दिल्‍ली एयरपोर्ट पर तबीयत बिगड़ने पर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव फिर ले जाये गये AIIMS, सी-6 जनरल वार्ड में शिफ्ट

बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बुधवार की सुबह दि्लली एम्स से डिस्चार्ज करने के बादत बीयत खराब होने पर फिर से एडमिट कर लिया गया है। उनकी किडनी में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। उन्हें नेफ्रोलॉजी के सी-6 वार्ड में शिफ्ट किया गया है। नेफ्रोलॉजी के डॉक्टर भौमिक की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। 

दिल्‍ली एयरपोर्ट पर तबीयत बिगड़ने पर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव फिर ले जाये गये AIIMS, सी-6 जनरल वार्ड में शिफ्ट

नई दिल्ली। बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बुधवार की सुबह दि्लली एम्स से डिस्चार्ज करने के बादत बीयत खराब होने पर फिर से एडमिट कर लिया गया है। उनकी किडनी में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। उन्हें नेफ्रोलॉजी के सी-6 वार्ड में शिफ्ट किया गया है। नेफ्रोलॉजी के डॉक्टर भौमिक की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। 

धनबाद: डीनोबली स्कूल सिंदरी में 10वीं के स्टूडेंट की मौत, क्लासमेट पर लगा मर्डर का आरोप

तेजी से बढ़ रहा किडनी में संक्रमण

लालू के स्वास्थ्य को लेकर उनके छोटे बेटे और बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बताया कि उनकी किडनी और हार्ट में परेशानी है। रांची में उनका क्रिएटिनीन का लेवल 4.5 था। जब दिल्ली पहुंचने पर इसे चेक किया गया तो बढ़कर 5.1 हो गया था। दोबारा जांच हुई तो इसका लेवल 5.9 हो चुका था। जांच रिपोर्ट बता रही है कि संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। उनकी तबीयत अब भी नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार लालू का एक किडनी फेल हो गया है। वह किडनी फेल्योर की समस्या से जूझ रहे हैं। तेजस्वी यादव ने बताया कि उनके पिता की तबीयत परिवार के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। उनके लिए आप सब दुआ करें। फिलहाल लालू का क्रिटनीन लेवल बढ़कर 5.9 पर पहुंच गया है। इससे पहले उनका क्रिएटनीन लेवल रांची रिम्स में 4.6 और एम्स में 5.1 पर पहुंच गया था। लालू के बेटे तेज प्रताप यादव, तेजस्वी यादव और बेटी मीसा भारती ने पिता के क्रिटनीन लेवल बढ़ने पर गंभीर चिंता जताई है।

सीने में दर्द की शिकायत एयरपोर्ट सेे वापस ले जाये गये एम्स

रिम्स में तबीयत बिगड़ने के बाद मंगलवार को उन्‍हें डॉक्टर्स की सलाह पर अचानक रांची  से एयर एंबुलेंस से दिल्‍ली AIIMS भेजा गया। लालू दिल्‍ली एम्स मंगलवार की रात में पहुंचे, लेकिन वहां मेडिकल जांच में डॉक्टर्स ने उन्‍हें एडमिट करने से मना कर दिया। उन्‍हें बुधवार की सुबह लगभग 3:45 बजे एम्स से छुट्टी दे दी गई। लेकिन रांची ले जाने के दौरान दिल्‍ली एयरपोर्ट पर अचानक तबीयत बिगड़ने पर फिर उन्‍हें एम्स ले जाया गया। लालू यादव को बुधवार दोपहर एम्स इमेरजेंसी में लाया गया। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत थी। उनकी ईसीजी, ब्लड, यूरिन, एमआरआई समेत 12 जांच की के सैंपल भेजे गये। उन्हें सी-6 जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। डाक्टर लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाएं हुए हैं। रिपोर्ट के आधार पर उनके स्वास्थ्य का विश्लेषण किया जा रहा। परिवार के लोग उनके संपर्क में हैं।

13 बीमारियों से ग्रसित हैं लालू यादव

लालू यादव डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, हाइपर टेंशन, थैलीसीमिया, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से संबंधित बीमारी, कमजोर इम्युनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या, आंख में दिक्कत है।रिम्स उपाधीक्षक डा हीरेंद्र बिरुआ ने बताया कि लालू प्रसाद को मुख्य रूप से किडनी की समस्या है जिसके इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर एम्स रेफर किया गया है। मालूम हो कि पिछली बार भी लालू को रिम्स में इलाज के दौरान एम्स दिल्ली भेजा गया था। एक बार फिर उन्हें उच्चतर इलाज के लिए एम्स दिल्ली भेजा गया।

