गिरिडीह: रवींद्र पांडेय का U-TURN, अब NDA कैंडिडेट के खिलाफ गिरिडीह से नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

गिरिडीह: गिरिडीह के बीजेपी केसिटींग एमपी रवींद्र पांडेय ने U-TURN ले लिया है. बीजेपी की पोलिटिक्स में एक पखवारा से विरोध कर हलचल मचाने के बाद अब लोकसभा चुनाव नहीं लडऩे का एलान किया है. बीजेपी ने गिरिडीह सीट अपने सहयोगी पार्टी आजसू को दे दी है. आजसू ने यहां से मिनिस्टर रवींद्र पांडेय को कैंडिडेट बनाया है. रवींद्र पांडेय ने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पार्टी से बगावत करते हुए बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर गिरिडीह से चुनाव लडऩे का एलान कर दिया था.हलांकि पाार्टी ने रवींद्र को स्टाार प्रचारक की लिस्ट में रखा है. बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता, एनडीए कैंडिडेट के लिए चुनाव प्रचार करूंगा: रवींद्र पांडेय ने कहा कि वे बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता हैं. पांच बाार एमपी रहे हैं. वे एनडीए समर्थित कैंडिडेट के पक्ष में पूरी मजबूती से खड़े रहेंगे और प्रचार करेंगे. रवींद्र पांडेय ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से उनकी बात हुई है. राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात कर अब वे पूरी तरह से संतुष्ट हैं. उनके मन में अब कोई शिकवा नहीं. उल्लेखनीय है कि रवींद्र पांडेय बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर जेएमएम व जदयू का दरवाजा खटखटाया था. दोनों जगह से उन्हें निराशा हाथ लगी थी. अंतत: बीएसी से मैदान में उतरने की सोच रहे थे. रवींद्र अपने बेटे विक्रम पांडेय को टुंडी विधानसभा से चुनाव लड़वाना चाहते हैं. विक्रम कई साल से टुंडी में एक्टिव हैं. बीजेपी से रवींद्र के बगावत का असर बेटे के पॉलिटिकल कैैरियर पर पड़ सकता था. ऐसे में रवींद्र ने पीछए हटना ही उचित समझा.