कोल माइनिंग इंडस्ट्री में काम करने वालों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत: गवर्नर रमेश बैस

झारखंड के गवर्नर रमेश बैस ने कहा कि कोल माइनिंग इंडस्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। माइनिंग एक जोखिम भरा पेशा है। काम के दौरान कर्मी सुरक्षित रहें, यह भी सुनिश्चित करना होगा। गवर्नर शुक्रवार को धनबाद में इंडियन माइन मैनेजर्स एसोसिएशन द्वारा खनन उद्योग की चुनौतियां एवं अवसर विषय पर आयोजित नेशनल सेमिनार को समारोह को संबोधित कर रहे थे।

कोल माइनिंग इंडस्ट्री में काम करने वालों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत: गवर्नर रमेश बैस
  • पर्यावरण को ध्यान में रख माइनिंग की नई टेकनीक अपनायें
  • इलिगल माइनिंग करने वाले कोल माफिया को चिन्हित कर प्रशासन करे कार्रवाई

धनबाद। झारखंड के गवर्नर रमेश बैस ने कहा कि कोल माइनिंग इंडस्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। माइनिंग एक जोखिम भरा पेशा है।काम के दौरान कर्मी सुरक्षित रहें, यह भी सुनिश्चित करना होगा। गवर्नर शुक्रवार को धनबाद में इंडियन माइन मैनेजर्स एसोसिएशन द्वारा खनन उद्योग की चुनौतियां एवं अवसर विषय पर आयोजित नेशनल सेमिनार को समारोह को संबोधित कर रहे थे।

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गवर्नर रमेश बैस ने कहा कि माइनिंग से जुड़े आप सभी पेशेवर लोगों के बीच आकर प्रसन्नता हो रही है। इंडियन माइन मैनेजर्स एसोसिएशन देश में खनन उद्योग की वृद्धि और विकास को बढ़ावा देने में अग्रणी रहा है। संगठन ने भारत में खनन उद्योग को प्रभावित करनेवाली नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उम्मीद करते हैं कि आनेवाले अनेक वर्षों तक यह संगठन खनन उद्योग और समुदाय की सेवा करता रहेगा। खनन उद्योग के विकास को बढ़ावा दे रहा है। 

इंडियन माइन मैनेजर्स एसोसिएशन की स्थापना के 100 वर्ष और बीसीसीएल की स्थापना के 50 वर्ष

इंडियन माइन मैनेजर्स एसोसिएशन की स्थापना के 100 वर्ष और बीसीसीएल की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने पर उक्त दो दिवसीय संयुक्त राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन धनबाद कोयला नगर सामुदायिक भवन में शुक्रवार से शुरू हुआ है। इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन बतौर चीफ गेस्ट गवर्नर रमेश बैस ने किया।उन्होंने कहा माइनिंग इंडस्ट्री का झारखंड स्टेट की अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। धनबाद कोल माइनिंग के क्षेत्र में पूरे देश में प्रसिद्ध है। धनबाद को देश की कोयला राजधानी भी कहा जाता है। यहां अनेक प्रकार के कोल माइंस है जिसमें विभिन्न प्रकार के मिनरल पाये जाते हैं।

माइनिंग गतिविधियों का पर्यावरण पर पड़ता है प्रतिकूल प्रभाव 

उन्होंने कहा कि माइनिंग गतिविधियों का पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। पर्यावरण को इसका सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव झेलना पड़ता है। इसमें वनों की कटाई, जल तथा वायु प्रदूषण शामिल हैं। इन प्रभावों को कम करने और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए माइनिंग कंपनियों को नई टेकनीकों पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा माइनिंग कंपनियों को सामाजिक दायित्वों के तहत शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में भी ध्यान देने की जरूरत है। शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में निवेश करके हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आने वाले वर्षों में देश व स्टेट पास कुशल और सक्षम कार्यबल हो। सही नीतियों, निवेश और कुशल कार्यबल के साथ प्राकृतिक संसाधनों की पूरी क्षमता से उपयोग कर अपने देश के लिए स्थायी आर्थिक विकास में भागीदार हो सकते हैं।

बीसीसीएल की स्थापना के 50 वर्ष पूरा होना मील का पत्थर

गवर्नर ने कहा कि बीसीसीएल ने 2022 में अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उन सभी लोगों की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रतिफल है, जिन्होंने वर्षों से इस कंपनी से जुड़कर अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी पालन किया। पिछले 50 वर्षों से भारतीय कोयला खनन उद्योग में बीसीसीएल का एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। बीसीसीएल देश के विकास में निरंतर योगदान दे रही है। खनन समुदाय को एक साथ लाने और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करनेऔर खदान प्रबंधकों तथा खनन पेशेवरों को अपने विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए इंडियन माइन मैनेजर्स एसोसिएशन और बीसीसीएल द्वारा यह पहल सराहनीय है।

