Covid 19 Vaccination: कोविशील्ड की दो खुराक के अंतराल अब आठ वीक किया गया, सेंट्रल ने स्टेट को लिखा पत्र

सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड की दो खुराक के बीच अंतराल को चार सप्ताह से बढ़ाकर आठ सप्ताह किया जायेगा। नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन (NTAGI) और एक्सपर्ट ग्रुप के फैसले के आधार पर यह कदम उठाया गया है।

Covid 19 Vaccination: कोविशील्ड की दो खुराक के अंतराल अब आठ वीक किया गया, सेंट्रल ने स्टेट को लिखा पत्र

नई दिल्ली सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड की दो खुराक के बीच अंतराल को चार सप्ताह से बढ़ाकर आठ सप्ताह किया जायेगा। नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन (NTAGI) और एक्सपर्ट ग्रुप के फैसले के आधार पर यह कदम उठाया गया है।

स्पेशलिस्ट ग्रुप की रिपोर्ट के आधार पर फैसला
इससे यह वैक्सीन ज्यादा कारगर रहेगी। इस संबंध में सेंट्रल गवर्नमेंट ने सभी स्टेट व यूटी को पत्र लिखा है। हेल्थ मिनिस्टरी  द्वारा जानकारी दी गई है कि NTAGI और वैक्सीनेशन एक्सपर्ट ग्रुप की ताजा रिसर्च के बाद ये फैसला लिया जा रहा है। इसका अमल स्टेटे गवर्नमेंट्स को करना है। दावा किया गया है कि अगर वैक्सीन की दूसरी डोज़ छह से आठ हफ्ते के बीच में दी जाती है, तो ये ज्यादा लाभदायक होगी। 

देश में कोरोना टीकाकरण अभियान के लिए दो वैक्सीन्स को मंजूरी मिली है। एक एसआईआ

ई द्वारा बनाई जा रही कोविशील्ड है, जबकि दूसरी वैक्सीन भारत बायोटेक की कोवैक्सीन है। अभी कोविशील्ड वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज के बीच 28 दिनों का अंतराल है, या फिर 4-6 सप्ताह का अंतराल होता है।सेंट्रल गवर्नमेंट ने एसआईआई को कोविशील्ड वैक्सीन की 10 करोड़ डोज और तैयार करने को कहा है। इसकी वजह देश में कोरोना टीकाकरण अभियान में तेजी लाना है। अभी तक एसआईआई साढ़े छह करोड़ से ज्यादा डोज सरकार को दे चुकी है। इसके अलावा, छह करोड़ से अधिक टीके की खुराक 76 देशों को भेजी जा चुकी हैं, जबकि देश में लोगों को अब तक साढ़े चार करोड़ खुराक लगाई गई हैं।
देश में मध्य जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान चल रहा है। सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को कोविड वैक्सीन लगवाई गई, जिसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगी। दूसरे फेज की शुरुआत एक मार्च से हुई है। इसके तहत अभी 60 साल से अधिक उम्र वालों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। वहीं, जिन लोगों की उम्र 45 साल से अधिक है और वे को-मॉर्बिडिटीज से पीड़ित हैं, वे भी कोरोना की वैक्सीन लगवा सकते हैं।