Dhanbad : आशीष रंजन ने ली अमन सिंह के मर्डर की जिम्मेवारी, कहा-मैंने उसी के दिये पिस्टल से मरवाया, ऑडियो वायरल 

कोयला राजधानी धनबाद के जेल में कुख्यात क्रिमिनल अमन सिंह की मर्डर के बाद एक ऑडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है। ऑडियो में आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह नामक व्यक्ति ने कहा कि अमन सिंह की मर्डर मैंने करवायी है।आशीष रंजन उर्फ छोटू शहर के हीरापुर जेसी मल्लिक रोड निवासी है।

Dhanbad : आशीष रंजन ने ली अमन सिंह के मर्डर की जिम्मेवारी, कहा-मैंने उसी के दिये पिस्टल से मरवाया, ऑडियो वायरल 
आशीष रंजन वअमन सिंह ((फाइल फोटो)।

धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के जेल में कुख्यात क्रिमिनल अमन सिंह की मर्डर के बाद एक ऑडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है। ऑडियो में आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह नामक व्यक्ति ने कहा कि अमन सिंह की मर्डर मैंने करवायी है। आशीष रंजन उर्फ छोटू शहर के हीरापुर जेसी मल्लिक रोड निवासी है।

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ऑडियो के माध्यम से आशीष रंजन उर्फ छोटू ने कहा कि प्लानिंग बहुत दिन से थी। उससे बात भी की। मिलकर काम करने को कहा। नहीं माना तो लड़का भेजकर अंदर मरवाये हैं। लड़का के बयान से यह क्लियर हो जायेगा। कहा कि मैंने ही उसे पिस्टल मुहैया करवायी थी। धनबाद किसी के बाप की नहीं है। अमन सिंह को बड़ा भाई मानते थे, लेकिन हमको मरवाने का सोच रहा था। मेरे बीच में कोई नहीं आये। न ही मेरे आदमियों के बीच में आए।  मुझे धनबाद के व्यवसायी से कोई मतलब नहीं है। वे अपना काम करें. लेकिन मुझे कोयला चाहिए.कोयला के बीच में जो आयेगा वह मरेगा।आशीष रंजन नाम है सबको बता दे रहे हैं।

