मन की बात में बोले PM मोदी:  इस बार नये साल पर देश के लिए लें रेजोल्यूशन

पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार की मन की बात में कहा कि चार दिन बाद नया साल शुरू होने वाला है। अब अगली मन की बात 2021 में होगी। उन्होने कहा कि देश में नया सामर्थ्य पैदा हुआ है। इस नई सामर्थ्य का नाम आत्मनिर्भरता है। 

मन की बात में बोले PM मोदी:  इस बार नये साल पर देश के लिए लें रेजोल्यूशन
  • मोदी ने कहा कि अब यह सुनिश्चित करने का समय है कि हमारे उत्पाद विश्ववस्तरीय हों
  • जो भी ग्लोबल बेस्ट है वो हम भारत में बनाकर दिखायें

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार की मन की बात में कहा कि चार दिन बाद नया साल शुरू होने वाला है। अब अगली मन की बात 2021 में होगी। उन्होने कहा कि देश में नया सामर्थ्य पैदा हुआ है। इस नई सामर्थ्य का नाम आत्मनिर्भरता है। 

पीएम ने कहा कि कश्मीरी केसर वैश्विक स्तर पर एक ऐसे मसाले के रूप में प्रसिद्ध है, जिसके कई प्रकार के औषधीय गुण हैं। यह अत्यंत सुगन्धित होता है, इसका रंग गाढ़ा होता है और इसके धागे लंबे व मोटे होते हैं। जो इसकी औषधीय मूल्य को बढ़ाता है। गीता की ही तरह, हमारी संस्कृति में जितना भी ज्ञान है सब जिज्ञासा से ही शुरू होता है। वेदांत का तो पहला मंत्र ही है 'अथातो ब्रह्म जिज्ञासा', अर्थात आओ हम ब्रह्म की जिज्ञासा करें। इसलिए तो हमारे यहां ब्रह्म के भी अन्वेषण की बात कही जाती है। जिज्ञासा की ताकत ही ऐसी है।

उन्होंने कहा कि देश के सम्मान में सामान्य मानवी ने इस बदलाव को महसूस किया है। मैंने देश में आशा का एक अद्भुत प्रवाह भी देखा है। चुनौतियां खूब आई, संकट भी अनेक आये। कोरोना के कारण दुनिया में सप्लाई चेन को लेकर अनेक बाधाएं भी आई, लेकिन हमने हर संकट से नये सबक लिये।पीएम  मोदी ने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों, अब मैं एक ऐसी बात बताने जा रहा हूं, जिससे आपको आनंद भी आयेगा और गर्व भी होगा। भारत में तेंदुओं की संख्या में, 2014 से 2018 के बीच, 60 परसेंट से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। ये वही तेंदुए हैं जिनके बारे में जिम कॉरबेट ने कहा था- जिन लोगों ने तेंदुओं को प्रकृति में स्वछन्द रूप से घूमते नहीं देखा, वो उसकी खूबसूरती की कल्पना ही नहीं कर सकते। उसके रंगों की सुन्दरता और उसकी चाल की मोहकता का अंदाज नहीं लगा सकते।

अधिकतर पत्रों में लोगों ने देश के सामर्थ्य, देशवासियों की सामूहिक शक्ति की भरपूर प्रशंसा की है। जब जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव प्रयोग, पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बना, जब ताली-थाली बजाकर देश ने हमारे कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया था, एकजुटता दिखाई थी उसे भी कई लोगों ने याद किया है।कोरोना के कारण, आपूर्ति श्रृंखला दुनिया भर में बाधित हो गई, लेकिन हमने प्रत्येक संकट से नये सबक सीखे। राष्ट्र ने नई क्षमताओं को भी विकसित किया है। इस क्षमता को हम आत्मनिर्भरता कह सकते हैं।

पीएम ने कहा हमें देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करना ही है। ये भी 2021 के संकल्पों में से एक है।हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम कचरा ही नहीं फैलायंगे।कोरोना की वजह से इस साल इसकी चर्चा उतनी हो नहीं पाई है। हमें सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प लेना चाहिए।इन प्रयासों के बीच, हमें ये भी सोचना है कि ये कचरा इन बीच पर, इन पहाड़ों पर, पहुंचता कैसे है? आखिर, हम में से ही कोई लोग ये कचरा वहां छोड़कर आते हैं।
मोदी ने कहा कि आज के ही दिन गुरु गोविंद जी के पुत्रों, साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था। अत्याचारी चाहते थे कि साहिबजादे अपनी आस्था छोड़ दें, महान गुरु परंपरा की सीख छोड़ दें, लेकिन हमारे साहिबजादों ने इतनी कम उम्र में भी गजब का साहस दिखाया, इच्छाशक्ति दिखाई। दीवार में चुने जाते समय, पत्थर लगते रहे, दीवार ऊँची होती रही, मौत सामने मंडरा रही थी, लेकिन, फिर भी वो टस-से-मस नहीं हुए।
पीएम की मन की बात मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जो हर माह के लास्ट रविवार को प्रसारित किया जाता है।