PM नरेंद्र मोदी का अपनी मां के 100वें जन्मदिन भावुक ट्वीट- CM बनने पर मां ने दी थी शिक्षा, कभी रिश्वत मत लेना

PM नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपनी मां हीराबेन के 100वें जन्मदिन पर उनको समर्पित एक भावुक ट्वीट किया है। ब्लॉग में उन्होंने मां के बलिदानों और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डा ला। जिन्होंने उनके दिमाग और व्यक्तित्व को आकार दिया और खुद पर भरोसा करना सिखाया। पीएम ने शनिवार की सुबह गांधीनगर में मां से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया।

PM नरेंद्र मोदी का अपनी मां के 100वें जन्मदिन भावुक ट्वीट- CM बनने पर मां ने दी थी शिक्षा, कभी रिश्वत मत लेना
  • दूसरों की खुशियों में खुश रहना सीखाने के लिए मां को दिया धन्यवाद बताया कैसे उनकी मां ने अब्बास को भी पाला
  • PM ने बचपन की कई यादों को किया शेयर

नई दिल्ली। PM नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपनी मां हीराबेन के 100वें जन्मदिन पर उनको समर्पित एक भावुक ट्वीट किया है। ब्लॉग में उन्होंने मां के बलिदानों और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डा ला। जिन्होंने उनके दिमाग और व्यक्तित्व को आकार दिया और खुद पर भरोसा करना सिखाया। पीएम ने शनिवार की सुबह गांधीनगर में मां से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया।

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आप कभी रिश्वत न लें'
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी मां ने उन्हें हमेशा एक मजबूत संकल्प और 'गरी ब कल्य ण' पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया, जो उनकी सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं का विषय है।बीजेपी ने वर्ष 2001 में जब  उन्हें गुजरात का सीएमचुना , तो उनकी मां खुश थीं । उन्हों ने उनसे कहा , 'मैं सरकार में आपके काम को नहीं समझती लेकिन मैं चा हती हूं कि आप कभी रि श्वत न लें।'

'अब्बास को मां ने अपने बेटों जैसा पाला '

पीएम ने कहा कि उनकी मां को दूसदूरे लोगों की खुशियों में खुशी मिलती है। वह बेहद बड़े दिल की हैं। उन्होंने कहा उनके पिता अपने करीबी दोस्त की मौत के बाद उनके बेटे अब्बास को अपने घर लाए थे। वह हमारे साथ रहा और उसने अपनी पढ़ाई पूरी की। मां अब्बास की उतने ही स्नेह से देखभाल करती थीं ,जितनी वह हम सभी भा ई-बहनों के लिए करती थीं। हर साल ईद पर, वह अपने पसंदीदा व्यंजन बनाती थी।त्योहारों पर, पड़ोस के बच्चों के लिए यह आम बात थी कि हमारे घर आएं और मां की विशेष तैयारियों का लुत्फ उठाएं।

अपनी मां के जीवन की कहानी में, मुझे भारत की मातृशक्ति की तपस्या ,बलिदान और योगदान दिखाई देता है

पीएम मोदी ने लिखा है कि 'अपनी मां के जीवन की कहानी में, मुझे भारत की मातृशक्ति की तपस्या ,बलिदान और योगदान दिखाई देता है। जब भी मैं मां और उनके जैसी करोड़ों महिलाओं को देखता हूं, तो मुझे लगता है कि भारतीय महिलाओं के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। मेरी मां जितनी सरल हैं उतनी ही असाधारण भी हैं। बिल्कुल सभी माताओं की तरह।पीएम ने अपनी मां को एक कर्तव्यपरायण नागरिक बताया , जिन्हों ने पंचायत से लेकर संसद तक हर चुनाव में मतदान किया। मां बेहद सरल जीवन शैली जीती है। आज भी उनके नाम पर को ई संपत्ति नहीं है।

उन्होंने कहा , 'मैंने उन्हें कभी भी सोने के गहने पहने हुए नहीं देखा है और न ही उन्हें कोई दिलचस्पी है। पहले की तरह, वह अपने छोटे से कमरे में एक बेहद साधारण जीवन शैली का पालन करती हैं। उनकी मां की याददाश्त तेज है।मां के 100वें जन्मदिन पर पीएम ने गांधीनगर जाकर उनसे मुलाकात की और आशीर्वाद लिया। मां की प्रशंता करते हुए पीएम ने लिखा, 'अपने निस्वार्थ स्वभाव के अनुरूप, वह साधुओं से अपने लिए कुछ भी मांगने के बजाय हम बच्चों को आशीर्वाद देने का अनुरोध करती थी। वह उनसे आग्रह करती थीं, 'मेरे बच्चों को आशीर्वाद दें कि वे दूसरों के सुख में खुश रहें और उनके दुख में सहानुभूति रखें। उनमें भक्ति और सेवा भाव हो।'
मां आशीर्वाद लेते, प्रसाद खिलाते और मां के पैर धोते मोदी
पीएम के अपनी मां से मिलने की जो फोटो सामने आई हैं उसमें उन्हें आशीर्वाद लेते, प्रसाद खिलाते और मां के पैर धोते हुए देखा जा सकता है। उल्लेखनीय कि मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। पीएम बनने के बाद वे पहली बार अक्टूबर 2017 में, अपने गृहनगर वडनगर गये थे। यह पूर्वी गुजरात का वही शहर है जहां एक रेलवे स्टेशन पर पीएम मोदी बचपन में अपने पिता की चाय बेचने में मदद करते थे। इस जीर्ण-शीर्ण चाय की दुकान का जीर्णोद्धार किया गया है। रेलवे स्टेशन का भी सौंदर्यीकरण किया गया है।