68th National Film Award 2022:अजय देवगन और सूर्या बने बेस्ट एक्टर, ‘सोराराई पोतरू बेस्ट फिल्म  

68 वें नेशनल फिल्म की घोषणा कर दी गयी है।  नेशनल फिल्म अवॉर्ड का आयोजन हर साल सरकार द्वारा किया जाता है। हालांकि बीते दो साल तक कोरोना वायरस की महामारी की वजह से इन अवॉर्ड्स में देरी आई थी। लेकिन आज नई दिल्ली में 68वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड की घोषणा की गई। इस साल फिल्म अवॉर्ड में 2020 की सभी फिल्मों और कलाकारों और अलग-अलग कैटेगरी में लोगों को सम्मानित किया जायेगा।

68th National Film Award 2022:अजय देवगन और सूर्या बने बेस्ट एक्टर, ‘सोराराई पोतरू बेस्ट फिल्म   
  • साउथ की फिल्मों का रहा जलवा

नई दिल्ली। 68 वें नेशनल फिल्म की घोषणा कर दी गयी है।  नेशनल फिल्म अवॉर्ड का आयोजन हर साल सरकार द्वारा किया जाता है। हालांकि बीते दो साल तक कोरोना वायरस की महामारी की वजह से इन अवॉर्ड्स में देरी आई थी। लेकिन आज नई दिल्ली में 68वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड की घोषणा की गई। इस साल फिल्म अवॉर्ड में 2020 की सभी फिल्मों और कलाकारों और अलग-अलग कैटेगरी में लोगों को सम्मानित किया जायेगा।

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68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सुराराई पोट्रू और तानाजी का जलवा

बेस्ट फीचर फिल्म का अवार्ड सुराराई पोट्रू को मिला हैl वहीं बेस्ट पॉपुलर फिल्म का अवार्ड अजय देवगन की फिल्म तानाजी को मिला हैl बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन का अवार्ड अला वैकुंठपुरमुलु को मिला है। बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन का पुरस्कार फिल्म अला वैकुंठपुरमुलु को मिला हैl इस फिल्म में अल्लू अर्जुन की अहम भूमिका थींl

मध्य प्रदेश मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए 400 फिल्मों का आवेदन मिला। इनमें 300 फीचर फिल्म और 150 नॉन फीचर फिल्म हैं। ये फिल्में 30 अलग-अलग भाषाओं में हैं। मध्य प्रदेश को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवॉर्ड मिला। जूरी ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश का विशेष उल्लेख किया।

 बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सूर्या की ‘सोराराई पोतरू’ छाई रही। सूर्या को ‘सोराराई पोतरू’के लिए और अजय देवगन को ‘तानाजी: द अनसंग वॉरियर’ के लिए बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड के लिए चुना गया।

नेशनल फिल्म अवार्ड के विजेता

बेस्ट हिंदी फिल्म- तुलसीदास जूनियर

स्पेशल  मेंशन- बाल कलाकार वरुण बुद्धादेव (तुलसीदास जूनियर)

बेस्ट कॉस्ट्यूम डायरेक्टर- नचिकेत बार्वे, महेश शेरला (तानाजी: द अनसंग वारियर)

बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन- अनीस नादोदी (कप्पेला) (मलयालम)

बेस्ड एडिटिंग- श्रीकर प्रसाद, sivaranjiniyum innum sila pengalum (तमिल)

बेस्ट सिनेमैटोग्राफी- सुप्रतिम भोल (अविजात्रिक) (बंगाली)

बेस्ट लिरिक्स राइटर- मनोज मुंतसिर (साइना)

बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर- ननचम्मा (AK Ayyappanum Koshiyum) (मलयालम)

बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर- राहुल देशपांडे (मी वसंतराव) (मराठी)

बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस- लक्ष्मी प्रिया चंद्रमौली (Sivaranjiniyum Innum Sila Pengalum) (तमिल)

बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर- बीजू मेनन (AK Ayyappanum Koshiyum) (मलयालम)

बेस्ट एक्ट्रेस- अपर्णा बालामुरली (सोराराई पोतरू) (तमिल)

बेस्ट एक्टर- सूर्या (सोराराई पोतरू) (तमिल), अजय देवगन (तानाजी: द अनसंग वॉरियर)

बेस्ट डायरेक्टर- सचिदानंद केआर (AK Ayyappanum Koshiyum) (मलयालम)

बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग होल्सम एंटरटेनमेंट- तानाजी: द अनसंग वॉरियर

बेस्ट फीचर फिल्म- सोराराई पोतरू

बेस्ट लिरिक्स का अवार्ड मिला साइना और मनोज मुंतासिर को

 बेस्ट लिरिक्स का अवार्ड साइना और मनोज मुंतासिर को दिया गया हैl

 

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा, देखें विनर्स की लिस्ट

बेस्ट डायरेक्शन: सची, अय्यप्पनम कोशियुम

पॉपुलर फिल्म: तानाजी

बेस्ट एक्टर: सोराराई पोट्रू के लिए सूर्या को और अजय देवगन को तानाजी के लिए

बेस्ट एक्ट्रेस: अपर्णा बालमुरली, सोराराई पोट्रु

बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर: बीजू मेनन, अय्यप्पनम कोशियाम

बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस: लक्ष्मी प्रिया चंद्रमौली, शिवरंजनियुम इनम सिला पेंगलुम

बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन: अला वैकुंठपुरमुलु, एस थमानी

बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर: एमआई वसंतराव के लिए राहुल देशपांडे और टकटक के लिए अनीश मंगेश गोसावी

बेस्ट फिमेल प्ले बैक सिंगर: नंचम्मा, अय्यप्पनम कोशियाम

बेस्ट लिरिक्स: साइना, मनोज मुंतशिर

बेस्ट ऑडियोग्राफी: डॉलू, एमआई वसंतराव और मलिक

बेस्ट कोरियोग्राफी: नाट्यम

सर्वश्रेष्ठ छायांकन: अविजात्रिक

बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन: तानाजी

बेस्ट एडिटिंग: शिवरंजिनियम इनम सिला पेंगलुम

बेस्ट मेकअप: नाट्यम

सर्वश्रेष्ठ पटकथा: सोराराई पोट्रु, सुधा कोंगारा और मंडेला, मैडोन अश्विन

बेस्ट स्टंट कोरियोग्राफी: अय्यप्पनम कोशियुम

नेशनल फिल्म अवार्ड की शुरुआत 1954 में की गई है। यह भारत सरकार के द्वारा दिया जाता है। इस बार 400 से अधिक फिल्मों का आवेदन मिला। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए 10 सदस्यीय जूरी का नेतृत्व फिल्ममेकर विपुल शाह ने किया। अन्य सदस्यों में सिनेमैटोग्राफर धरम गुलाटी, जीएस भास्कर, श्रीलेखा मुखर्जी, ए कार्तिकराजा, वीएन आदित्य, संजीव रतन, विजी तंपी, एस थंगदुरई और निशिगंधा शामिल हैं।