नई दिल्ली: PMO ने अजीत डोभाल, पीके मिश्र और पीके सिन्हा के कामकाज का बंटवारा किया

नई दिल्ली:पीएमओ ने पीके मिश्र पीएम का प्रिंसिपल सेकरेटरी और पीके सिन्हा को चीफ एडवाइजर एप्वाइंटमेंट के बाद दोनों अफसरों के साथ ही एनएसए अजीत डोभाल के कार्य क्षेत्रों का निर्धारण कर दिया है.मिश्र और डोभाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है. प्रिंसिपल सेकरेटरी पीके मिश्र नीतिगत मुद्दों और कार्मिक एवं कानून मंत्रालयों के अलावा कैबिनेट की नियुक्ति समिति व अन्य नियुक्तियों से जुड़े मामले देखेंगे.वह कैबिनेट सचिवालय से संबंधित मुद्दे, कैबिनेट की बैठक के लिए विषयों की सूची, भ्रष्टाचार रोधी इकाई,पीएमओ के स्थापन और सभी महत्वपूर्ण नीतिगत मुद्दे और मामले भी देखेंगे. एनएसए डोभाल नियुक्तियों को छोड़कर राष्ट्रीय सुरक्षा और नीतिगत मामलों से जुड़े सभी मामले देखेंगे.वह विदेश मंत्रालय, प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा मंत्रालयों के साथ ही देश की बाह्य खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) से जुड़े मामले भी देखेंगे. डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और राष्ट्रीय रासायनिक हथियार अधिकरण से जुड़ी नीतियों और मामलों के भी प्रभारी होंगे. उन्हें नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड के अलगाववादियों से बातचीत करने की जिम्मेदार भी दी गई है. चीफ एडवाइजर पीके सिन्हा प्रिंसिपल सेकरेटरी और एनएसए को विशेष रूप से आवंटित किये गये मिनिस्टरी, डिपार्टमेंट विभागों और कार्यो को छोड़कर सभी मंत्रालयों, विभागों, एजेंसियों, निकायों से जुड़े नीतिगत मुद्दों और मामलों को देखेंगे.