अमन सिंह के भरोसेमंद छोटू ने कराई उसकी मर्डर
गैंगस्‍टर अमन सिंह की मर्डर की जिम्‍मेदारी उसके पुराने गुर्गे धनबाद के हीरापुर जेसी मल्लिक रोड के रहने वाले आशीष रंजन उर्फ छोटू ने ली है। छोटू किसी एक जमाने में अमन को अपना बड़ा भाई मानता था। छोटू ने एक ऑडियो जारी कर यह बात कही है।छोटू ने एक ऑडियो जारी कर कहा है कि इसकी तैयारी बहुत दिनों से कर रहा था। ऑडियो में वह दावा कर रहा कि अमन को तो कोर्ट कैंपस में पेशी के दौरान मारने की तैयारी थी, मगर उसे भनक लग गई थी।
अमन को छोटू कभी मानता था बड़ा भाई
छोटू यह भी कह रहा कि वह उसे बड़ा भाई मानता था, लेकिन कुछ पैसे के लिए उसने उसकी मर्डर करने की ठान ली थी। इसलिए मरवा दिया। जेल में उसने ही आर्म्स पहुंचाया है। जिस आदमी ने अमन की मर्डर की है, वह उसका ही नाम लेगा। धनबाद के बिजनसमैन से कोई मतलब नहीं है, मगर कोयले के बिजनसमैन में वह रहेगा।
नया बाजार के जमीन बिजनसमैन लाला मर्डर केस के बाद से फरार है आशीष
आशीष का नाम पहली बार वीर कुंवर सिंह कालोनी के जमीन कारोबारी समीर मंडल मर्डर केस में आया था। इसमें आशीष के साथ पार्टनर सतीश साव उर्फ गांधी भी था। जो इन दिनों धनबाद जेल में बंद है। इस मर्डर के बाद आशीष की गिरफ्तारी हुई थी। बेल पर बाहर आने के बाद 12 मई, 2021 को वासेपुर के जमीन कारोबारी लाला खान की गोली मारकर दिनदहाड़े मर्डर कर दी गई थी। इसमें अमन सिंह के साथ आशीष रंजन और वासेपुर के मिस्टर खान का नाम आया था। पुलिस इस कांड में आशीष रंजन उर्फ छोटू की तलाश कर ही रही थी। इस बीच कतरास निवासी पुलिस मुखबिर नीरज तिवारी की मर्डर गोली मारकर दी गई थी। इस कांड में रौनक व रोहित गुप्ता के अलावा आशीष रंजन का नाम आया था। तब से वह फरार है।
छोटू का अमन गैंग से हटने का ऑडियो हुआ था वायरल
आशीष रंजन उर्फ छोटू का एक आडियो कुछ दिन पूर्व भी वायरल हुआ था। इसमें वह कहा रहा था कि अमन सिंह गैंग से उसका अब कोई संबंध नहीं है। वह उसके गैंग को छोड़ चुका है।
अमन के हर कांड में आता था छोटू का नाम
डा. समीर कुमार से रंगदारी, किया शोरूम में बमबाजी सहित अमन के इशारे में सभी क्राइम का जब भी इंटरनेट मीडिया पर कबूलनामा आता, तो उसमें आशीष रंजन उर्फ छोटू का नाम आता था। हालांकि, इस मामले में एसएसपी संजीव कुमार ने भी कई बार खुलासा किया है कि छोटू का नाम सिर्फ क्राइम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। वह किसी अपराध में नहीं रहता है। बावजूद इसके आशीष रंजन को पुलिस गिरफ्तार करने में असफल रही।
अपनी मर्डर की आशंका जताते रहा था अमन सिंह
 गैंगस्टर अमन सिंह अपनी मर्डर की आशंका लगातार जताते रहे थे. जेल से कोर्ट में पेशी के दौरान कई बार मीडिया के समक्ष कहा था कि उनकी मर्डर की साजिश चल रही है। रंगदारी के लिए बिजनसमैन को लगातार धमकी दिये जाने के बाद जब उसे दुमका जेल भेजा गया था. उस दिन भी कैदी वैन से चिल्ला रहा था कि उसकी मर्डर हो सकती है। धनबाद के पुलिस अधिकारियों पर मर्डर की साजिश रचने का आरोप लगा रहे थे।
धनबाद जेल में बंद हैं अमन के डेढ़ दर्जन समर्थक
धनबाद पुलिस ने अमन सिंह के 96 समर्थकों को चिह्नित किया है। जब अमन पर धनबाद जेल में गोली मारी, उस समय जेल में उसके 18 समर्थक बंद थे। अमन के समर्थकों में अन्नु यादव, विकास कुमार उर्फ विकास बजरंगी, चंदन यादव, अमर रवानी, धीमन सेन गुप्ता, दिलीप यादव, गणेश गुप्ता, गौतम यादव, जावेद अख्तर ऊर्फ रिंकू, राहुल गुप्ता, राजू हाड़ी, आशीष शुक्ला उर्फ सत्यम उर्फ प्रिंस, सुशील सिंह, प्रवीण रवानी उर्फ लेदू, विजय सिंह, अरुण कुमार सिंह, चंदन यादव, गांधी उर्फ सतीश गांधी उर्फ सतीश साव ज्यूडिशियल कस्टडी में धनबाद जेल में बंद थे।

नीरज सिंह की मर्डर से पहले भी कई मर्डर करवा चुका था अमन सिंह 

विदित हो कि नीरज सिंह की मर्डर से पहले भी अमन सिंह कई मर्डर करवा चुका था। अमन सिंह गैंग ने गुजरात वालसाड के बीजेपी लीडर शैलेश पटेल की मर्डर करवाने का भी आरोपी था। सुपारी लेकर उसके गैंग के आजमगढ़ निवासी वैभव यादव व अयोध्या निवासी आशीष उर्फ सत्यम ने दो और शूटरों के साथ मिलकर शैलेश पटेल को छलनी कर दिया था। आसनसोल के बीजेपी लीडर राजू झा की मर्डर भी अमन गैंग ने ही करवाई थी। दोनों मामले में अमन गैंग ने सुपारी किलिंग की। बरवाअड्डा कुर्मीडीह निवासी राजकुमार साव की मर्डर भी एक सुपारी किलिंग थी।

