नई दिल्ली : एनडीए संसदीय दल के नेता चुने गए नरेंद्र मोदी, संविधान के आगे नतमस्तक हुए मोदी


नई दिल्ली : संसद के सेंट्रल हाल में आयोजित एनडीए संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी एनडीए संसदीय दल का नेता चुन लिया गया हैं। अकाली दल नेता प्रकाश सिंह बादल ने मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा था। नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे, रामविलास पासवान जैसे एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं ने मोदी के नाम का samrthan kiya.नरेंद्र मोदी संसद के सेंट्रल हॉल में एनडीए संसदीय दल के सदस्यों को सम्बोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी ने मुझे चुना है। मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। इन चुनावों में खास बात रही है। चुनाव दूरियां पैदा करता है खाई बना देता है दिलों को तोड़ देता है। लेकिन 2019 के चुनाव दिलों को जोड़ने वाला और खाई मिटाने वाला रहा है। ये समता और ममता का वातावरण पैदा करने वाला रहा है। इस चुनाव ने लोकतंत्र को नई ऊंचाई को जन्म दिया है। देश की जनता ने एक नया इतिहास रखा है हम उसके जन्मदाता नहीं है बल्कि उसके साक्षी

पीएम मोदी ने कहा कि लम्बे समय बात ये ट्रेंड बदला है। ये चलन बना है कि हर पांच साल बाद हम ये कॉन्ट्रेक्ट देते थे कि हमने आपको ये काम दे दिया उसे पूरा करो, लेकिन इस बार ये बदला है। 2014 से 2019 में काफी बदलाव आया है। सरकार को हमने जितना चलाया है जितना देश को आगे बढ़ाने का प्रयास किया देश की जनता ने उससे ज्यादा किया है। एंटी इनकम्बेंसी  होती है, लेकिन यहां प्रो इनकम्बेंसी पैदा हुई है। यह विश्वास की डोर से बंधा है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता की सकारात्मक सोच ने इतना बड़ा बहुमत दिया है। हम देश की बड़ी सेवा कर पाएंगे। कभी-कभार छोटी-मोटी घटनाएं सार्वजनिक जीवन में परेशान कर देती हैं। डर लगने लग जाता है। हिन्दुस्तान के मतदाता के सोच में जो नीर-क्षीर विवेक है जिसका परिणाम है कि देश हमारे साथ चल पड़ा है। ये देश परिश्रम की पूजा करता है ईमानदारी को सिर पर बिठाता है। हम इसे लेकर आगे बढ़ेंगे। जनता ने हमें इतना बढ़ा मेंडेट दिया है तो सीना चौड़ा हो जाता है। लेकिन जनप्रतिनिधि के मन में किसी के लिए भेदभाव नहीं होना चाहिए। जिन्होंने हमारा साथ दिया हो या नहीं दिया हो। इसलिए हमारा ध्येय है सबका साथ सबका विकास। मेरा सभी से निवेदन है कि अब कोई हमारा पराया नहीं है दिलों को जीतने का प्रयास करें। 2014 में भाजपा को जिनते वोट मिले और 2019 में जो वोट मिले उसमें जो वृध्दि हुई है उतनी तो अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रप को वोट मिले .