देवघर: 10 माह के बाद बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा शुरू, अर्घा हटा, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

बाबाधाम देवघर में द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सर्वश्रेष्ठ कामनालिंग बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा मंगलवार से फिर शुरू हो गयी। 10 माह यानी 310 दिनों के बाद बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा शुरू हुई है।

देवघर: 10 माह के बाद बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा शुरू, अर्घा हटा, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

देवघर। बाबाधाम देवघर में द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सर्वश्रेष्ठ कामनालिंग बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा मंगलवार से फिर शुरू हो गयी। 10 माह यानी 310 दिनों के बाद बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा शुरू हुई है। अर्घा हटा दिया गया है। श्रद्धालुओं ने गर्भगृह में प्रवेश कर बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा किये।

वैसे तो अर्घा हटाये जाने की पूर्व में कोई घोषणा प्रशासनिक स्तर पर नहीं करायी गयी थी। जैसे ही लोगों को जानकारी हुई कि बाबा की स्पर्श पूजा शुरू हो गयी है, बाबा दरबार में भारी भीड़ जुटने लगी। दूर-दराज से बाबा वैद्यनाथ पर जलार्पण करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को जब अनायास स्पर्श करने का अवसर मिल गया तो उनके चेहरे पर नजर खुशी के भाव दिख रहा था।

पूजा शुरू कराने को लेकर राज्य सरकार से लेकर झारखंड हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक मामला ले जाने के बाद गवर्नमेंट लेवल पर सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को जलार्पण की अनुमति प्रदान की गयी थी। लेकिन जलार्पण के लिए अर्घा लगाया गया। कुछ दिनों तक अर्घा से जलार्पण के बाद से ही लगातार स्पर्श पूजा की मांग की जा रही थी। लोगों‍ ने सीएम से स्पर्श पूजा मांग की थी। दो दिन पूर्व में ही झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ. रवि कुमार के देवघर आगमन पर भी पुरोहितों ने स्पर्श पूजा शुरू कराने की मांग की थी।

25 मार्च से बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा पर थी रोक

उल्लेखनीय है कि गवर्नमेंट लेवल से कोरोना वायरस संक्रमण के कारण वर्ष 2020 की 25 मार्च से बाबा वैद्यनाथ की स्पर्श पूजा पर रोक लगा दी गयी थी। कोविड-19 के कारण लंबे समय तक बाबा दरबार में आम श्रद्धालुओं की पूजा पर भी रोक ही रही थी। कोविड के कारण ही इस वर्ष विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले का भी आयोजन भी नहीं कराया गया था। कोरोना के का्रण प्राचीन पंजीकृत भादो मेला सहित मलमास मेला का भी आयोजन बाबानगरी में इस वर्ष नहीं किया जा सका।