Bihar: सीतामढ़ी के पुनौराधाम में बनेगा माता सीता का भव्य मंदिर, अमित शाह करेंगे शिलान्यास
बिहार में सीतामढ़ी के पुनौराधाम में माता सीता का भव्य मंदिर बनने जा रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शिलान्यास करेंगे। जानिए इस ऐतिहासिक परियोजना से जुड़ी खास बातें।

- 11 नदियों के जल से रखी जाएगी मंदिर की आधारशिला
- शिलान्यास को ले पुनौराधाम में तीन दिनों उत्सव शुरु
सीतामढ़ी। बिहार की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान मिलने जा रही है। माता सीता की जन्मस्थली माने जाने वाले सीतामढ़ी जिले के पुनौराधाम में अब भव्य सीता मंदिर का निर्माण किया जायेगा। इस ऐतिहासिक मंदिर का शिलान्यास व भूमि पूजन सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह व सीएम नीतीश कुमार के हाथों आठ अगस्त को किया जायेगा। मंदिर निर्माण के लिए बिहार गवर्नमेंट ने 883 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं।
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पवित्र नदियों के जल से रखी जायेगी आधारशिला
शिलान्यास कार्यक्रम तीन दिवसीय महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। 11 पवित्र नदियों के जल से आधारशिला रखी जायेगी। मंदिर की आधारशिला 11 पवित्र नदियों के जल से रखी जायेगी। संत स्वामी दिलीप योगीराज तीर्थराज जी महाराज के नेतृत्व गंगा, यमुना, सरस्वती, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर, धौलीगंगा, लक्ष्मणा गंगा, कमला और सरयू जल एकत्र कर छह अगस्त को सीतामढ़ी ले आया गया है। मंदिर निर्माण के लिए राज्य सरकार ने 883 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं।
तीन दिवसीय महोत्सव शुरु
मंदिर के लिए अभी 12 एकड़ जमीन उपलब्ध करायी गयी है। निर्माण के लिए रामायण रिसर्च काउंसिल के अंतर्गत पहले ही ‘श्रीभगवती सीता तीर्थ क्षेत्र समिति’ का गठन हो चुका है। महंत कौशल किशोर दास के अनुसार, शिलान्यास कार्यक्रम तीन दिवसीय महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। छह अगस्त को अभिषेक और जल पूजन, सात अगस्त को वैदिक अनुष्ठान, प्रवचन और भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। आठ अगस्त को मुख्य शिलान्यास समारोह होगा। माता जानकी की सखी कमला, विमला, दुधमती, गंगा, लक्ष्मणा गंगा, उर्विजा कुंड एवं गंगाजल को कलश में आमंत्रित कर पूजन किया जायेगा। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, धार्मिक-सांस्कृतिक झांकियां, भजन संध्या और मातृ शक्ति सम्मान जैसे विशेष आयोजन भी किया जा रहा है। देशभर के संत-महात्मा समारोह के साक्षी बनेंगे।
स्थानीय लोगों में हर्ष
पुनौराधाम में मंदिर निर्माण की खबर से स्थानीय लोगों में उत्साह की लहर है। लोगों का कहना है कि यह सपना कई दशकों से देखा जा रहा था, जो अब साकार हो रहा है। लोगों का मानना है कि माता सीता का मंदिर बनने से धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक एकता और राष्ट्रभक्ति का संगम स्थापित होगा।इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, धार्मिक-सांस्कृतिक झांकियां, भजन संध्या और मातृ शक्ति सम्मान जैसे विशेष आयोजन भी होंगे। देशभर के संत-महात्मा समारोह के साक्षी बनेंगे।
कई पौराणिक धार्मिक स्थलों के दर्शन व पूजन का मिलेगा लाभ
पुनौराधाम में माता सीता का भव्य मंदिर पंचतीर्थों के दर्शन का केंद्र बनेगा। रामायण काल के कई स्थल यहां मौजूद हैं जिनमें हलेश्वर स्थान पुण्डरीक आश्रम रजत द्वार जानकी मंदिर और पंथपाकड़ धाम शामिल हैं। मंदिर निर्माण से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यह माता सीता के त्याग और साधना का प्रेरणा स्थल बनेगा।
माता सीता की जन्मस्थली पुनौराधाम में माता सीता का भव्य व दिव्य मंदिर निर्माण होने के बाद यहां पर्यटकों व तीर्थयात्रियों को पंचतीर्थ के साथ कई पौराणिक धार्मिक स्थलों के दर्शन व पूजन का लाभ मिलेगा। पुनौराधाम के साथ उनसे जुड़े स्थलों के भी दर्शन होंगे।
नेपाल से सटे सीतामढ़ी में रामायण एवं महाभारत काल के कई प्रमुख स्थल हैं। इनमें राजा जनक द्वारा स्थापित हलेश्वर स्थान महादेव मंदिर, पुनौरा स्थित पुंडरीक ऋषि आश्रम पुंडरीकेश्वर धाम, पुनौराधाम जानकी मंदिर व सीताकुंड, नगर में स्थित रजत द्वार जानकी मंदिर व उर्विजा कुंड, विवाह के बाद माता सीता की डोली का प्रथम विश्राम स्थल सह परशुराम संवाद स्थल पंथपाकड़ धाम, दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर शामिल हैं। मां जानकी जन्मस्थली पुनौराधाम के साथ मां जानकी से जुड़े स्थलों के दर्शन और पूजन सनातन धर्मावलंबियों के लिए काफी अहम स्थान रखता है।
अयोध्या की तर्ज पर सीतामढ़ी में बनेगा मां सीता का भव्य मंदिर
बिहार सरकार ने सीतामढ़ी जिले के पवित्र स्थल पुनौराधाम को अयोध्या की तर्ज पर विकसित करने की योजना को मंजूरी दे दी है। पुनौराधाम के सर्वांगीण विकास परियोजना पर लगभग 883 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। यह राशि राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, योजनाओं और विशेष निधियों से जुटाई जायेगी। परियोजना का उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना, स्थानीय रोजगार के अवसर सृजित करना और मिथिला क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय मंच पर स्थापित करना है।पुनौराधाम: जनकनंदिनी सीता का पावन जन्मस्थल
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पुनौराधाम वही स्थल है जहां माता सीता का जन्म हुआ था। यह स्थान सीतामढ़ी जिला मुख्यालय से लगभग पांच किलोमीटर दूर स्थित है और हर वर्ष हजारों श्रद्धालु यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। लेकिन लंबे समय से यहाँ एक भव्य मंदिर की कमी महसूस की जा रही थी।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मंदिर निर्माण से न केवल धार्मिक आस्था को बल मिलेगा, बल्कि बिहार के धार्मिक पर्यटन को भी एक नई दिशा मिलेगी। स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और यह क्षेत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध होगा।
निष्कर्ष
माता सीता के नाम पर बन रहा यह भव्य मंदिर न केवल बिहार की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को मजबूती देगा, बल्कि भावी पीढ़ियों को अपनी विरासत से जोड़ने का कार्य भी करेगा। यह पहल राष्ट्र की सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक बनकर उभरेगी।