केरल:केरल उनके लिए उतना ही महत्‍वपूर्ण है, जितना बनारस: पीएम

गुरुवायूर में अभिनंदन सभा में बोले मोदी: हम राजनीति में सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि राजनीति में देश बनाने आये हैं जो लोग इस बार हमें जिताने में चूक गए हैं, वे भी हमारे हैं,गुरुवायूर को पुण्‍य भूमि करार दिया तिरुवनंतपुरम: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कई राजनीतिक पंडित यह सोचते हैं कि केरल में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला, लेकिन फिर भी मोदी धन्यवाद करने पहुंच गये. यह मोदी की सोच क्या है? कई लोगों के दिमाग में रहता होगा। लेकिन हमारे संस्कार हैं, हमारी सोच है और हम इस मत के हैं कि लोकतंत्र में चुनाव अपनी जगह पर हैं. लेकिन चुनाव के बाद जीतकर आने वाले कि खास जिम्मेदारी होती है 130 करोड़ नागरिकों की. जो हमें जिताते हैं वे भी हमारे हैं, जो इस बार हमें जिताने में चूक गए हैं, वे भी हमारे हैं. केरल भी मेरा उतना ही है, जितना मेरा बनारस है.लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार 'भगवान के अपने देश' केरल पहुंचे मोदी ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया. पीएम मोदी ने गुरुवायूर में जनसभा को संबोधित करते हुए लोकतंत्र के उत्‍सव में हिस्‍सा लेने के लिए केरल के लोगों को धन्‍यवाद दिया. मोदी ने कहा कि 'जनता-जर्नादन ईश्वर का रूप है, यह इस चुनाव में देश ने भलिभांति देखा है. राजनीतिक दल जनता के मिजाज के नहीं पहचान पाए लेकिन जनता ने बीजेपी और एनडीए के पक्ष में प्रचंड जनादेश दिया. मैं सिर झुकाकर जनता को नमन करता हूं. मोदी ने गुरुवायूर को पुण्‍य भूमि करार दिया.मोदी ने कहा कि 'हम बीजेपी कार्यकर्ता चुनावी राजनीति के लिए मैदान में नहीं होते हैं. हम 365 दिन जनता की सेवा में लगे रहते हैं. हम राजनीति में सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं आए हैं. हम राजनीति में देश बनाने आए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हमें जनप्रतिनिधि 5 साल के लिए जनता बनाती है लेकिन हम जनसेवक हैं, जो आजीवन होते हैं और जनता के लिए समर्पित होते हैं. पीएम ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में जनता ने नकारात्‍मकता को खारिज कर दिया है. चुनाव के दौरान भारत की 130 करोड़ की जनता ने सकारात्‍मकता को स्‍वीकार किया और एक नए जोश के साथ नकारात्‍मकता को खारिज कर दिया. इसने विश्‍व पटल पर देश के रुख को मजबूत किया. पीएम ने कहा कि उडुपी, गुरुवायूर या द्वारिकाधीश हमारे लिए (गुजरात के लोगों के लिए) इन सबके बीच एक भावनात्‍मक रिश्‍ता है. द्वारिकाधीश की धरती गुजरात से आने के नाते गुरुवायूर उन्‍हें एक विशेष अनुभव देता है. केरल की युवा पीढ़ी के लिए पर्यटन रोजगार का स्रोत है. एनडीए सरकार की योजनाओं का असर अब दिख रहा है और देश पर्यटन के मानचित्र में काफी आगे आ गया है. केरल में हेरिटेज टूरिज्‍म की काफी संभावना है और सरकार इसके लिए प्रयास कर रही है.पीएम ने कहा कि निपाह वायरस केरल में सामने आया है. मैं राज्‍य सरकार और केरल की जनता को आश्‍वासन देता हूं कि इस वायरस से निपटने के लिए केंद्र की ओर से उन्‍हें पूरा सहयोग मिलेगा. गुरुवायूर मंदिर में पीएम ने की पूजा, मुस्लिम किसान के कमल के फूलों से तुला दान कृष्ण मंदिर में 112 किलो कमल के फूल से की विशेष पूजा तिरुनवाया के एक मुस्लिम किसान परिवार से खरीदा गया कमल का फूल राज्य में 100 साल से मुस्लिम परिवारों का एक समूह कमल की खेती करता है पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को केरल के गुरुवायूर कृष्ण मंदिर में दर्शन किया. पीएम की द्वारा मंदिर में पूजा के लिए एक मुस्लिम किसान परिवार से 112 किलोग्राम कमल के फूल खरीदे गये थे. पीएम शनिवार को केरल के मशहूर गुरुवायूर कृष्ण मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे. यहां 'तुला भरण' पूजन परंपरा के तहत उन्हें कमल के फूलों से तौला गया. पूजा-अर्चना के लिए तिरुनवाया के एक मुस्लिम किसान परिवार से 112 किलोग्राम कमल के फूल खरीदे गये थे. केरल के सबपसे फेमस मंदिरों में एक है त्रिशूर का गुरुवायूर मंदिर. पीेण शनिवार की सुबह गुरुवायूर पहुंचे जहां उन्होंने प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना की. मंदिर में मोदी का तुलादान हुआ. तुलादान कृष्ण मंदिर की महत्वपूर्ण रीति है. यहां एक व्यक्ति को तुला पर बैठाकर उसके वजन का सामान जैसे- फूल, अन्न, फल इत्यादि भगवान को दान किया जाता है. पूजा के बाद मोदी ने ट्वीट किया कि उन्होंने देश की प्रगति और समृद्धि के लिए पूजा की. पीएम मोदी ने अपने ऑफिसियल ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'गुरुवायूर मंदिर दिव्य और भव्य है. भारत की प्रगति और समृद्धि के लिए पूजा की. उन्होंने मंदिर में तुलादान के समय की एक फोटो भी शेयर की है और लिखा है, 'गुरुवायूर मंदिर से एक पवित्र क्षण. मंदिर सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने भगवान कृष्ण को कलदी फल, कमल दल और घी चढ़ाया. पीएम मोदी करीब 20 मिनट तक मंदिर के भीतर रहे.वह पैदल ही परिसर में स्थित मंदिर के अतिथि गृह श्रीवत्सम पहुंचे. पीएम मोदी ने ट्विटर अकाउंट से शेयर की फोटो केरल की पारंपरिक धोती और शॉल पहने मोदी का पारंपरिक पूर्णकुंभ के साथ स्वागत किया गया.पीएम के साथ केरल के राज्यपाल पी सदाशिवम, केन्द्रीय विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन और राज्य के देवस्वओम मंत्री कदकमपल्ली सुरेंद्र भी थे.त्रिशूर को केरल का द्वारका कहा जाता है ऐसी मान्यता है कि गुरुवायूर मंदिर में कृष्ण मूर्ति कलियुग के प्रारंभ में स्थापित की गई. त्रिशूर को केरल के द्वारका के रूप में भी जाना जाता है.