Operation Sindoor : भारतीय सेना के स्ट्राइक में मसूद अजहर के परिवार के उड़ गये चीथड़े, जैश कमांडर ने खोली दहशत की कहानी"

ऑपरेशन सिंदूर पर जैश कमांडर का खुलासा—भारतीय सेना के हमले में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों की मौत। चार महीने बाद भी आतंकियों में भारतीय स्ट्राइक का खौफ कायम।

Operation Sindoor : भारतीय सेना के स्ट्राइक में मसूद अजहर के परिवार के उड़ गये चीथड़े, जैश कमांडर ने खोली दहशत की कहानी"
मसूद अजहर का परिवार तबाह (फाइल फोटो)।
  • भारतीय सेना की स्ट्राइक के चार महीने बाद भी पाकिस्तान में दहशत
  • जैश कमांडर इलियास कश्मीरी का बड़ा खुलासा
  • अजहर के 10 परिजनों की हुई थी मौत

नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के चार महीने बाद भी पाकिस्तान में दहशत का माहौल कायम है। जैश ए मोहम्मद के टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने स्वीकार किया है कि भारतीय सेना के हमले में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों के चीथड़े उड़ गये थे। यह खुलासा आतंकियों के बीच अब भी कायम खौफ की गवाही देता है।
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जैश कमांडर का बड़ा खुलासा
इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में जैश ए मोहम्मद के एक कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने पहली बार माना है कि ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर के परिवार को भारी नुकसान हुआ था। उसने बताया कि भारतीय सेना ने बहावलपुर स्थित जैश मुख्यालय पर सटीक निशाना साधा था, जिसमें अजहर के करीबी रिश्तेदार मारे गये। पाक अधिकृत कश्मीर में पैदा हुआ इलियास कश्मीरी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद में नंबर दो माना जाता है। इसकी भूमिका आतंकियों को हथियारों की ट्रेनिंग देने से लेकर युवाओं को कट्टरता का पाठ पढ़ाकर आतंकी बनाने का भी काम करता है।
अजहर पहले ही मान चुका है परिवार की मौत
इससे पहले मसूद अजहर खुद भी स्वीकार कर चुका है कि ऑपरेशन सिंदूर में उसके परिवार के सदस्य मारे गए थे। लेकिन यह पहली बार है जब किसी बड़े आतंकी कमांडर ने उस हमले की विभीषिका का खुलासा किया है।
पाकिस्तान में भी सुरक्षित नहीं आतंकी
इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में इलियास कश्मीरी का डर साफ दिखाई देता है। वीडियो में दिख रहा है कि इलियास कश्मीरी जैश के अन्य हथियारबंद आतंकी कमांडरों की मौजूदगी बता रहा है कि किस तरह से आतंकी बनने के बाद दिल्ली से लेकर काबुल, कंधार तक पाकिस्तान की सीमाओं की सुरक्षा के लिए लड़ाई की, लेकिन भारतीय सेनाओं ने खुद उसके चीफ के परिवार के सदस्यों के चिथड़े उड़ा दिये थे।उसने कहा कि वह दिल्ली से काबुल और कंधार तक लड़ाई लड़ चुका है, लेकिन भारतीय सेना की स्ट्राइक ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान की सीमाएं भी आतंकियों के लिए सुरक्षित नहीं रहीं।
अजहर के परिवार के 10 सदस्य ढेर
जैश कमांडर ने बताया कि उस हमले में अजहर के परिवार के 10 सदस्य मारे गये थे। इसमें उसके करीबी रिश्तेदार और महिला- बच्चे भी शामिल थे। हमले के बाद से जैश के अन्य कमांडरों में खौफ और बेचैनी का माहौल है। भारतीय हमले में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों के मारे जाने की कई सोर्सेज से पुष्टि हो चुकी है। वैसे इलियास कश्मीरी ने एक बार फिर पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के गठजोड़ की पुष्टि भी कर दी। उसके अनुसार आतंकी समूहों को पाकिस्तानी सेना और जनरल आसिम मुनीर का भरपूर समर्थन मिलता रहा है। इसके प्रमाण के रूप में उसने आपरेशन सिंदूर में मारे गये आतंकियों के दफनाने के दौरान सेना के जनरल को भेजने का उल्लेख किया।
आतंकियों में कायम है खौफ
विशेषज्ञों का मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकियों के मनोबल को गहरा आघात पहुंचाया है। चार महीने बीतने के बाद भी पाकिस्तानी आतंकी संगठन भारतीय सेना के नाम से कांप रहे हैं।
आतंकियों के जनाजे में मौजूद थे पाकिस्तानी अफसर
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के कई सीनीयर आर्मी अफसरों के आतंकियों के अंतिम संस्कार के कार्यक्रमों में शामिल होने के वीडियो और फोटो सामने आये थे। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों द्वारा 26 निर्दोष पर्यटकों को धर्म देख-देखकर मार दिये जाने पर जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने छह-सात मई की रात को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया था। इनमें लश्करे तैयबा का मुरीदके स्थिति मुख्यालय के साथ-साथ जैश ए मोहम्मद का बहावलपुर स्थित मुख्यालय भी शामिल था। वैसे पाकिस्तान सेना के डीजीएमओ के अनुरोध के बाद ऑपरेशन सिंदूर को 10 मई को स्थगित कर दिया गया। लेकिन भारत ने साफ कर दिया था कि यदि भविष्य में किसी भी तरह से आतंकी हमले की स्थिति में आतंकियों से जुड़े अड्डों पर सैन्य कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।