बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के करोड़पति एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के ठिकानों पर विजीलेंस रेड

बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरुण कुमार सिंह के बिहार और झारखंड के ठिकानों पर स्पेशल विजीलेंस यूनिट ने रेड मारा है। इंजीनियर के राजगीर और देवघर ठिकानों पर रेड की गयी है। रेड में अकूत संपत्ति का पता चला है। 

बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के करोड़पति एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के ठिकानों पर विजीलेंस रेड
  • राजगीर व देवघर ठिकानों पर विजीलेंस रेड
  • आठ प्लाट, दो मकान व 25 बैंक अकाउंट्स

पटना। बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरुण कुमार सिंह के बिहार और झारखंड के ठिकानों पर स्पेशल विजीलेंस यूनिट ने रेड मारा है। इंजीनियर के राजगीर और देवघर ठिकानों पर रेड में करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ। एसवीयू ने उनके खिलाफ 90 लाख रुपए की आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। लेकिन रेड के बाद यह आय से तीन गुना अधिक पहुंच गई है।

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आठ प्लाट, दो मकान व 25 बैंक अकाउंट्स

भवन निर्माण निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरुण कुमार सिंह फिलहाल राजगीर में ही पोस्टेड हैं। वे मूलत: लखीसराय जिले के रहने वाले हैं। कुछ साल पहले उनका परिवार देवघर में शिफ्ट हो गया था।इंजीनियर अरुण कुमार सिंह ने झारखंड के देवघर में आलीशान घर बनवाया है। देवघर घर पर ही उनका परिवार रहता है। पुलिस भवन निर्माण निगम के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अरुण सिंह के ठिकानों के ठिकानों पर रेड में आठ प्लाट, तीन करोड़ के 21 कमरों वाले दो इंटरकनेक्टेड मकान के अलावा सोने व चांदी के ज्वेलरी मिले हैं। रेड की सूचना मिलते ही फरार हो गया। मोबाइल भी स्विच आफ कर लिया। फोन कर उन्हें बुलाया गया तो टका सा जवाब दे दिया कि हम नहीं आयेंगे, अपना काम कीजिए। 

तीन करोड़ है देवघर के घर की कीमत

एसवीयू केअनुसार देवघर व राजगीर में तलाशी के दौरान 25 से अधिक बैंक अकाउंट्स, कई चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज, 15 लाख के सोने-चांदी के ज्वेलरी, पटना व लखीसराय में 15 लाख मूल्य के 7-8 प्लॉट के दस्तावेज और फिक्स डिपोजिट के कागजात मिले हैं। देवघर में बड़े परिसर में 21 कमरों का तीन मंजिला दो मकान हैं, जो अंदर से एक-दूसरे से जुड़ा है। इसकी कीमत तीन करोड़ रुपये है। अरुण कुमार सिंह राजगीर में पिछले पांच-छह वर्षों से पोस्टेंड हैं।

बिल्डिंग, भूमि और ज्मेंवेलरी खपाई अधिकतम काली कमाई

रेड में 15 लाख रुपये के सोना-चांदी के आभूषण की बरामदगी भी हुई है। देवघर में बहुत बड़े परिसर में 21 कमरों के सुसज्जित दो इंटरकनेक्टेड मकान हैं, जो तीन मंजिल के हैं। मकान की कीमत तीन करोड़ आंकी गई है। पटना और लखीसराय में आठ प्लाट से

संबंधित दस्तावेज मिले हैं। 30 लाख रुपये विभिन्न बैंकों में जमा होने के प्रमाण व फिक्स डिपाजिट के दस्तावेज भी मिले हैं। आगे की जांच में इस काली कमाई में और वृद्धि होने की पूरी संभावना है।  सामने नहीं आने पर एसवीयू अब अभियंता को गिरफ्तारकरने के प्रयास में जुट गई है। फरार रहने की सूरत में कुर्की जब्ती भी होगी।

आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज

इंडीनियर के खिलाफ 17 फरवरी को पटना में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कराया गया। एक अनुमान के अनुसार, अरुण की संपत्ति अभी सरकारी आमदनी से 75  प्रतिशत अधिक मिली है।इंजीनियर अरुण ने अवैध तरीके से शुरुआती जांच में आय से 90,20,460 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज हुआ था।

बेटी की शादी में से खुल गयी पोल

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरुण कुमार सिंह ने देवघर स्थित आवास से अपनी बेटी की शादी की। शादी पर खूब पैसा खर्च किया। बेटी की शादी में वैभव का प्रदर्शन इंजीनियर के लिए मुसीबत बन गई। विजीलें रेड को इसी का परिणाम बताया जा रहा है। 

छह साल से राजगीर में हैं पोस्टेड

बतायाजाता है कि एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अरुण कुमार सिंह 2016 से राजगीर में पोस्टेड हैं। मूलतः वे लखीसराय के रहने वाले हैं, लेकिन कई वर्ष पहले ही वे परिवार समेत देवघर में बस गये हैं। देवघर में लगभग महीने पहले ही उन्होंने बेटी की शादी की थी। रेड में भारी मात्रा में सोने और चांदी के जेवर के साथ ही जमीन के दस्तावेज भी बरामद की गयी है।