नई दिल्ली: सेंट्रल लीडरशीप ने झारखंड कांग्रेस के दोनों गुट के साथ बैठक में बयानबाजी व विरोध बंद करने दी हिदायत, सभी हुए सहमत

नई दिल्ली: झारखंड कांग्रेस में मारपीट, गुटबाजी व नारेबाजी को लेकर शनिवार को नई दिल्ली में सेंट्रल लीडरों के साथ राज्य के नेताओं की अहम बैठक हुई. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के समक्ष झारखंड के दोनों गुटों के सभी नेताओं ने अपनी बातें रखीं. दोनों गुट के नेताओं को अनुशासन बनाये रखने, बयानबाजी से बचने व संगठन के लिए एकजुट होकर काम करने को कहा गया है. प्रदेश अध्यक्ष डा अजय कुमार व उनके पक्ष के नेताओं ने विरोधी गुट पर अनुशासन तोड़ने व बयानबाजी कर पार्टी की बातों को बाहर उजागर करने का आरोप लगाया. सुबोधकांत समेत अन्य नेताओं ने डा अजय की कार्यशैली व संगठन की कमजोरी समेत अन्य मुद्दों को उठाया.डा अजय को हटाने की मांग की. सेंट्रल लीडरशीप ने झारखंड में साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए नेतृत्व परिवर्तन की बातों को फिलहाल स्वीकार नहीं किया है. चुनाव तक झारखंड कांग्रेस की यही टीम के बने रहने की संभावना है. वैसे एआइसीसी की नई दिल्ली में 11 अगस्त को होने वाली बैठक में फाइनल निर्णय लिया जायेगा. सेंट्रल लीडरशीप ने झारखंड के सीनीयर नेताओं ने दोनों गुटों को एक-दूसरे का खुलेआम विरोध नहीं करने और पब्लिक फोरम पर बयानबाजी बंद करने को कहा है. दोनों गुट उस पर राजी हो गये हैं. चुनाव तक प्रदेश के कांग्रेसी टीम भावना से फिल्ड में मूव कर काम करेंगे. बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासिचव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह, सह प्रभारी उमंग सिंघार, डा अजय कुमार, आलमगीर आलम, सुबोधकांत सहाय, फुरकान अंसारी, प्रदीप बलमुचु, राजेश ठाकुर समेत अन्य नेता मौजूद थे.