राहुल के बाद अब ममता ने की इस्तीफे की पेशकश, कहा- कांग्रेस की तरह सरेंडर नहीं करूंगी

कोलकाता। लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का प्रदर्शन घोर निराशाजनक रहा है। इस बार पार्टी के सांसदों की संख्या 2104 के 34 के मुकाबले घटकर 22 रह गई है। पार्टी के इस खराब प्रदर्शन का अब विश्लेषण शुरू हो गया है। बहरहाल इस बीच, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में राज्य में मिली करारी शिकस्त पर इस्तीफे की पेशकश की है। कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ममता बनर्जी ने कहा, 'पार्टी की बैठक में मैंने कहा है कि मैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में अब काम नहीं करना चाहती हूं।' उन्होंने कहा, 'केंद्रीय शक्तियां हमारे खिलाफ काम कर रही हैं। आपातकाल की स्थिति पूरे देश में तैयार की गई है। समाज को हिंदू मुस्लिम में बांट दिया गया है। हमने चुनाव आयोग से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।' चुनावी अभियान का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी कहा कि लोकतंत्र में धनबल काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमने चुनावों में गड़बड़ियों को लेकर चुनाव आयोग से संपर्क किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। ऐसा कैसे हो सकता है कि इतने सारे राज्यों में विपक्ष के पास कोई सीट न हो। ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अब फिर मोदी ने पाकिस्तान को आमंत्रित (शपथ ग्रहण कार्यक्रम में) किया है, लेकिन वे लोग दूसरों को पाकिस्तानी क्यों कहते हैं? उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री के रूप में प्रताड़ित महसूस कर रही हूं। इसलिए मुख्यमंत्री के रूप में अब बने रहना नहीं चाहती हूं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग पूरी तरह से बीजेपी बन चुका है। चुनाव नतीजों को लेकर हार स्वीकारने पर ममता बनर्जी ने यह भी कि वह कांग्रेस की तरह सरेंडर भी नहीं करेंगी।