रांची। गोड्डा डीसी किरण पासी ने सदर अस्पताल में प्रसव कराकर पुत्र को जन्म दिया है। डीसी ने समाज को सरकारी तंत्र पर भरोसा करने का संदेश दिया है। डीसी को रविवार की सुबह 6:30 बजे में सदर अस्पताल में भर्ती किया गया। दो घंटे बाद 8.50 बजे उन्हें उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। डीसी को प्रसव कराने वाली डॉक्टरों की टीम में डॉ प्रभा रानी प्रसाद एवं रिटायर्ड सर्जन डॉक्टर डॉ. बनदेवी झा मुख्य रूप से शामिल थीं। डॉक्टरों की टीम ने उनका सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर बच्चे का जन्म कराया।

डॉ. प्रभारानी प्रसाद ने कहा कि नवजात शिशु का वजन 3.14 किग्रा है। जच्चा-बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है। यह गर्व की बात है कि डीसी ने हम सब के ऊपर भरोसा जताया। कोई भी महिला इस अस्पताल पर अपना भरोसा जता सकती हैं। मौके पर डीसी के पति डॉ. पुष्पेंद्र सरोज ने कहा कि आरंभ से ही उन्हें इस अस्पताल पर भरोसा था। रविवार की सुबह सफलतापूर्वक ऑपरेशन करने के पश्चात उन्हें काफी खुशी हुई। उन्होंने कहा कि अपने सरकारी संस्थान पर सभी को भरोसा होना चाहिए।डीसी ने इस अस्पताल में ब्लड बैंक की सुविधा हाल ही में उपलब्ध कराईं थीं। सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने के बाद डीसी की चर्चा पूरे जिले सहित देश भर के मीडिया में हो रही है। सबों ने उनके इस कार्य को सराहा है। गणमान्य लोगों ने उन्हें पुत्र रत्न प्राप्ति पर बधाई भी दी है।
सोशल मीडिया पर सदर अस्पताल में डीसी के प्रसव कराये जाने की खूब चर्चा है। लोग डीसी के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। कई लोगों ने लिखा है कि अगर सिस्टम चलाने वाले सिस्टम पर यकीन करें तो सिस्टम बेहतर हो सकता है। गोड्डा डीसी किरण पासी ने सदर अस्पताल में अपना प्रसव कराकर इसे साबित कर दिखाया है। उन्होंने अपने तंत्र पर भरोसा किया और उनके भरोसे पर सदर अस्पताल महकमा भी खरा उतरा। कई लोगों ने अन्य अफसरों को भी सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने व अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने की बात कह रहे हैं। उनका तर्क है कि अगर ऐसा हुआ तो पूरा सिस्टम ही ठीक हो जायेगा।
डीसी के प्रसव को लेकर अस्पताल प्रशासन लगातार अलर्ट था। डीसी ने एक माह पूर्व ही सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा और महिला चिकित्सक डॉक्टर प्रभारानी प्रसाद को बता दिया था कि वे मातृत्व अवकाश में गोड्डा में ही रहेंगी। यही पर रह कर अपने तंत्र पर भरोसा करेंगी।