धनबाद कोल माइनिंग के क्षेत्र में पूरे देश में प्रसिद्ध

गवर्नर ने कहा कि कोयला खनन के क्षेत्र में पूरे देश में प्रसिद्ध है। अटल बिहारी वाजपेयी की नेतृत्व वाली सरकार में मुझे माइंस मिनिस्टर के रूप में काम करने का मौका मिला। अभी कुछ माह पूर्व मैं पूर्वी सिंहभूम स्थित यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड भी गया।वहां की भूमिगत खदान में जाकर वहां की गतिविधियों को देखा। खनन के क्षेत्र में सुरक्षा पर बहुत ध्यान देनेकी आवश्यकता है। खनन एक जोखिम भरा पेशा है। काम के दौरान कर्मी सुरक्षित रहें, यह भी सुनिश्चित करना होगा। खनन कार्यों की दक्षता और उत्पादकता में सुधार करने की दिशा में काम करना होगा।

इलिगल माइनिंग पर रोक के लिए अफसर सख्ती बरतें, जिला प्रशासन कड़े कदम उठाये
गवर्नर ने कहा कि आये दिन माइनिंग क्षेत्र में इलिगर कोल माइनिंग  एवं चोरी होने की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित होती हैं। देश एवं प्रदेश के इससे राजस्व की हानि तो होती ही है। इसकी चर्चा नेशनल लेवल पर की जाती है। इस भाग में कोल माफिया काफी सक्रिय हैं। इस पर हम रोक क्यों नहीं लगा सकते, यह मेरी समझ के बाहर है। गवर्नर ने कहा कि काफी दुख की बात है कि आये दिन यह सुनने व पढ़ने को मिलता है कि अवैध खनन के कारण लोगों की जान गई है। केवल यह माफिया के कारण हो रहा है। यह काफी चितांजनक है। कोयला देश की राष्ट्रीय संपत्ति है।इसके चोरी से सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचता है। इलिगल कोल माइनिंग व कोल तस्करी को रोका जाना चाहिए। इस संपत्ति की लूट नहीं होना चाहिए। कोयला कंपनियों को भी इस पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को इस मंच से सम्मान मिल रहा है। उन्हें भी इस पर ध्यान देना होगा। माइनिंग  कंपनियों को सामाजिक दायित्वों के तहत शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में भी ध्यान देनेकी जरूरत है।

झरिया की आग को काबू किया जा सकता  है, लेकिन बुझाया नहीं जा सकता
समारोह को संबोधित करते हुए एमपी पीएन सिंह ने कहा कि झरिया की आग को काबू किया जा सकता  है, लेकिन बुझाया नहीं जा सकता है। इस लिए वहां के लोगों को शिफ्ट करना है पड़ेगा। ताकि जानमाल क क्षति न हो साथ ही कोयला जो जल रहा है उसे रोका जा सके। एमपी ने कहा कि लोगों को सच्चाई कहने में डर लगती है, लेकिन सच्चाई सबके सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश ही दुनिया के वैज्ञानिक भी इस पर अपनी राय दे चुके है। कोयला की भूमिका देश की तरक्की में अहम है। इस लिए कोयला का उत्पादन कैसे हो इस पर ध्यान देना होगा।
बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने कहा कि बीसीसीएल लगातार चुनौती का समाने करते हुए तरक्की के पथ पर काम कर है। इस कारण आज मिनी रत्न कंपनी बनी है। सेमिनार में गवर्नर ने कोल माइनिंग के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया। बीसीसीएल सीमडी समीरन दत्ता, ईसीएल सीएमडी ए पांडा व आरके ट्रांसपोर्ट के इम्मा एक्वलेसी आवर्ड दिया गया।

कार्यक्रम में सिफंर के डायरेक्टर एके मिश्रा, इम्मा के अध्यक्ष केएन सिंह, महासचिव आरके शर्मा, बीसीसीएल के डीटी संजय सिंह, उदय अनंत कावले, एक्स सीएमडी एके पाल, अशोक महेता, गोपाल सिंह, ए कलाम, डीजीएमएस के एक्स डीजी आर एन शर्मा, कोल इंडिया के एक्स डीटी विनय दायल, विजय कुमार सिन्हा,इम्मा के अध्यक्ष के एन सिंह, महासचिव आर के शर्मा सहित बीसीसीएल के जीएम व एचओडी उपस्थित थे। 

गवर्नर ने डीसी, एसएसपी के साथ की बैठक
कार्यक्रम स्थल से लौटकर गवर्नर ने सर्किट हाउस में डीसी संदीप सिंह, एसएसपी संजीव कुमार सहित अन्य सीनीयर अफसरों साथ बैठक की। लगभग 10 मिनट तक की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई।