Devghar श्रावणी मेला में भक्तों को 10 KM लाइन से मिलेगी मुक्ति, 160 करोड़ की लागत से बना रहा है 'क्यू कॉम्प्लेक्स'

झारखंड के देवघर में प्रसिद्द श्रावणी मेला में अब भक्तों को जलार्पण के लिए 10 KM लंबी लाइन में लगने से मुक्ति मिल जायेगी। इसके लिए देवघर में 160 करोड़ की लागत से खास क्यू कॉम्प्लेक्स तैयार किया जा रहा है। क्यू कॉम्प्लेक्स की क्षमता 50 हजार होगी। 

Devghar श्रावणी मेला में भक्तों को 10 KM लाइन से मिलेगी मुक्ति, 160 करोड़ की लागत से बना रहा है 'क्यू कॉम्प्लेक्स'

देवघर। झारखंड के देवघर में प्रसिद्द श्रावणी मेला में अब भक्तों को जलार्पण के लिए 10 KM लंबी लाइन में लगने से मुक्ति मिल जायेगी। इसके लिए देवघर में 160 करोड़ की लागत से खास क्यू कॉम्प्लेक्स तैयार किया जा रहा है। क्यू कॉम्प्लेक्स की क्षमता 50 हजार होगी। 

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गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे ने क्यू कॉम्प्लेक्स के दूसरे फेज के कार्य को लेकर मानसरोवर तट का निरीक्षण किया। इस दौरान एमपी ने कहा कि 160 करोड़ की लागत से क्यू कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो रहा है। निर्माण पूरा हो जाने के बाद 50 हजार तीर्थयात्रियों के क्यू के लिए यह क्यू कॉम्प्लेक्स मील का पत्थर साबित होगा। 2025 के श्रावणी मेला में भक्तों को 10 किलोमीटर लंबी कतार से मुक्ति मिल जायेगी। अब भक्तों को कुमैठा तक नहीं जाना होगा। देर रात से सड़क पर नहीं रहना होगा।  हाईकोर्ट के निर्देश पर नवयुग कंपनी अपने सीएसआर के फंड से यह कार्य आरंभ करेगी। अभी पहले फेज का काम 15 जुलाई तक पूरा हो जायेगा। श्रावणी और भादो मेला के बाद दूसरे फेज का काम शुरू होगा। सांसद ने कहा- क्यू कॉम्प्लेक्स काफी खूबसूरत होगा
बीजेपी एमपी ने कहा कि क्यू कॉम्प्लेक्स काफी खूबसूरत होगा, जो एक धरोहर होगा। नवयुग कंपनी इसमें एक्सपर्ट है। उसमें सारी सुविधाएं होंगी। विवाह, उपनयन जैसे अनुष्ठान एक साथ एक सौ स्थान पर होंगे। इसकी भी व्यवस्था यहां करेंगे। यात्रियों को और लोकल लोगों को भी बहुत राहत होगी। इसकी बनावट इतनी सुंदर होगी और फव्वारा बनेगा, जो घूमने का भी एक स्थल हो जाएगा। मानसरोवर के जल को भी संरक्षित किया जाएगा। यह एक ऐतिहासिक कार्य होगा।
मंद गति से चल रही थी 2014-15 की योजना
बताया जाता है कि 2014-15 की यह योजना है, जो काफी मंथर गति से चल रही थी। पहला फेज का काम भी अब तक चल ही रहा है। इस कार्य को गति देने और दूसरे फेज की राशि देने के लिए राज्य सरकार ने रूचि नहीं ली। सेट्रल गवर्नमेंट ने स्टेट को राशि इसलिए नहीं दिया कि उसने कार्य का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिया। इसके बाद स्टेट गवर्नमेंट ने खुद इसे करने की इच्छा जतायी, लेकिन उसमें देर होता देख एमपी निशिकांत दुबे ने झारखंड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल किया।हाई कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया कि वह कार्य को प्रस्तावित कंपनी से कॉम्प्लेक्स का कार्य कराए और कार्य की मॉनीटरिंग खुद करे। 
एमपी ने सोमवार को ने मानसरोवर तट स्थित क्यू कॉम्प्लेक्स स्थल पर नवयुग कंपनी के अफसरों के साथ पूरे प्रोजेक्ट पर बात की। स्थानीय लोग जो वहां मौजूद थे। उनलोगों ने कहा कि यह यात्री हित में बड़ा कार्य होगा।