बिहार: रेलवे एग्जाम को लेकर कैंडिडेट्स का प्रदर्शन समाप्त, पटना के खान सर समेत छह के खिलाफ FIR

रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) एग्जाम को लेकर तीन दिनों से जारी हंगामा गुरुवार को समाप्त हो गया। कैंडिडेट्स ने रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा पूरे मामले की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी के गठन का स्वागत किया है। वहीं, रिजल्ट के विरोध में आइसा, एआइएसएफ, एनएसयूआइ, एनौस, छात्र राजद, एआइडीएसओ सहित एक दर्जन से अधिक छात्र संगठनों ने शुक्रवार को बिहार बंद का आह्वान किया है।  छात्र संगठनों के बंद के समर्थन में विभिन्न राजनीतिक दल भी सामने आ गये हैं।

बिहार: रेलवे एग्जाम को लेकर कैंडिडेट्स का प्रदर्शन समाप्त, पटना के खान सर समेत छह के खिलाफ FIR
  • आइसा एआइएसएफ एनएसयूआइ एनौस छात्र राजद एआइडीएसओ का आज बिहार बंद 

पटना। रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) एग्जाम को लेकर तीन दिनों से जारी हंगामा गुरुवार को समाप्त हो गया। कैंडिडेट्स ने रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा पूरे मामले की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी के गठन का स्वागत किया है। वहीं, रिजल्ट के विरोध में आइसा, एआइएसएफ, एनएसयूआइ, एनौस, छात्र राजद, एआइडीएसओ सहित एक दर्जन से अधिक छात्र संगठनों ने शुक्रवार को बिहार बंद का आह्वान किया है। 

गाजियाबाद:  थप्पड़ मारने पर ससुर ने रची थी बहू की मर्डर की साजिश, वाइफ, हसबैंड व बेटे को पुलिस ने किया अरेस्ट

छात्र संगठनों के बंद के समर्थन में विभिन्न राजनीतिक दल भी सामने आ गये हैं। वहीं स्टूडेंट्स को उग्र आंदोलन के लिए भड़काने के आरोप में खान सर, एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर और गोपाल वर्मा सर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। ये सभी कोचिंग क्लासेज चलाते हैं।एफआइआर में पुलिस ने नाम दिए बगैर बाजार समिति में संचालित कई कोचिंग संचालकों को भी FIR में एक्युज्ड बनाया है। पटना के डीएम डा. चंद्रशेखर सिंह व एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने गुरुवार को राजधानी के कोचिंग संचालकों के साथ बैठक की। डीएम ने कहा कि किसी निर्दोष शिक्षक को डरने की जरूरत नहीं है। निर्भय होकर शिक्षक अपना पक्ष रखें। कानून को हाथ में लेने, जनजीवन को प्रभावित करने, कानून व्यवस्था बिगाड़ने में संस्था, भीड़ या अन्य कोई भी होंगे तो उनके ऊपर कानून सम्मत कार्रवाई की जायेगी।

खान सर व छात्रों के समर्थन में आया जेडीयू, ललन सिंह बोले- FIR लिया जाए वापस
रेलवे की एग्जाम में धांधली के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों और खान सर सहित अन्य कोचिंग संस्थान के संचालकों के समर्थन में अब जेडीयू भी आ गया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि खान सर व अन्य कोचिंग संस्थान के लोग आनलाइन माध्यम से बिहार तथा देशभर के गरीब व युवाओं का भविष्य निर्माण करते हैं। रेलवे व पुलिस को इन लोगों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों को अविलंब वापस लेना चाहिए। उग्र छात्रों से भी वह शांति की अपील करते हैं। ललन सिंह ने कहा बिहार व उप्र सहित अन्य राज्यों में छात्रों का उग्र होना आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा प्रक्रिया व परिणाम के विरुद्ध प्रतिक्रिया है। रेलवे बोर्ड की गड़बड़ियों को देखने के लिए जांच कमेटी बनायी गयी है। उम्मीदवारों व छात्रों के साथ अतिशीघ्र न्याय होगा ऐसी उन्हें उम्मीद है।
आरजेडी ने कहा है कि पुलिस  शिक्षकों की जगह रेलवे भर्ती बोर्ड के अफसरों पर एफआइआर दर्ज करे। राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह ने कहा कि जब रेलमंंत्री ने भी कमी स्वीकार की है तो बिहार के सीएम नीतीश कुमार की चुप्पी समझ के परे है। उन्होंने पटना में खान सर समेत अन्य शिक्षकों और छात्रों के खिलाफ एफआइआर होने पर भी आपत्ति जाहिर की।  