आशीष रंजन चल रहा है फरार
अमन सिंह गैंग के कई गुर्गों को पुलिस ने पकड़ कर जेल भेजा है। हीरापुर जेसी मल्लिक रोड निवासी आशीष रंजन उर्फ छोटू अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। छोटू को पकड़ने की पुलिस ने लाख कोशिश की, मगर वह फरार है। आशीष रंजन पिछले ढाई वर्षों से लगातार फरार चल रहा है। उसके साथी अमर रवानी ने सरेंडर कर दिया है, मगर आशीष का पता अब तक नहीं बताया। पुलिस के लिए आशीष की गिरफ्तारी अब तक चुनौती बनी हुई है। दो दिनों पहले आशीष ने एक ऑडियो वायरल किया था, जिसमें उसने अमन सिंह के साथ होने की बात कही थी। ऑडियो में उसने कहा था कि वह कभी अमन सिंह से अलग नहीं हो सकता है। अलग होने का नाटक गद्दारों को चिन्हित करने के लिए किया था। आशीष ने कहा कि अब गद्दार चिन्हित हो गये हैं। उन्हें चुन-चुन कर मारेगा।
धनबाद के इतिहास में हुई पहली घटना, जेल के भीतर कुख्यात को गोलियों से भूना
कोयलांचल में में मर्डर तो बहुत हुई, न जाने कितनी बार खून से धरती लाल हुई। जिले के इतिहास में पहली बार जेल में बंद किसी बंदी की मर्डर हुई है। पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की मर्डर में शामिल शूटर अमन सिंह को जेल के अंदर गोलियों से छलनी कर दिया गया। इस मर्डर केस ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। साथ ही जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। अमन सिंह दूसरों की मर्डर के लिए सुपारी लेता था। अब उसके नाम की सुपारी किसने दी। जेल के अंदर पिस्टल कैसे गया के साथ ही कई सवाल के उत्तर मिलना बाकी है।
धनबाद जेल में कैदियों को काबू करने के लिए पुलिस ने भांजी लाठी
जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की मौत की घटना से अफरा-तफरी मच गयी है। वहीं जेल प्रशासन और जिला पुलिस बल जेल के अंदर कैदियों को काबू करने के प्रयास में जुटी हुई है। अंदर कैदियों को काबू करने के लिए पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी। इसके बावजूद बंदी काबू से बाहर बताये जा रहे हैं। वहीं धनबाद पुलिस ने कैदियों को काबू में लाने के लिए अतिरिक्त बल जेल के अंदर भेजा गया। जिससे जेल के अंदर की व्यवस्था को कंट्रोल किया जा सके। 
एक गोली अमन सिंह के सिर के  आरपार हो गई थी ,बायीं आंख में भी लगी थी  गोली 
उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर  धनबाद लाया गया कुख्यात गैंगस्टर व शार्प शूटर अमन सिंह एक बड़ा गैंग तैयार कर लिया था।  धनबाद जेल जेल में बंद अमन सिंह की रविवार दोपहर लगभग तीन बजे गोली मारकर मर्डर कर दी गयी। वह जेल हॉस्पिटल मे बेड पर लेटा हुआ था। हॉस्पिटल खुले में है और कोई भी उधर आ-जा सकता है। अमन सिंह जब तक कुछ समझ पाता, तबतक उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसने लगीं।  मामले में कारापाल मो. मुस्तकीम अंसारी ने विचाराधीन बंदी सुंदर महतो के खिलाफ धनबाद पुलिस स्टेशन में मर्डर की एफआइआर दर्ज करायी है। गुरुचरण महतो  का पुत्र सुंदर बोकारो जिले के चंद्रपुरा पुलिस स्टेशन एरिया के तेलो का रहने वाला है। विगत 25 नवंबर को पुलिस ने उसे बाइक चोरी के आरोप में मुनीडीह से अरेस्ट कर जेल भेजा गया था। अमन सिंह के मर्डर में प्रयुक्त पिस्टल अत्याधुनिक थी. लेकिन वह कहां गयी, उसका पता नहीं चल पाया है। धनबाद जेल के अंदर किसी बंदी को गोली मारकर मर्डर की यह पहली घटना है।

