Jharkhand Liquor Scam: शराब घोटाले में ओम साईं कंपनी के डायरेक्टर अतुल कुमार सिंह और मुकेश मनचंदा अरेस्ट

झारखंड में हुई शराब घोटाला मामले में की जांच कर रही एसीबी ने सोमवार की शाम छत्तीसगढ़ की शराब सप्लाई कंपनी के दो डायरेक्टरों को अरेस्ट किया है। इनमें श्री ओम साईं ब्रिवरीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर अतुल कुमार सिह व मुकेश मनचंदा शामिल हैं। दोनों ही आरोपित छत्तीसगढ़ के निवासी हैं।

Jharkhand Liquor Scam: शराब घोटाले में ओम साईं कंपनी के डायरेक्टर अतुल कुमार सिंह और मुकेश मनचंदा अरेस्ट
शराब घोटाले की जांच में तेजी।
  • एसीबी कर रही है शराब घोटाले की जांच

रांची। झारखंड में हुई शराब घोटाला मामले में की जांच कर रही एसीबी ने सोमवार की शाम छत्तीसगढ़ की शराब सप्लाई कंपनी के दो डायरेक्टरों को अरेस्ट किया है। इनमें श्री ओम साईं ब्रिवरीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर अतुल कुमार सिह व मुकेश मनचंदा शामिल हैं। दोनों ही आरोपित छत्तीसगढ़ के निवासी हैं।
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एसीबी ने सोमवार को दोनों डायरेक्टरों को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद देर शाम अरेस्ट कर लिया गया।  एसीबी इन दोनों ही आरोपितों को मंगलवार को रांची एसीबी की स्पेशल कोर्ट में पेश करेगी। इन दोनों की अरेस्टिंग के साथ ही शराब घोटाला मामले में अब तक कुल 10 अरेस्टिंग हो चुकी हैं। इससे पहले, एसीबी ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग झारखंड के पूर्व प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह, पूर्व महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास, पूर्व महाप्रबंधक वित्त सह अभियान सुधीर कुमार, प्लेसमेंट एजेंसी मार्शन के स्थानीय प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह, पूर्व उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश, छत्तीसगढ़ का शराब कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया, मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी के प्रबंध निदेशक विधु गुप्ता को अरेस्ट किया था। सभी ज्यूडिशियल कस्टडी में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं।
सिद्धार्थ व विधु की गिरफ्तारी के बाद सामने आई दोनों की भूमिका
झारखंड में मई 2022 में तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे के कार्यकाल में लागू नई उत्पाद नीति में छत्तीसगढ़ के कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया के प्रवेश के साथ ही छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के सभी संदिग्धों का भी झारखंड में प्रवेश हो गया। सिद्धार्थ सिंघानिया का शराब आपूर्ति कंपनियों में भी पकड़ थी। उसने अपने अनुसार तत्कालीन उत्पाद नीति में कुछ नियम व शर्तें भी जुड़वाईं।
झारखंड में शराब की सप्लाई कर रही कंपनियों को प्रभावित किया और छत्तीसगढ़ की कंपनियों का इंट्री कराया। इन्हीं कंपनियों में एक नाम श्री ओम साईं ब्रिवरीज प्राइवेट लिमिटेड का आया। इस कंपनी ने भी छत्तीसगढ़ के साथ-साथ झारखंड में भी नियम विरुद्ध शराब की सप्लाई कर शराब घोटाले में अपनी भूमिका निभाई और इससे जुड़े अफसरों को कमीशन देकर मालामाल किया। एसीबी की जांच में इस कंपनी की संलिप्तता सामने आने के बाद इसके दोनों निदेशकों को एसीबी ने समन कर पूछताछ के लिए बुलाया था। सोमवार को पूछताछ के बाद दोनों ही अरेस्ट हुए। अब इनसे पूछताछ में कई और नाम जुड़ेंगे, जिनकी भविष्य में गिरफ्तारी हो सकती है।