मंगेतर के साथ घर लौट रहा था युवक का रोड एक्सीडेंट, दोनों की मौत, छह  बहनों में अकेला भाई था अच्छेलाल

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के गांव ढाढा के पास हाइवे पर गुरुवार रात एक रोड एक्सीडेंट में बाइक सवार प्रेमी-युगल की मौत हो गई। मृतक की पहचान देवरिया जिले के बघौचघाट पुलिस स्टेशन एरिया के सेमरी गांव के रहने वाले सत्यनारायण के पुत्र अच्छे लाल (25) व उसकी मंगेतर के रुप में हुई है। 

मंगेतर के साथ घर लौट रहा था युवक का रोड एक्सीडेंट, दोनों की मौत, छह  बहनों में अकेला भाई था अच्छेलाल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के गांव ढाढा के पास हाइवे पर गुरुवार रात एक रोड एक्सीडेंट में बाइक सवार प्रेमी-युगल की मौत हो गई। मृतक की पहचान देवरिया जिले के बघौचघाट पुलिस स्टेशन एरिया के सेमरी गांव के रहने वाले सत्यनारायण के पुत्र अच्छे लाल (25) व उसकी मंगेतर के रुप में हुई है। 

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हाई स्पीड वाहन ने मारी थी टक्कर
बताया जाता है कि अच्छे लाल गोरखपुर से अपनी मंगेतर के साथ घर आ रहा था। मंगेतर उसके साथ ही काम करती थी। दोनों जल्द ही शादी करने वाले थे। इसलिए अच्छेलाल उसे अपने परिवार से मिलाने के लिए ला रहा था। कुशीनगर के हाटा कोतवाली के गांव ढाढा के समीप हाईवे पर हाइ स्पीड वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद अच्छेलाल के घर सेमरी में कोहराम मच गया है। 
परिवार का इकलौता चिराग था अच्छेलाल
मृतक अच्छेलाल छह बहनों में अकेला भाई था। इस हृदय विदारक घटना से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। चार बहनों की शादी हो चुकी है। अच्छेलाल से छोटी दो बहनों की शादी नहीं हुई है। इनमें से एक बहन दिव्यांग भी है। अच्छेलाल अपने परिवार का इकलौता चिराग था। पिता सत्यनारायण खेतीबाड़ी कर परिवार का खर्च उठाते हुए बेटियों की शादी की और बेटे अच्छेलाल को गोरखपुर में रख कर पढ़ाया। पढ़ाई पूरी करने के बाद अच्छेलाल गोरखपुर में ही एक पैथालोजी में काम करता था। 
पिता के बुढ़ापे का सहारा छिना
पिता सत्यनरायन पाल को उमीद थी कि उसका बेटा अच्छेलाल उनके बुढ़ापे का सहारा बनेगा। लेकिनउसे यह नहीं पता था कि होनी को कुछ और ही मंजूर था, बुढ़ापे के सहारे को ही उसे कंधा देना पड़ेगा। देर शाम अच्छेलाल का शव गांव पहुंचा। उसका दाह संस्कार गांव के ही खनुवा नाले पर किया गया। पिता सत्यनारायण ने ही मुखाग्नि दी। माता जानकी देवी बेसुध पड़ी रही।