Bihar : प्रशांत किशोर का BJP स्टेट प्रसिडेंट पर पर गंभीर आरोप, कैसे बन गये क्लर्क से मेडिकल कॉलेज का मालिक
बिहार में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल पर सनसनीखेज गंभीर आरोप लगाया है। पीके ने आरोप लगाया है कि छल-कपट व धोखाधड़ी से किशनगंज के माता गुजरी मेडिकल कॉलेज को हड़पने लिया है।

- लालू यादव समेत 50 से अधिक लीडर के संबंधियों को डॉक्टर बनाया
- किशनगंज के माता गुजरी मेडिकल कॉलेज को धोखे से हड़पने का आरोप
- सीबीआई जांच की मांग
पटना। बिहार में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल पर सनसनीखेज गंभीर आरोप लगाया है। पीके ने आरोप लगाया है कि छल-कपट व धोखाधड़ी से किशनगंज के माता गुजरी मेडिकल कॉलेज को हड़पने लिया है।
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सुनिए बिहार भाजपा अध्यक्ष और राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई दिलीप जायसवाल ने कैसे सिखों के मेडिकल कॉलेज पर कब्जा किया। pic.twitter.com/8pk2lXZBQj
— Jan Suraaj (@jansuraajonline) July 7, 2025
पीके ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि दिलीप ने 50 से अधिक नेताओं के रिश्तेदारों को मैनेजमेंट कोटे से इस कॉलेज में एडमिशन कराकर उपकृत किया। बदले में उनका सहयोग लिया। उपकृत करने वालों में लालू प्रसाद के दो साले व बीजेपी लीडर राधा मोहन सिंह के रिश्तेदार भी शामिल हैं। प्रेस कांफ्रेंस में कॉलेज के संस्थापक सरदार मोलेश्वर सिंह के पुत्र गुरदयाल सिंह, पुत्री अमृत कौर, गुरमीत कौर व गुरिंदर पाल आदि मौजूद थे। सभी ने इस मामले की सीबीआइ व ईडी से जांच कराने की मांग की।
25 साल से चल रहा है केल, लेकिन किसी ने आवाज नहीं उठायी
पर्याप्त साक्ष्य का हवाला देते हुए जन सुराज पार्टी के उपाध्यक्ष वाईवी गिरि ने कहा कि हम इस मामले को लेकर यथाशीघ्र कोर्ट जाएंगे। पीके ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के इस कॉलेज पर राबड़ी देवी के शासनकाल में कब्जा किया गया था। नौकर से महज क्लर्क बने दिलीप ने मौलेश्वर सिंह के रिश्तेदारों को ट्रस्ट से हटा दिया और पूरी व्यवस्था अपने हाथ में ले ली। खुद मैनेजिंग ट्रस्टी बन बैठा। बेटे और बहू को भी ले आया। यह क्रम 25 साल से चल रहा है, लेकिन किसी ने आवाज नहीं उठायी।
सुनिए भाजपा अध्यक्ष और राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई दिलीप जायसवाल ने कैसे सिखों के मेडिकल कॉलेज पर कब्जा कर रखा है। pic.twitter.com/wud97MXY28
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आयुष्मान कार्ड के जरिए फर्जी मरीजों के नाम पर पैसे निकालने का आरोप
पीके ने कहा कि तेजस्वी और तेजप्रताप के पास स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी थी, लेकिन वे चुप रहे। राबड़ी देवी दिलीप को अपना मुंहबोला भाई बताती हैं। इससे यह साफ होता है कि निजी स्वार्थ के लिए बीजेपी, जेडीयू व आरजेडी सब मिल जाते हैं। पहले राजेश साह पर एफआइआर दर्ज हुआ और फिर संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मर्डर कर दी गयी। उन्होंने कहा कि मामले की जांच में दिलीप जायसवाल को क्लीन चिट देने वाले एसपी की वाइफ ने भी बिना प्रवेश परीक्षा दिए इसी कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। उन्होंने आयुष्मान कार्ड के जरिए फर्जी मरीजों के नाम पर पैसे निकालने का आरोप लगाया।
