झारखंड में  स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे, नहीं लगेगा नाइट कर्फ्यू, रात आठ बजे तक खुली रहेंगी दुकानें

झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को कंट्रल करने के लिए स्टेट गवर्नमेट ने कई पाबंदियां लगायी है।आपदा प्रबंधन की सोमवार को बैठक के बाद गाइडलाइन जारी कर दिया गया है। 

झारखंड में  स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे, नहीं लगेगा नाइट कर्फ्यू, रात आठ बजे तक खुली रहेंगी दुकानें

रांची। झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को कंट्रल करने के लिए स्टेट गवर्नमेट ने कई पाबंदियां लगायी है।
सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में  को प्रोजेक्ट भवन में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की आपात बैठक में कई निर्णय लिया गया। आपदा प्रबंधन की सोमवार को बैठक के बाद गाइडलाइन जारी कर दिया गया है। 

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स्टेट में स्कूल, कॉलेज, एजुकेशनल इंस्टीच्युट,  स्टेडियम, पार्क, जिम, स्वीमिंग पूल, पर्यटक स्थल अगले आदेश तक बंद रहेंगे। एजुकेशनल इंस्टीच्युट 50 परसेंट कैपिसिटी के साथ प्रशासनिक कार्य कर सकेंगेष। मॉल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल अपनी क्षमता के आधे पर काम करेंगे या अधिकतम 100 लोगों को शामिल किया जा सकेगा। सभी दुकानें रात आठ बजे तक खुली रहेंगी. दवा दुकानें, बार, रेस्टोरेंट पहले की तरह चलेंगे। सभी पाबंदियां 15 जनवरी तक लागू रहेंगी। धर्मिक स्थलों पर पहले का आदेश लागू रहेगा।

 प्रतिबंध
स्कूल- कॉलेज समेत अन्य शिक्षण संस्थान अगले आदेश तक के लिए बंद रहेंगे, लेकिन, परंतु इन संस्थानों में 50 फीसदी क्षमता के साथ प्रशासनिक कार्य होंगे।

 स्टेडियम, आउटडोर, इंडोर, पार्क, जिम, जू, स्वीमिंग पुल, पर्यटक स्थल बंद रहेंगे।

 मॉल, रेस्टूरेंट, बैंक्वेट हॉल और सिनेमा हॉल 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित होंगे।

दुकानें रात आठ बजे तक ही खुली रहेंगी।

सिर्फ बार, रेस्टोरंट और दवाई दुकान नार्मल टाइम तक खुले रहेंगे।

 सरकारी और निजी संस्थानों में 50 प्रतिशत क्षमता पर काम होगा।

 बायोमैट्रिक सिस्टम बंद होगा।

 हाट और बाजार सोशल डिस्टेसिंग के साथ खुले रहेंगे।

 शादी और अंत्येष्टी में 100 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति मिली है।

आउटडोर आयोजन में अधिकतम 100 लोग ही शामिल हो सकेंगे।

इनडोर आयोजनों में कुल क्षमता का 50 फीसदी या 100 दोनों में से जो कम हो क्षमता के साथ आयोजन हो सकेंगे।
सभी जिले अलर्ट मोड में रहे
बैठक में सीएम हेमंत सोरेन ने अफसरों को निर्देश दिया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी अनिवार्य स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता के साथ दुरुस्त करें।स्थिति को मद्देनजर रखते हुए राज्य के सभी जिलों को अलर्ट मोड में रखा जाये। कोरोना जांच की संख्या में हर हाल में वृद्धि हो, अधिकारी यह सुनिश्चित करें।श्री सोरेन ने सभी कोविड केयर अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त बेड, आईसीयू बेड, नॉर्मल बेड, अनिवार्य दवाएं आदि व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने का निर्देश दिया।सभी भीड़वाले क्षेत्रों में कोविड-19 अनुकूल व्यवहारों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करवाने का निर्देश दिया।

ना बनें अफरा-तफरी का माहौल
उन्होंने कहा कि राज्य में अफरा-तफरी का माहौल ना बने इसको लेकर मैकेनिज्म डेवलप करें। अफसर स्टेट के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित मेडिकल ऑक्सीजन प्लांटों का निरीक्षण करें तथा मेडिकल ऑक्सीजन की कमी ना हो। उन्होंने कोरोना टेस्ट सैंपल का बैकलॉग नहीं बढ़ाने का निर्देश दिया।विभाग सैंपल कलेक्शन के लिए SOP जारी करे। बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी राज्य में कोरोना संक्रमण के प्रसार के रोकथाम एवं व्यवस्थाओं के संबंध में कई महत्वपूर्ण सुझाव रखे।

बैठक के बाद आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने माीडिया से बातचीत में कहा कि फिलहाल नाईट कर्फ्यू पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। बन्ना ने कहा कि कोरोना हम सबों के लिए चिंता का विषय है।  संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है। उल्लेखनीय है कि रविवार को हेल्थ डिपार्टमेंट ने आपदा प्रबंधन विभाग के सेक्रेटरी को पत्र लिखकर सुझाव दिया था। इसमें 15 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू लगाने के अलावा कई तरह की सेवाओं को बंद करने की बात कही थी। ढाई घंटे चली इस बैठक में कुछ बदलाव के साथ प्राधिकार ने स्वास्थ्य विभाग के ज्यादातर सुझाव को लागू कर दिया है। मिनिस्टर ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग की 75 परसेंट सुझाव को सरकार ने मान लिया गया है। ये पाबंदियां 15 जनवरी तक लागू रहेंगी।

बैठक में चीफ सेकरटेरी सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव सह प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह, प्रधान सचिव वित्त विभाग अजय कुमार सिंह, सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, सचिव विनय चौबे, कृषि सचिव अबू बकर सिद्दीकी, अभियान निदेशक एनएचएम रमेश घोलप, झारखंड एड्स कंट्रोल सोसायटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर भुवनेश प्रताप सिंह सहित अन्य अफसर उपस्थित थे।