बिहार: IAS-IPS का ब्लैक मनी गब्बू सिंह ने रियल एस्टेट में लगाया, IT की रेड में दिल्ली, मुंबई, नोएडा से भी जुड़े तार

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम दूसरे दिन शनिवार को भी बिल्डर सह कंट्रेक्टर राजीव कुमार सिंह उर्फ गब्बू सिंह के विभिन्न ठिकानों पर कागजात और ब्लैक मनी की जांच में जुटी रही। इनकम टैक्स ने गब्बू और उससे जुड़े कंट्रेक्टर के पटना, दिल्ली व नोएडा स्थित 26 ठिकानों पर शुक्रवार को एक साथ रेड की। 

बिहार: IAS-IPS का ब्लैक मनी गब्बू सिंह ने रियल एस्टेट में लगाया, IT की रेड में दिल्ली, मुंबई, नोएडा से भी जुड़े तार
  • कंपनी के टर्न ओवर से कई करोड़ अधिक के कारोबार के मिले कागजात 
  • गोविंदा कंस्ट्रक्शन का टर्नओवर बताया जा रहा 155 करोड़ रुपये 
  • रांची, दिल्ली, नोएडा, मुंबई, नागपुर, गुवाहाटी में निवेश के मिले कागजात
  • निवेश की राशि व आयकर रिटर्न में दी गई जानकारी में अंतर से जुड़े सबूत किए जा रहे पुख्ता

पटना। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम दूसरे दिन शनिवार को भी बिल्डर सह कंट्रेक्टर राजीव कुमार सिंह उर्फ गब्बू सिंह के विभिन्न ठिकानों पर कागजात और ब्लैक मनी की जांच में जुटी रही। इनकम टैक्स ने गब्बू और उससे जुड़े कंट्रेक्टर के पटना, दिल्ली व नोएडा स्थित 26 ठिकानों पर शुक्रवार को एक साथ रेड की। 

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कई लोगों से हो सकती है पूछताछ
सोर्सेज का कहना है कि कई आइएएस-आइपीएस व सफेदपोश का ब्लैक मनी धन गब्बू सिंह की कंपनी गोविंदा कंस्ट्रक्शन में लगे होने के कागजात मिले हैं। इनकम टैक्स इससे जुड़े सबूत को और पुख्ता करने के लिए गब्बू सिंह से जुड़े कई लोगों से पूछताछ कर सकती है। कंपनी से कई रिटायर अफसर के जुड़े होने के भी सबूत मिले हैं। आईटी की टीमशनिवार को उनके अकाउंटेंट के घर टीम पहुंची और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त कर ली। हालांकि, आईटी के अफसर इस मामले में अधिकृत रूप से कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। चुप्पी साध लिए हैं। इनकम टैक्स को एक डीएसपी के बारे में टीम को पुख्ता प्रमाण मिले हैं। उनसे भी जल्द ही पूछताछ की जा सकती है। 
 टर्नओवर से ज्यादा का बिजनस
सोर्सेज के अनुसार, शुक्रवार को जब्त किए गए कागजात से ज्ञात हुआ कि गोविंदा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड ने टर्नओवर से ज्यादा का बिजनस किया है। कंपनी का टर्नओवर 155 करोड़ रुपये है। हालांकि, बिजनस इससे कहीं ज्यादा हुआ है। करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी की गई है। कंपनी के अफसरों से इसके बारे में जानकारी मांगी गई है। जांच टीम को 24 घंटे बाद भी कंपनी से जुड़े लोग टर्नओवर और बिजनस में अंतर के प्रमाण नहीं दे सके हैं।