पंजाब: PM की सिक्युरिटी में चूक मामले घिरे कार्यवाहक DGP हटाये गये. आपीएस वीके भवरा बने स्टेट पुलिस के चीफ

पीएम नरेंद्र मोदी की सिक्युरिटी में पांच जनवरी को हुई चूक मामले में पंजाब के कार्यवाहक DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय और फिरोजपुर के SSP हरमनदीप हंस की शनिवार को हटा दिया गया है। 1987 बैच के IPS अफसर वीके भवरा को पंजाब का नया DGP बनाया गया है।

पंजाब: PM की सिक्युरिटी में चूक मामले घिरे कार्यवाहक DGP हटाये गये. आपीएस वीके भवरा बने स्टेट पुलिस के चीफ

चंडीगढ़। पीएम नरेंद्र मोदी की सिक्युरिटी में पांच जनवरी को हुई चूक मामले में पंजाब के कार्यवाहक DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय और फिरोजपुर के SSP हरमनदीप हंस की शनिवार को हटा दिया गया है। 1987 बैच के IPS अफसर वीके भवरा को पंजाब का नया DGP बनाया गया है। 

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आइपीएस नरिंदर भार्गव को फिरोजपुर SSP बनाया गया है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को इन नामों को मंजूरी दे दी। पंजाब के कार्यवाहक DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय पीएम नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर दौरे में हुई सुरक्षा चूक को लेकर लगातार निशाने पर थे। पीएम नरेंद्र मोदी की पांच जनवरी को  फिरोजपुर दौरे के समय सुरक्षा प्रबंधों में चूक सामने आई थी। पीएम का काफिला करीब 20 मिनट तक फिरोजपुर में एक फ्लाईओवर पर रुका रहा था। इस दौरान काफिले के समीप कुछ लोग पहुंच नारेबाजी करते पहुंच गये थे। इसके बाद पीएम ने बठिंडा एयरपोर्ट पर पंजाब के अफसरों से कहा था कि अपने सीएम को कह देना कि वह यहां तक जिंदा पहुंच गये। इसके बाद पीएम की सिक्युरिटी में चूक मामले पर राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया था।फिरोजपुर के SSP हरमनदीप हंस पर VVIP सिक्योरिटी में लापरवाही का आरोप है।
UPSC ने पांच डीजीपी के लिए तीन अफसरों का भेजा था पैनल 
UPSC ने चार जनवरी को पंजाब में परमामेंट DGP के लिए तीन अफसरों के नाम का पैनल स्टेट गवर्नमेंट को भेजा था। सीएम चन्नी ने शनिवार की दोपहर वीके भवरा के नाम की फाइल पर दस्तखत कर दिये।

पंजाब के 2 IPS जायेंगे सेंट्रल डेपुटेशन पर 
UPSC के पैनल में डीजीपी के लिए 1987 बैच के IPS दिनकर गुप्ता और वीके भवरा के साथ 1988 बैच के प्रबोध कुमार शामिल थे। दिनकर गुप्ता होम डिपार्टमेंट को पहले ही लिखकर दे चुके हैं कि वह DGP बनने के इच्छुक नहीं हैं। वहीं, प्रबोध कुमार बेअदबी कांड में असरदार कार्रवाई न कर पाने को लेकर स्टेट गवर्नमेंट के पसंदीदा अफसरों की लिस्ट से पहले ही बाहर थे। दिनकर गुप्ता और प्रबोध कुमार दोनों ने ही सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने की इच्छा जताई थी। ऐसे में भवरा ही अकेले दावेदार बचे थे, जो अब राज्य के DGP बन गये हैं।