मोदी ने कहा कि मैं इस चुनाव अभियान के दौरान का अनुभव कहता हूं कि मैंने इस दौरान कहा था कि ये चुनाव हम नहीं देश की जनता लड़ रही है। मुझसे पत्रकार पूछते थे कि फिर आप प्रचार में वोट मांगने क्यों आए हो, तो मैंने कहा कि मैं मांगने नहीं धन्यवाद करने आया हूं। मैं कहूंगा कि मैंने कई चुनाव देखे, लेकिन ऐसा चुनाव कभी नहीं देखा, ये चुनाव एक तीर्थ यात्रा जैसा था। ये चुनाव अपने आप में वैश्विक रूप से चर्चा होगी। आजादी के बाद से लोकसभा में इतनी फीसदी वोटिंग कभी नहीं हुई। मैंने अपने विदेशी मित्रों को बताया कि ये मतदान 40-42 डिग्री तापमान में वोट डाला। इसमें महिलाओं का विशेष योगदान रहा है। इस बार महिलाओं ने पुरुषों के बराबर मतदान रहा है। 2014 में मुझसे पूछा गया था कि आपका चैलेंजर कौन है तो मैंने कहा था कि मोदी ही मोदी का चैलेंजर है। इस बार मोदी ने ही मोदी का रिकॉर्ड तोड़ दिया। पहली बार संसद में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है.
मोदी ने कहा कि हमें देश के लिए गठबंधन की राजनीति को साथ लेकर चलना ही पड़ेगा, जो हमें अटल बिहारी वाजपेयी जी ने सिखाया था। मैं भारत का भावि चित्र देख रहा हूं कि देश की एकता और अखंडता को जोड़ने के पीछे एक ही कारण है कि देश को आगे बढ़ाने के लिए जो दो पटरी हैं उन पर एनडीए देश को आगे ले जा सकता है। इसमें एक है रीजनल एसप्रसेन और दूसरी है नेशनल एम्बिसन। इन दोनों में संतुलन बनाकर एनडीए ने देश को आगे बढ़ाया है। हम सब ने देखा है कि एनडीए की विशेषता क्या है। एनडीए के पास दो खास चीजें हैं एक है एनर्जी और दूसरा है सिनर्जी है.
मोदी ने कहा कि पिछले पांच साल का कार्यकाल देखें इसके लिए किसी को दोष देने की जरुरत नहीं है। 2014-2019 तक का कार्यकाल रहा है उसमें ऐसा कोई काम नहीं किया जो विरोधी कुछ बोल सकें, लेकिन हमारा बढ़बोलापन ही इसलिए जिम्मेदार रहा है। वे मीडिया के सामने कुछ भी बोल देते हैं। यह हमारी मुश्किल बढ़ जाता है लेकिन उनकी दुकान चलती है। कुछ लोग हैं जो रोज सुबह देश के नाम संदेश देते हैं। इस छपास और दिखास के रोग से बचें। पीएम मोदी ने कहा कि हम इससे बचें, इसको लेकर अड़वाणी जी भी बचने की सलाह देते थे। मेरा नए और पुराने लोगों से आग्रह है कि वे इनसे बचें, क्योंकि अब देश आपको नहीं बख्शेगा। ये छोटी-छोटी बातें हमें परेशान करती हैं, ये बहुत बड़ा वर्ग है क्योंकि उन्हें 70 किसी और ने पाला है। हमारा उनसे कोई शिकायत नहीं है क्योंकि ये उनका व्यापार है।
पीएम मोदी ने कहा कि अब सांसद बनने के बाद हमे अहंकार से बचें, अपने अंदर कार्यकर्ता को जिंदा रखें। मैं आप लोगों से ये सब बातें इसलिए कह रहा हूं कि ताकि किसी के साथ बाद में कुछ बुरा नहीं हो। अभी तो वो कहेंगे कि पार्टी ने जिता दिया, बाद में कहेंगे कि ये तो हमारा प्रताप था जिससे जीते हैं। ये हमारी गलतफहमी है ना तो हमें किसी वर्ग ने ना किसी जाति ने ना मोदी ने जिताया है। हमें जनता जनार्दन ने जिताया है। हम जो भी हैं वो जनता जनार्दन की वजह से हैं। जनप्रतिनिधि का जनता से सम्बंध गर्भनाल के जैसा होना चाहिए। देश में ऐसे बहुत नरेन्द्र मोदी पैदा हो गए हैं कि उन्होंने अपना मंत्रीमंडल बना दिया है। उनके सभी की लिस्ट को मिलाया जाए तो 50-60 लोग ही बचे रह जाएंगे। मीडिया जो लिस्ट दिखा अफवाह फैला रहे हैं। किसी के बहकावे में नहीं आएं