मेडिकल कॉलेज में क्लर्क की नौकरी करनेवाले दिलीप जायसवाल डायरेक्टर कैसे बने
पीके ने कहा कि कहा कि बीजेपी को उखाड़ फेंकनेवाली पार्टी राजद की बड़ी नेत्री राबड़ी देवी दिलीप जायसवाल को मुंहबोला भाई बताती हैं। प्रशांत किशोर ने फिर पूछा कि माता गुजरी देवी मेडिकल कॉलेज में क्लर्क की नौकरी करनेवाले दिलीप जायसवाल उसके डायरेक्टर कैसे बन गये। सरदार मौलेश्वर सिंह सिंह के परिजनों ने भी कई आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि बिहार में सिखों के माइनॉरिटी स्टेटस का एक मात्र मेडिकल कॉलेज है। वो उसी कॉलेज में क्लर्क हुआ करते थे, कॉलेज को बनानेवाले सरदार करतार सिंह जिनका संदिध अवस्था में निधन हो गया था। ये आज उस कॉलेज को कब्जा करके बैठे हैं।
कॉलेज के संस्थापक के परिवार के सदस्यों को ट्रस्ट हटाकर खुद पूरे सिस्टम पर काबिज हो गये
पीके ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के संस्थापक मौलेश्वर सिंह सिंह के परिवार के सदस्यों को ट्रस्ट हटाकर खुद पूरे सिस्टम पर काबिज हो गये। यह सिलसिला पिछले 25 वर्षों से चल रहा है पर किसी ने इस पर आवाज नहीं उठाया क्योंकि विभिन्न 50 राजनैतिक परिवारों के संबंधियों की इस कॉलेज में बगैर टेस्ट लिए मैनेजमेंट कोटा से एडमिशन कराया गया। एक एसपी जिसने एक केस से दिलीप जायसवाल का नाम हटाया उसकी वाइफ का भी एडमिशन किया गया। जिन लोगों ने कुछ विरोध किया उन्हें मेडिकल कॉलेज में सीट देकर मैनेज कर लिया गया। दिलीप जायसवाल ने सिखों के अल्पसंख्यक कॉलेज पर कब्जा कर लिया है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि दिलीप जायसवाल ने एक अल्पसंख्यक परिवार की संस्था और उसकी प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया। चाल चरित्र-चेहरा की पार्टी कहनेवाले बीजेपी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। मेडिकल कॉलेज पर कब्जा करने में राजद ने भी साथ दिया। राबड़ी देवी उन्हें मुंहबोला भाई मानती हैं। हमाम में सब नंगे हैं। राबड़ी देवी के सीएम रहते हुए कॉलेज पर कब्जा हुआ।
केस में आरोपमुक्त करनेवाले एसपी की वाइफ को कॉलेज में एडमिशन दिया
दिलीप जायसवाल पहले हेल्पर थे। उसके बाद क्लर्क और फिर एडमिनिस्ट्रेटर बने। फिर ट्र्स्टी को हटाकर खुद मैनेजिंग ट्र्स्टी बन गये। अपने बेटे-बहू को भी ले आये। एक व्यक्ति राजेश साह पर पहले केस हुआ। फिर संदिग्ध स्थिति में मर्डर कर दी गयी। पीड़ित परिवार के लोग मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आकर मिले तो जांच के बाद एसपी ने दिलीप जायसवाल को आरोप मुक्त कर दिया। उस एसपी की वाइफ को कॉलेज में एडमिशन दिया गया।
बीजेपी प्रवक्ता ने प्रशांत किशोर के आरोपों को किया खारिज
वहीं बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने प्रशांत किशोर के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि पीके को सबूत देना चाहिए। प्रशांत किशोर के पास कोई मुद्दा मुद्दा नहीं है तो गलत बयानी कर रहे हैं। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दिलीप जायसवाल भी प्रशांत किशोर को जबाव देने के लिए प्रेस कॉफ्रेंस की तैयारी कर रहे हैं।