लाख रुपये का ईनाम देगी। CBI टीम ने रविवार 15 अगस्त को शहर के कई क्षेत्रों में पोस्टर लगाये हैं।