लालू की किडनी लगातार हो रही खराब 

रिम्‍स में लालू प्रसाद यादव की देखरेख कर रहे डा विद्यापति ने बताया कि लालू प्रसाद यादव की किडनी की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। उनकी किडनी फोर्थ स्टेज में चली गई है। क्रिएटिनीन लेवल पिछले दस दिनों में 4.1 से बढ़कर 4.6 हो गया है। इसके अलावा हार्ट की परेशानी को देखते हुए रिम्स के डाक्टरों के बोर्ड ने निर्णय लेकर आगे के इलाज के लिए एम्स रेफर किया।

मेडिकल जांच रिपोर्ट भी संतोषजनक आई थी, इसलिए डाक्टरों ने एडमिट करने की जरूरत नहीं समझी

बताया जा रहा है कि एम्स के पांच डाक्‍टरों की टीम लालू यादव के स्वास्थ्य की जांच की  इससे पहले बुधवार सुबह 3:45 बजे एम्स से छुट्टी दे दी गई, क्योंकि डाक्टरों ने उन्हें एडमिट करने की जरूरत नहीं समझी। सभी जांच के बाद डाक्टरों ने पाया कि लालू को फिहलाल एम्स में एडमिट कर इलाज करने की जरूरत नहीं है। उनकी मेडिकल जांच रिपोर्ट भी संतोषजनक आई थी, इसलिए डाक्टरों ने भी लालू प्रसाद यादव को इलाज के लिए एम्स में एडमिट करने की जरूरत नहीं समझी। इसके साथ ही लालू को डिस्चार्ज कर दिया गया। एम्स में लालू यादव की जांच के लिए ब्लड के सैंपल लिये गये थे। ईसीजी सहित कई अन्य जांचें भी की गईं। ब्लड जांच की रिपोर्ट आने के बाद नेफ्रोलोजी व कार्डियोलाजी विभाग के डाक्टरों की टीम ने पाया कि उन्हें फिलहाल एडमिट करने की जरूरत नहीं है।
लालू को मंगलवार रात को लगभग 9:05 बजे रांची से एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली लाकर एम्स में एडमिट किया गया था। एम्स में एडमिट कराने के साथ ही उनका तत्काल इलाज भी शुरू कर दिया गया। इसी कड़ी में कई तरह के मेडिकल टेस्ट भी कराये गये थे, जिसकी रिपोर्ट बुधवार सुबह तक आ गई। इसके बाद जरूरत नहीं होने पर लालू को एम्स में एडमिट नहीं किया गया है। 

किडनी व दिल की बीमारी से पीड़ित हैं लालू
उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद यादव को लंबे समय से किडनी व दिल की बीमारी है। किडनी व दिल की बीमारी के कारण उन्हें पहले भी कई बार एम्स में भर्ती किया गया था। पिछले साल जनवरी में भी उन्हें किडनी व दिल की बीमारी के साथ-साथ फेफड़े में संक्रमण के कारण एम्स में भर्ती किया गया था। उस वक्त वह लंबे समय तक एम्स में भर्ती रहे थे। बाद में ठीक होने पर उन्हें एम्स से छुट्टी दे दी गई थी। इसके बाद पिछले साल नवंबर के अंतिम सप्ताह में भी उन्हें एम्स में एडमिट किया गया था। बताया जा रहा है कि एक बार फिर उन्हें किडनी व दिल की बीमारी बढ़ गई है। इस वजह से उन्हें एम्स में एडमिट करना पड़ा है।
चारा घोटाला में जेल की सजा काट रहे लालू

लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार मामले में बीते 21 फरवरी को सीबीआइ कोर्ट ने पांच साल जेल की सजा दी थी। लालू चारा घोटाला के अन्य मामलों में सजा पाकर बेल पर हैं। डोरंडा कोषागार मामले में जेल की सजा के बाद खराब स्वास्थ्य के कारण उन्हें रांची के रिम्स में एडमिट कराया गया। वहां डाक्‍टरों ने उनकी किडनी के केवल 20 प्रतिशत काम करने व अन्य स्‍वास्‍थ्य कारणों से दिल्ली एम्स रेफर किया था।

उम्र और स्‍वास्‍थ्य के आधार पर झारखंड हाईकोर्ट में उनकी बेल पिटीशन दायर
उम्र और स्‍वास्‍थ्य के आधार पर झारखंड हाईकोर्ट में उनकी बेल पिटीशन दायर की गई है। उसपर एक अप्रैल को सुनवाई होनी है।   रांची रिम्स के डाक्टरों के अनुसार लालू की किडनी लगातार खराब हो रही है। इसके अलावा लालू डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हृदयरोग, दांत दर्द, दाहिने कंधे व पैर की हड्डी की समस्याओं तथा आंखों की परेशानी से भी परेशान हैं।