ओडिशा: माओवादी हिंसा में पत्रकार की मर्डर, आईईडी विस्फोट में हुई मौत

पश्चिमी ओडिशा जिले के कालाहांडी में एक शनिवार दोपहर आईईडी विस्फोट में पत्रकार रोहित बिस्वाल (43) की मौत हो गई। विस्फोट में मारे गये पत्रकार उड़िया दैनिक धारित्री के लिए काम करते थे।

ओडिशा: माओवादी हिंसा में पत्रकार की मर्डर, आईईडी विस्फोट में हुई मौत
पत्रकार रोहित बिस्वाल (फाइल फोटो)।

भुवनेश्वर। पश्चिमी ओडिशा जिले के कालाहांडी में एक शनिवार दोपहर आईईडी विस्फोट में पत्रकार रोहित बिस्वाल (43) की मौत हो गई। विस्फोट में मारे गये पत्रकार उड़िया दैनिक धारित्री के लिए काम करते थे।

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कालाहांडी जिले के लोकप्रिय ओडिया दैनिक धारित्री के पत्रकार रोहित बिस्वाल, मदनपुर-रामपुर प्रखंड के मोहनगिरी गांव गये थे। उन्हें सूचना मिली थी कि करलारखुंटा पुल के पास पंचायत चुनाव के बहिष्कार के लिए संदिग्ध माओवादियों द्वारा कई पोस्टर लगाये गये हैं। ओडिशा में पंचायत चुनाव 16 से 24 अक्टूबर के बीच होने हैं।

 कालाहांडी के एसपी डॉ विवेक एम सरवाना ने कहा कि घटना दोपहर 12 से 12.30 बजे के बीच कभी भी हुई होगी। उन्होंने कहा कि सुबह से इलाके में माओवादी पोस्टरों की फोटो मिल रही हैं। इसमें लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने के लिए कहा गया है। कभी-कभी माओवादी ऐसे पोस्टरों के पास आईईडी लगाते हैं। हम आम तौर पर ऐसे पोस्टरों को निकालने में जल्दबाजी नहीं करते हैं जब तक कि क्षेत्र को बम निरोधक दस्ते द्वारा सही से जांच नहीं लिया जाता है। मुझे संदेह है कि रिपोर्टर ने सड़क के नीचे लगाये गये आईईडी पर कदम रखा होगा या पोस्टर के नजदीक चले गये होंगे जिससे विस्फोट हो गया। हमें अभी तक इस पर कोई स्पष्टता नहीं मिली है कि यह कैसे हुआ।

 वीडियो वायरल

हालांकि एसपी ने पत्रकार की मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की, लेकिन घटना का वीडियो क्लिप सामने आया जिसमें पत्रकार का घायल शरीर एक बाइक के बगल में पड़ा था, जिस पर वह सवार था। पोस्टर कथित तौर पर भाकपा (माओवादी) के केकेबीएन डिवीजन द्वारा लगाये गये थे। जो कालाहांडी और कंधमाल सीमा में सक्रिय है।

 ओडिशा में पहली बार किसी पत्रकार की मर्डर

एसपी ने कहा कि वह तब तक मौत की पुष्टि नहीं कर पायेंगे जब तक कि बम निरोधक दस्ते इलाके को पूरी तरह से साफ नहीं कर देते। क्योंकि मौके के पास और आईईडी लगाए जाने की संभावना है। कई माओवादियों के पोस्टर और बैनर पेड़ों से चिपके हुए थे। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों ने कंधमाल जिले के नजदीक और विद्रोहियों के जाने माने गलियारे की घेराबंदी कर दी है। बिस्वाल ओडिशा में माओवादी हिंसा में किसी पत्रकार के मारे जाने का पहला उदाहरण है। छत्तीसगढ़ में, अक्टूबर 2018 में आईईडी विस्फोट में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर सेक्टर में ओडिशा के मूल निवासी दूरदर्शन के पत्रकार अच्युतानंद साहू और दो पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी।