नई दिल्ली: शीला दीक्षित पंचतत्व में विलीन, अमित शाह, सोनिया, केजरीवाल समेत तमाम नेता पहुंचे

  • निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
  • अंतिम यात्रा में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियका गांधी भी शामिल हुई
  • भारी बारिश के बीच गृह मंत्री अमित शाह भी शीला दीक्षित के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे
नई दिल्ली:दिल्ली की एक्स शीला दीक्षित रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गयीं.'नई' दिल्ली की शिल्पकार कही जाने वालीं शीला दीक्षित का दिल्ली में यमुना किनारे स्थित निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियका गांधी भी एक्स सीएम की अंतिम यात्रा में शामिल थीं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी भारी बारिश के बीच शीला दीक्षित के अंतिम दर्शनों के लिए पहुंचे. शीला दीक्षित को अंतिम विदाई देने के लिए दिल्ली के तमाम नेताओं का जमावड़ा रहा.'जब तक सूरज चांद रहेगा, शीला तेरा नाम रहेगा'के नारों के बीच उनका अंतिम संस्कार किया गया. दिल्ली के सीएम रविंद केजरीवाल और डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया भी एक्स सीएम को श्रद्धांजलि दी.इससे पहले रविवार को कांग्रेस मुख्यालय परअंतिम दर्शन के लिए शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर रखा गया था. कांग्रेस की दिग्गज नेता को श्रद्धांजलि देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि वह मेरे लिए बड़ी बहन जैसी थी. सोनिया ने शीला के साथ राजनीतिक संबंधों से अलग अपने आत्मीय रिश्तों का जिक्र करते हुए कहा कि शीला दीक्षित उनके लिए सिर्फ कांग्रेस नेता भर नहीं बल्कि दोस्त और बहन जैसी थीं.  वह मेरे लिए बहुत बड़ा सपॉर्ट थीं. यह कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत बड़ा धक्का है. मैं और कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें हमेशा याद करेंगे.कई चीजें राजनीति से ऊपर होती हैं और मुझे लगता है कि कई अर्थों में वह महान नेता थीं. दिल्ली उन्हें कभी नहीं भूल पायेगी. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज रविवार सुबह शीला दीक्षित के अंतिम दर्शन करने के लिए उनके आवास पर पहुंचे. दोनों ही नेताओं ने फूल चढ़ाकर दिल्ली की पूर्व सीएम को श्रद्धांजलि दी. सुष्मा ने शीला को याद करते हुए कहा था कि हम अलग दल में थे, इसके बावजूद शीला जी मेरी अच्छी मित्र थीं.