PM ने कांग्रेस से पूछा- क्या सारी बेरोजगारी पिछले चार साल में पैदा हुई?

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में पर्याप्त रोजगारों का सृजन नहीं करने के कांग्रेस के केंद्र सरकार पर आरोप सोमवार को खारिज किए। मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के साथ पर्सनल सेक्टर पर भी बल दे रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘नमो एप’ के जरिए भाजपा युवामोर्चा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। मोदी ने कहा, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र पर जोर देने के साथ हम रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। आधारभूत संरचना परियोजनाओं पर काम की गति बढ़ी है। सरकार की पहल की वजह से भारत विदेशी निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थान के रूप में उभरा है और कई क्रेडिट एजेंसियों ने इसे स्वीकृत किया है। भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) अपने उच्चतम स्तर तक पहुंच गया है जो लगातार बढ़ रहा है। यह अब तक वितरित कुल मुद्रा ऋण का 11 प्रतिशत है। युवा न केवल आत्मनिर्भर बन रहे हैं बल्कि दूसरों के लिए नौकरियों का सृजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, नोटबंदी और जीएसटी के कारण औपचारिक क्षेत्र में बड़ा बदलाव हुआ है। सामाजिक क्षेत्र के श्रमिकों को उचित लाभ मिल रहा है। ईपीएफओ खातों के आंकड़े साबित करते हैं कि औपचारिक क्षेत्र में वृद्धि हुई है। रोजगारों के सृजन को लेकर कांग्रेस के आरोपों को षडयंत्र करार देते हुए कहा कि विपक्षी दल भाजपा सरकार पर आरोप लगा रही है क्योंकि वह अपने 10 साल के शासन में कुछ नहीं कर सकी। कांग्रेस के पास अपनी उपलब्धियां गिनाने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने 60 सालों तक देश पर शासन किया और रोजगार के लिए क्या किया। अगर रोजगार है तो यह हमारी सरकार के चार सालों के कारण है। इसलिए यह हम पर आरोप लगातार झूठ फैला रहे हैं। देशभर में राजनीतिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं हो सकती। मैंने देखा है कि कुछ राज्यों में ऐसी हिंसा बढ़ रही है। कर्नाटक में भी हमने देखा है कि हमारे कार्यकर्ताओं की कितनी क्रूरता से हत्या हुई है। यह निंदाजनक है।