नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष चुने गये ओम बिड़ला

लोकसभा के लिए गर्व का वक्‍त: पीम नई दिल्ली: कोटा से बीजेपी एमपी ओम बिड़ला को 17वीं लोकसभा का अध्‍यक्ष चुना गया है. श्री बिड़ला को सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष चुना गया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकसभा के यह गर्व का समय है.पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष के लिए ओम बिड़ला के नाम का प्रस्ताव रखा. कांग्रेस, तृणमूल, द्रमुक और बीजद समेत कई दलों ने इस प्रस्‍ताव का समर्थन किया.पीएम नरेंद्र मोदी ने ओम बिड़ला के लोकसभा अध्‍यक्ष चुने जाने के बाद खुद उन्हें चेयर तक लेकर गये. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ओम बिड़ला को इस पद पर आसीन देखना गर्व की बात है. बिड़ला जी की पूरी कार्यशैली समाजसेवा पर केंद्रित रही है, जिससे पुराने सदस्य भली-भांति परिचित हैं. गुजराज में जब भूकंप आया तो बिड़लाजी अपने साथियों के साथ वहां रहे. केदारनाथ में आपदा के समय भी उन्‍होंने अपनी टीम के साथ वहां समाजसेवा की. मुझे विश्वास है कि वह सदन को उत्‍तम तरीके से चलायेंगे. पीएम ने अपने मंत्रीपरिषद के सदस्‍यों का परिचय भी कराया. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बिड़ला को शुभकामनायें दी. उन्होंने शायराना अंदाज में कहा कि खुदा से क्‍या मांगू तेरे वास्‍ते, सदा खुशियों से भरे हों तेरे रास्‍ते, हंसी तेरे चेहरे पे रहे इस तरह, खुशबू फूलों के साथ रहे जिस तरह. उन्‍होंने संसद में नारेबाजियों पर कहा कि जब मुल्ला को मस्जिद में राम नजर आएं, जब पुजारी को मंदिर में रहमान नजर आएं, दुनिया की सूरत बदल जाएगी, जब इंसान को इंसान में इंसान नजर आए. कौन है ओम बिड़ला लोकसभा अध्यक्ष बने ओम बिड़ला तीन बार (2003, 2008 और 2013) राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे हैं। उन्होंने संसदीय सचिव की जिम्मेदारी भी संभाली है. वह लगातार दूसरी बार कोटा से जीतकर लोकसभा में पहुंचे हैं. उन्होंने कांग्रेस के रामनारायण मीणा को 2.5 लाख वोटों के अंतर से हराया था. बतौर सांसद ओम बिड़ला की सदन में उपस्थिति 86 परसेंट रही है. पिछली लोकसभा में उन्होंने 671 सवाल पूछे और 163 संसदीय चर्चाओं में हिस्सा लिया. वर्ष 1991 से लेकर 12 सालों तक वह बीजेयुमो के लीडर रहे हैं. वह रास्झान बीजेयुमो के प्रसिडेंट भी रहे हैं. वह बीजेयुमो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे हैं.उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए जेल में यातनाएं भोगीं है.