बिहार: बीजेपी प्रसिडेंट संजय जायसवाल ने पूर्वी चंपारण जिले में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर उठाये सवाल, गरमाई सियासत, विपक्ष हमलावर

बीजेपी के स्टेट प्रसिडेंट डा संजय जायसवाल ने लॉ एंड ऑर्डर  की स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए सवाल उठाया है। उन्होंने मुख्य रुप से पूर्वी चंपारण जिले में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर सवाल उठाया है। जयसवाल के सवाल उठाये जाने पर विपक्ष हमलावर हो गया है। मामले में सत्ता पक्ष सफाई दे रहा है। 

बिहार: बीजेपी प्रसिडेंट संजय जायसवाल ने पूर्वी चंपारण जिले में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर उठाये सवाल, गरमाई सियासत, विपक्ष हमलावर

पटना। बीजेपी के स्टेट प्रसिडेंट डा संजय जयसवाल ने लॉ एंड ऑर्डर  की स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए सवाल उठाया है। उन्होंने मुख्य रुप से पूर्वी चंपारण जिले में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर सवाल उठाया है। जयसवाल के सवाल उठाये जाने पर विपक्ष हमलावर हो गया है। मामले में सत्ता पक्ष सफाई दे रहा है। 

पब्लिक ने बीजेपी प्रसिडेंट को बताया क्राइम का हाल

डॉ. संजय जायसवाल ने अपने फेसबुक पोस्ट में आज सुबह बेतिया से पटना की यात्रा का उल्लेख करते हुए बताया है कि रास्ते में पूर्वी चंपारण के सेमरा में पब्लिक ने रोड जाम कर दिया था। पता चला कि वहां में आये दिन चोरियां हो रही हैं। आज गांव वालों ने चोर को पकड़ने की कोशिश की तो वह अपनी बाइक छोड़कर भागने में सफल रहा। लोकल लोगों ने  तुरकौलिया थाना प्रभारी को फोन किया तो वह उल्टे गांव वालों को धमकाने लगे कि पुलिस आई तो उन्हें ही अरेस्ट करेगी।

डीजीपी से मिलकर जानकारी देंगे जायसवाल

बीजेपी प्रसिडेंट ने लिखा है कि पूर्वी चंपारण के थानों में अव्यवस्था के हालात हैं। रक्सौल से लेकर मोतिहारी तक लगातार क्राइम हो रहे हैं। मोतिहारी पुलिस प्रशासन अक्षम सिद्ध हो रहा है। उन्होंने इस संदर्भ में रक्सौल मर्डर केस का भी उल्लेख करते हुए लिखा है कि इसमें भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है।डॉ. जायसवाल ले लिखा है कि वे पटना पहुंचने पर खुद डीजीपी से मिलकर पूर्वी चंपारण की लॉ एंड ऑर्डर के बारे में बात करेंगे।

जायसवाल बयान पर गरमाई सियासत
बीजेपी प्रसिडेंट के इस बयान को विपक्ष सीएम नीतीश कुमार पर प्रेशर की पॉलिटिक्स बता रहा है। सवाल खड़ा कर रहा है कि जब उनकी ही गवर्नमेंट है तो ल़ॉ एंड ऑर्डर ठीक करने में आखिर क्या मजबूरी है?कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि बिहार में कानून का राज नहीं रहा। बीजेपी प्रसिडेंट डीजीपी से मिलने की बात करते हैं। उन्हें तो अपने सीएम नीतीश कुमार से मिलना चाहिए। बीजेपी के दो-दो डिप्टी सीएम भी हैं। उन्होंने कहा कि बिहार कानून के राज के लिए बीजेपी भी समान रूप से जिम्मेदार है। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा तेजस्वी यादव के बिहार में अपराधियों के राज की बात की पुष्टि बीजेपी प्रसिडेंट ने भी कर दी है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के पास होम डिपार्टमेंट रहने के कारण बीजेपी सोची-समझी रणनीति के तहत ऐसी बात कर रही है। बात तो सही की जा रही है, लेकिन यह प्रेशर पॉटिटिक्स भी है।

स्टेट में लॉ एंड ऑर्डर के बिगड़े हालात 
जनता के निशाने पर पहले से पुलिस की लचर रवैया है। जगह-जगह पुलिस के खिलाफ जनता सड़क पर उतर रही है। राजधानी पटना में चोरी की घटना से आहत पुलिस कर्मी की बेटी ने गुरुवार को आर ब्लॉक फ्लाइ ओवर की रोटरी से कूदकर जान दे दी। वैशाली में लोगों पुलिस की कार्यप्रणाली सवाल खड़ा करते हुए रोड जाम कर दिया। इसी तरह की घटना गत दिनों मुजफ्फरपुर-दरभंगा के बीच घटी थी। पुलिस के सीनीयर अफसरों से लेकर थानेदारों की भूमिका कठघरे में है। एसएसपी-एसपी, डीएसपी और थानेदारों के खिलाफ जनता में भारी आक्रोश है। पुलिस जन प्रतिनिधियों की बात नहीं सुन रही है।

संज्ञान में लाना एनडीए लीडरों की जबावदेही : जेडीयू

बीजेपी प्रसिडेंट द्वारा मोतिहारी में लॉ एंड ऑर्डर से जुड़े मामले पर उठाये गये सवाल पर जेडीयू प्रवक्ता डॉ. अजय आलोक ने कहा कि इससे जुड़े मसले को सरकार के संज्ञान में लाना सभी एनडीए नेताओं की जवाबदेही है। किसी तरह की गड़बड़ी या अनदेखी संज्ञान में आते ही सरकार तत्काल कार्रवाई करती है। लॉ एंड कंट्रोल करना गवर्नमेंट की प्राथमिकता में है। मोतिहारी की घटना सरकार के संज्ञान में है।

 जनप्रतिनिधि के नाते चिंता जायज: बीजेपी
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने कहा है कि प्रसिडेंट डॉ. संजय जायसवाल ने सकारात्मक रूप से एक प्रतिरोध दर्ज कराया है। घटना बेतिया संसदीय क्षेत्र की है। ऐसे में एक सांसद और जनप्रतिनिधि होने पुलिस के सीनीयर अफसरों से कंपलेन करने की बात किसी तरह से अनुचित नहीं है। पुलिस की लचर कार्यप्रणाली की वजह से निश्चित रूप से बिहार में लॉ एंड ऑर्डर में कमी आई। पर, इतना साफ है कि पहले सत्ता के माध्यम से अपराध एवं अपराधी संरक्षित होते थे। आज अपराध और अपराधियों के खिलाफ सत्ता चितिंत ही नहीं कार्रवाई करने को तत्पर है।