मोदी ने कहा कि ऐसे कई लोग होंगे जो आपको गुमराह करेंगे। ना तो अखबार के पन्नों से मंत्री बनते हैं और ना ही बिगड़ते हैं। इसलिए शपथ लेने तक इससे बचें। मेरा नए लोगों से आग्रह है कि पहले आपको कोई पूछता नहीं था। लेकिन अब रेलवे स्टेशन के बाहर आपको कई ऐसे ग्रुप मिल जाएंगे जो आपकी सेवा करके आपको गिरफ्त में ले लेते हैं। आप ऐसे सेवा भावी लोगों से बचें। पुराने सांसद के बताए लोगों से बचें। क्योंकि इन चीजों से बचें।  वीआईपी कल्चर से भी बचें। एयरपोर्ट पर चेकिंग होती है तो हमें बुरा लगता है। युग बदल चुका है जनता सतर्क है। गाडियों से लाल बत्ती हटाने का कारण भी यही था एक मैसेज देना। हमें वीआईपी कल्चर से बचें। हमें केवल क्षेत्र की नहीं बल्कि पूरे देश के विकास के बारे में सोचें. मोदी ने कहा कि 2014 में मैंने कहा था कि मेरी सरकार देश के दलित, शोषित, गरीब को समर्पित है। आज जिस जगह संविधान का निर्माण हुआ था, वहां एक बात कह रहा हूं कि पांच साल पहले जो बात कही थी हम उस पर चले। 2014 में हमनें गरीबों के लिए सरकार चलाई और अब कह सकता हूं कि 2019 में गरीबों ने ये सरकार बनाई। देश को जो गरीबी का टैग लगा है उसे हटाना है। उसके हक के लिए हमें जीना है जूझना है। खुद को खपाना है। जैसा देश के गरीबों के साथ हुआ वैसा ही छल देश के अल्पसंख्यकों के साथ हुआ था। अच्छा होता अगर उनका भी आर्थिक और सामाजिक विकास होता। उन्हें वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया गया। हमें इस छल् को भी छेद करना है, हमें विश्वास जीतना है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश ने हमसे जो आशाएं की हैं उन्हें पूरा करना है। अपने मुझे चुना है तो केवल काम करना मेरे अकेले का दायित्व नहीं है। हमें एक टीम के रूप में काम करना है। मुझमें आपने जो विश्वास जताया है उसके लिए आपके कंधे से कंधा मिलाकर काम करूंगा। देशवासियों का भी आभार व्यक्त करता हूं और कि मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतर सकूं। इसी के साथ पीएम मोदी ने अपना सम्बोधन खत्म किया।

पीएम मोदीने सांसदों को अहंकार, छपास और वीआईपी कल्चर से बचने की दी नसीहत   

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए की बैठक को संबोधित करने से पहले संविधान को नमन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में घटी यह घटना सामान्य नहीं है। पीएम मोदी ने सांसद को नसीहत भी दी.

जब संविधान के आगे नतमस्तक हुए पीएम मोदी
लोकसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद नरेंद्र मोदी को एक बार फिर सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के संसदीय दल का नेता चुन लिया गया। शनिवार को संसद भवन के सेन्ट्रल हॉल में नरेंद्र मोदी को विधिवत तालियों की गड़गड़ाहट और मोदी-मोदी के नारों के बीच पहले बीजेपी संसदीय दल का नेता चुना गया और फिर एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया।
इस दौरान नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन से पहले भारतीय संविधान के आगे अपना शीश झुकाया. इससे पहले उन्होंने एनडीए के संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया, साथ ही मुरली मनोहर जोशी से गले मिले. संसद के सेंट्रल हॉल में शनिवार को बीजेपी और एनडीए संसदीय दल की बैठक हुई. इसमें सभी नवनिर्वाचित सांसद, पार्टी के दिग्गज नेता और एनडीए के नेता मौजूद थे.
इस दौरान राष्ट्रगीत के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी संसदीय दल के नेता के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी सदस्यों ने तालियों से स्वागत किया. पीयूष गोयल ने मोदी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "संविधान ही देश की आत्मा है, और वही सर्वोच्च है. संसदीय दल की बैठक में देश के संविधान के सामने नतमस्तक हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.