यूपी: गाजियाबाद मोदीनगर की SDM ने पेश की मिसाल, 14 दिन की बेटी को गोद में लेकर निबटा रही है ऑफिस का काम

यूपी के गाजियाबाद जिला के मोदीनगर के एसडीएम सौम्या पांडे ने ड्यूटी के प्रति समर्पण की नई मिसाल पेश की है। इस आइएएस अफसर ने डिलीवरी के एक पखवारे के अंदर ही ऑफिस जॉइन कर लिया है। अभी वह अपनी 21 दिन की बेटी को गोद में लेकर फाइलों का निबटारा कर रही है ।

यूपी: गाजियाबाद मोदीनगर की SDM ने पेश की मिसाल, 14 दिन की बेटी को गोद में लेकर निबटा रही है ऑफिस का काम
  • डिलीवरी के एक पखवारे के अंदर ही जॉइन किया ऑफिस

लखनऊ। यूपी के गाजियाबाद जिला के मोदीनगर के एसडीएम सौम्या पांडे ने ड्यूटी के प्रति समर्पण की नई मिसाल पेश की है। इस आइएएस अफसर ने डिलीवरी के एक पखवारे के अंदर ही ऑफिस जॉइन कर लिया है। अभी वह अपनी 21 दिन की बेटी को गोद में लेकर फाइलों का निबटारा कर रही है । इस कर्तव्यनिष्ट आइएएस अफसर की देशभर में चर्चा हो रही है।

गाजियाबाद जिला में कोरोना के लिए नोडल अफसर सौम्या पांडेय ने 21 दिन पहले ही एक बेटी को जन्म दिया है। सौम्या अब मातृत्व के साथ-साथ एक अफसर के रूप में अपने कर्तव्य को निभा रही है। वह अपनी नवजात बेटी के साथ ड्यूटी पर वापस आकर जिम्मेदारी संभाल लीं है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में सौम्या पांडे ने कहा कि मैं एक आईएएस अफसर हूं।।इसलिए मुझे अपनी ड्यूटी को देखना होगा। कोरोना के कारण सभी पर एक जैसी जिम्मेदारी है। भगवान ने महिलाओं को अपने बच्चे को जन्म देने और देखभाल करने की शक्ति दी है। ग्रामीण भारत में, महिलाएं डिलिवरी के निकट दिनों में प्रेगनेंसी में अपनी गृहस्थी और अपने जीवनयापन से संबंधित काम करती हैं। बच्चे को जन्म देने के बाद वे उसकी देखभाल करती हैं। अपने काम और घर का प्रबंधन भी करती हैं। इसी तरह, यह भगवान की आशीर्वाद है कि मैं अपने तीन हफ्ते की बच्ची के साथ अपना प्रशासनिक काम करने में सक्षम हूं।

उन्होंने कहा कि मेरी फैमली ने इसमें मेरा बहुत समर्थन किया है। मेरी पूरी तहसील और गाजियाबाद जिला प्रशासन, जो मेरे लिए एक परिवार की तरह है, ने मुझे प्रेगनेंसी और डिलीवरी के बाद पूरा समर्थन दिया। जिला मजिस्ट्रेट और स्टाफ ने मुझे प्रेगनेंसी के दौरान और मेरी डिलीवरी बाद में भी मेरा समर्थन किया।एसडीएम ने कहा कि जुलाई से सितंबर तक मैं गाजियाबाद में कोरोना ​​के लिए नोडल अफसर थी। सितंबर में मुझे अपने ऑपरेशन के दौरान 22 दिनों की छुट्टी मिली। डिलीवरी के दो वीक बाद मैं तहसील ज्वाइन कर ली।इसलिए अब उनका कर्तव्य बनता है कि वह मां के धर्म को निभाते हुए अपनी जिम्मेदारी भी निभाएं।उन्होंने कहा कि प्रत्येक गर्भवती महिला को COVID-19 महामारी के दौरान काम करते समय आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए।

कोरोना काल में वह अपनी देखरेख के साथ-साथ बिटिया की भी पूरी तरह देख रेख करते हुऐ अपने काम पूरी जिम्मेदारी से कर रही हैं। फाइलों को वह सैनिटाइज करती हैं।मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली सौम्या पांडेय 2017 बैच की आईएएस अफसर हैं।