अमन मर्डर के खिलाफ एफआइआर 
जेल के कारापाल मो. मुस्तकीम अंसारी ने एफआइआर में कहा है कि 03.12.2023 को अपराह्न लगभग 250 बजे मैं मंडल कारा परिसर स्थित अपने सरकारी आवास में था, तभी मुझे कारा के अंदर कई बार धमाके की आवाज सुनाई दी। मैं तुरंत कारा के अन्दर आया तो गार्ड ने बताया कि अंदर गोली चली है। सूचना पाकर कारा का सायरन बजाया गया तथा तुरंत गेट से ही पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, धनबाद को मोबाइल के द्वारा सूचना दी। सूचना उपरांत कारा के कर्मियों के साथ कारा के अंदर जा रहा था कि गुमटी की तरफ से कक्षपाल रंजीत कुमार एवं कुछ बंदी अपने साथ बंदी अमन सिंह को बिस्तर सहित (गद्दा एवं बेड सीट) त्वरित गति से लेकर आ रहे थे। मैंने तुरंत डॉ राजीव कुमार सिंह, अतिरिक्त प्रभार, मंडल कारा, धनबाद को इस बात की सूचना दी। तत्काल ही डॉ राजीव कुमार सिंह आये तथा जांचोपरात बंदी को गंभीर रूप से जख्मी बताया तथा एम्बुलेंस बुलाकर तुरंत प्राण रक्षार्थ एसएनएमएमसीएच ले जाने की सलाह दी। एंबुलेंस बुलाकर एसएनएमएमसीएच, धनबाद की इमर्जेंसी में अमन सिंह को भर्ती कराया, चिकित्सकों ने इलाज के क्रम में उक्त बंदी को मृत घोषित कर दिया। तत्पश्चात मंडल कारा वापस आया तथा कारा में तैनात सुरक्षाकर्मियों से पूछ-ताछ प्रारंभ की.ड्यूटी में तैनात दफा इंचार्ज रजीत कुमार ने बताया कि अस्पताल वार्ड में भर्ती बंदी अमन सिंह पर गोली चलाने वाले की पहचान वह कर सकता है। तत्काल मैने दफा इंचार्ज रंजीत कुमार के बताये अनुसार वार्ड नं0-3 में प्रवेश किया। गोली चलाने वाले की पहचान उक्त सुरक्षाकर्मी द्वारा की गयी। पूछ-ताछ करने पर उसने अपना नाम सुंदर महतो बताया। ऐसा प्रतीत होता है कि अन्य बंदियों के साथ साजिश कर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है। एफआइआर में सुंदर व अन्य पर कार्रवाई की मांग की गयी है।

अमन को दो फीट की दूरी से छह- सात गोलियां मारी गयी

गैंगस्टर अमन को दो फीट की दूरी से कम से छह- सात गोलियां मारी गयीं। मौक पर ही उसकी मौत हो गयी। जेल पुलिस खून से लथपथ अमन को लेकर एसएनएमएमसीएच पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स ने जांच के बाद अमन सिंह को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर्स ने ने गोली लगने के कुछ ही देर में उसकी मौत होने की संभावना जतायी है।  कहा जा रहा है कि उसे कई  गोलियां मारी गई है. सिर में तीन गोली मारी गई है, जिसमें एक आर -पार हो गई है। पेट में भी गोली मारी गई है। बायीं आंख में भी गोली लगी है। जेल में शूटआउट के बाद पुलिस और प्रशासन जांच में जुट गया है। जैसे ही अमन सिंह की मर्डर की सूचना मिली, वैसे ही  जिला प्रशासन और पुलिस के अफसर जेल पहुंच गये। 

कोयलांचल में बड़ा क्रिमिनल गैंग बन लिया था अमन सिंह 

उत्तर प्रदेश का शार्प शूटर अमन सिंह धनबाद में क्राइम का साम्राज्य खड़ा कर लिया था। शूट ऑउट के बाद  अमन सिंह  को जेल से हॉस्पिटल ले जाया गया,जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।  संभवत अब आगे की प्रक्रिया के लिए पुलिस उसके परिवार वालों को सूचना दी है। परिवार वालों के आने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराई जायेगी। फिलहाल अमन सिंह की बॉडी एसएनएमएमसीएच में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखा गया है।
अमन की मर्डर के लिए एसी की अगुवाई में बनी टीम 
धनबाद जेल में कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की मर्डर के बाद जांच की जा रही है कि आखिर आर्म्स जेल में कैसे पंहुचा। पुलिस हर बिंदुओं पर जांच कर रही है। डीसी धनबाद जेल में गोलीबारी घटना की जांच के लिए एसी विनोद कुमार के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की है।  जांच टीम में ADM (law &order)  कमलाकांत गुप्ता और सिटी एसपी  अजीत कुमार शामिल रहेंगे।

जेल में रहते हुए उसके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हुए 
जेल में रहते हुए अमन के खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हुए थे। साक्ष्य  के अभाव में शनिवार को एक और मामले में अमन सिंह बरी  हो गया था।  यह  मामला वर्ष 2021 का है।  तेतुलमारी  पुलिस स्टेशन में रंगदारी सहित अन्य सेक्शन में केस दर्ज हुई थी। इस मामले में कई गवाह अपने पूर्व के बयान से मुकर गये। तेतुलमारी  मामले को लेकर अमन सिंह लगातार पांचवें मामले में कोर्ट से बरी हुआ था। दुमका जेल में रहते हुए पुलिस पर फायरिंग कराने  का भी उस पर आरोप था।  फायरिंग करने वाले जब धनबाद में पकड़े गए थे तो स्वीकार किया था कि अमन सिंह के कहने पर उन लोगों ने फायरिंग की थी।  अमन सिंह पर यह भी आरोप था कि जेल से ही वह गैंग चलता था।