MSP था, MSP है और MSP रहेगा: पीएम मोदी,राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का दिया जवाब

पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों को भरोसा दिया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) था, है और आगे भी रहेगा। पीएम सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब जवाब दिया।

MSP था, MSP है और MSP रहेगा: पीएम मोदी,राज्यसभा में राष्ट्रपति  के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का  दिया जवाब
  • आजकल देश में एक नया समुदाय विकसित हुआ आंदोलनजीवी 

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों को भरोसा दिया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) था, है और आगे भी रहेगा। पीएम सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया।

कोई भी कानून आया हो, कुछ वक्त के बाद सुधार होते ही हैं

पीएम मोदी ने राज्यसभा में कृषि सुधारों पर बोलते हुए कहा कि जब लाल बहादुर शास्त्री जी को भी कृषि सुधारों को लागू करना पड़ा, तब भी उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा था, लेकिन वे पीछे नहीं हटे थे। उन्होंने कहा कि तब लेफ्ट वाले कांग्रेस को अमेरिका का एजेंट बताते थे, आज मुझे ही वो गाली दे रहे हैं। कोई भी कानून आया हो, कुछ वक्त के बाद सुधार होते ही हैं।

अप्रत्यक्ष तरीके से कांग्रेस और पूरे विपक्ष पर निशाना साधा
अपने चुटीले अंदाज में दो शब्दों का अनोखे अंदाज में प्रयोग करते हुए अप्रत्यक्ष तरीके से कांग्रेस और पूरे विपक्ष पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि आजकल देश में एक नया समुदाय विकसित हुआ आंदोलनजीवी। उन्होंने कहा कि यह आंदोलनजीवी हर उस जगह मौजूद होते हैं जहां आंदोलन चल रहा होता है। चाहे वो वकीलों का आंदोलन हो, विद्यार्थियों का हो या मजदूरों का हो। वे आंदोलन के बिना जीवित नहीं रह सकते हैं। हमें उन्हें पहचानकर अपने देश की उनसे रक्षा करनी है।उन्होंने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए कहा कि ये आंदोलनजीवी परजीवी हैं, जो दूसरों को राष्ट्र को खोखला करते हैं। हमें इनसे सावधान रहने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि हमारा देश विकास कर रहा है ऐसे में हम FDI की बात कर रहे हैं, लेकिन इन दिनों एक नये तरह का FDI सामने आया है जो है फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी।यह विचारधारा हमारे देश को तोड़ना चाहती है, इसलिए हमें इनसे बचना होगा। हमें फॉरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट की तो जरूरत है लेकिन फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी की नहीं।
पीएम ने अपने अभिभाषण के दौरान विपक्ष पर जमकर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि राज्यसभा में जिस तरह चर्चा हुई वह बेहतरीन है। सदन में चर्चा होना जरूरी है, खूब चर्चा कीजिए और कोरोना काल में जो खीज उत्पन्न हुई है उसे निकालिए। मोदी है तो मौका मिल रहा है। खूब चर्चा कीजिए।

हमें आंदोलनकारियों को समझाते हुए आगे बढ़ना होगा
पीएम मोदी ने किसानों से आंदोलन समाप्त करने की अपील की और किसानों को भरोसा दिया कि एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा।पीएम ने कहा कि मंडियों को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन 80 करोड़ लोगों को सस्ते में राशन दिया जाता है वो भी जारी रहेगा। किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे उपाय पर भी जोर दिया जा रहा है। अगर अब देर करेंगे तो किसानों को अंधकार की तरफ धकेल देंगे।मोदी ने अपील करते हुए कहा कि हमें आंदोलनकारियों को समझाते हुए आगे बढ़ना होगा। वे बोले कि गालियों को मेरे खाते में जाने दीजिए लेकिन सुधारों को होने दीजिए। पीएम मोदी ने अपील की कि जो बुजुर्ग आंदोलन में बैठे हैं, उन्हें घर जाना चाहिए। वह आंदोलन खत्म करें और चर्चा आगे चलती रहे। किसानों के साथ लगातार बात की जा रही है।

हमें ये तय करना होगा कि हम समस्या का हिस्सा बनेंगे या समाधान का माध्यम

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमें ये तय करना होगा कि हम समस्या का हिस्सा बनेंगे या समाधान का माध्यम। उन्होंने कहा कि राजनीति और राष्ट्रनीति में हमें किसी एक को चुनना होगा। पीएम मोदी बोले कि सदन में किसान आंदोलन की भरपूर चर्चा हुई, जो भी बताया गया वो आंदोलन को लेकर बताया गया लेकिन मूल बात पर चर्चा नहीं हुई।मौजूदा वक्त में जिनके पास एक हेक्टेयर से कम जमीन है, वो 68 परसेंट किसान हैं। 86 परसेंट किसानों के पास दो हेक्टेयर से भी कम जमीन है। हमें अपनी योजनाओं के केंद्र में 12 करोड़ किसानों को रखना होगा।
देश को हर सिख पर गर्व, उन्हें गुमराह करने का प्रयास
पीएम मोदी ने कहा कि देश को हर सिख पर गर्व है। इस दौरान उन्होंने देश में सिखों के योगदान को भी गौरवान्वित करने वाला बताया। भारत और यहां के सभी देशावासियों को राष्ट्र निर्माण में सिखों के योगदान पर बहुत गर्व है। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर सिखों को गुमराह करने की कोशिश का आरोप भी लगाया।मोदी ने कहा कि इस देश को हर सिख पर गर्व है। उन्होंने इस देश के लिए क्या नहीं किया है। हम उन्हें जो भी सम्मान देंगे, वह हमेशा कम रहेगा। इस दौरान उन्होंने पंजाब का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मैं पंजाब में अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष बिताने के लिए भाग्यशाली रहा हूं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा उनके खिलाफ इस्तेमाल की गई भाषा उन्हें गुमराह करने की कोशिश देश को कभी फायदा नहीं पहुंचायेगी।
पीएम के किया 84 दंगों को याद
उन्होंने 1984 के दंगों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पंजाब के साथ क्या हुआ। विभाजन के दौरान इसका सबसे अधिक नुकसान हुआ। पंजाब 1984 के दंगों के दौरान सबसे अधिक रोया। वे सबसे दर्दनाक घटनाओं के शिकार हो गये। जम्मू और कश्मीर में मासूमों की हत्या कर दी गई। हथियारों का कारोबार चला। उत्तर पूर्व में बाहर। इस सब ने राष्ट्र को प्रभावित किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अस्थिर, अशांत रहे इसके लिए कुछ लोग लगातार कोशिश कर रहे हैं हमें इन लोगों को जानना होगा।