संविधान में हिंसा और तोड़फोड़ का अधिकार नहीं मांझी

बिहार के एक्स सीएम व हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने कहा कि संविधान में हिंसा और तोडफोड़ का अधिकार किसी को नहीं। वैसे अब समय आ गया है जब सरकार रोजगार के विषय में बात करे,नहीं तो हालात इससे भी भयानक उत्पन्न हो सकते हैं। मांझी ने कहा कि आरआरबी एनटीपीसी के नाम पर उपद्रव में खान सर सहित शिक्षकों पर किये गये मुकदमे इस अघोषित युवा आंदोलन को और भी ज्यादा भड़का सकता है।
खान सर पहले भी रहे हैं विवादों में
खान सर का नाम इंटरनेट की दुनिया में जाना-पहचाना है। रेलवे भर्ती परीक्षा के परिणाम के विश्लेषण का उनका एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें वे कैंडिडेट्स को एग्जाम के रिजल्ट के कथित गड़बड़ी की जानकारी दे रहे हैं। साथ ही अपने हक के लिए आंदोलन करने की बात कर रहे हैं। रेलवे के खिलाफ छात्रों के बड़े आंदोलन को लेकर प्रशासन ने इस वीडियो को उकसाने वाला माना है। पुलिस ने उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। 
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पैदा हुए खान सर पटना वाले खान सर कैसे बन गये?बिहार के पटना में अपना कोचिंग सेंटर चलाने वाले खान सर इंटरनेट की दुनिया में जाना-पहचाना नाम हैं। उनके यू-ट्यूब चैनल 'खान जीएस रिसर्च सेंटर' को लगभग 1.45 करोड़ लोग फालो करते हैं। खान सर सामान्य अध्ययन व सम-सामयिक घटनाक्रम को सरल भाषा और ठेठ बिहारी अंदाज में ऐसे समझाते हैं कि छात्र उनके दीवाने हो जाते हैं। खान सर के इस यू-ट्यूब चैनल के वीडियो को लाखों व्यू मिलते हैं। उनके कई वीडियो के व्यू तो दो से तीन करोड़ तक पार कर चुके हैं।
जेल पर भी बना चुके वीडियो
खान सर का एक वीडियो जेलों को लेकर है, जो 4.4 करोड़ से ज्यादा बार देखा गया है। अब एफआइआर के बाद गिरफ्तारी होती है तो खान सर जेल का रियल टाइम अनुभव करेंगे। संभव है कि बाहर आने के बाद वे कोई नया वीडियो बना दें।उनके असली नाम पर भी सवाल उठाए जाते रहे हैं। कुछ लोग उनका नाम फैसल खान बताते हैं तो कुछ उन्हें अमित सिंह कहते हैं। इसपर एक राय नहीं है। खान सर को लेकर यह सस्पेंस उनके खिलाफ दर्ज की गई पुलिस एफआइआर में भी कायम है। खान सर कहते हैं कि उनकी पहचान नाम नहीं काम से है।

आर्मी में जाने की इच्छा रही अधूरी, बाद में बने टीचर

खान सर का जन्म दिसंबर,1993 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ था। उनके पिता Indian Army  में अफसर रहे हैं। पित अब रिटायर हो चुके हैं। बड़े भाई आर्मी में कमांडो बताये जाते हैं। बताया जाता है कि खान सर भी शिक्षा के क्षेत्र में आने के पहले आर्मी में जाना चाहते थे। उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी एग्जाम क्लीयर भी कर लिया था, लेकिन हाथ थोड़ा टेढ़ा होने के कारण उनका फाइनल सलेक्शन नहीं हो सका। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएससी और एमएससी की डिग्री हासिल की। फिर छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराने में लग गये।

खान सर का पहले भी रहता आया विवादों से नाता

खान सर का पहले भी विवादों से नाता रहा है। पहले भी वे समुदाय विशेष में ज्यादा बच्चे पैदा करने, पंक्चर बनाने तथा पाकिस्तान में फ्रांस के राजदूत को देश से निकालने आदि अपनी टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। उनके हिंदू या मुसलमान होने को लेकर भी सवाल उठाये गये हैं।