नई दिल्ली: 93 साल के हुए लालकृष्ण आडवानी, पीएम नरेंद्र मोदी  ने घर पहुंचकर दी जन्म दिन की बधाई,अमित शाह और जेपी नड्डा ने भी दी बधाई

बीजेपी के सीनीयर लीडर लाल कृष्ण आडवाणी का रविवार को जन्मदिन है। अविभाजित भारत के कराची में एक सिंधी फैमिली में जन्मे आडवाणी आज 93 साल के हो गये हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा आडवानी को बधाई देने के लिए उनके घर पहुंचे।

नई दिल्ली: 93 साल के हुए लालकृष्ण आडवानी, पीएम नरेंद्र मोदी  ने घर पहुंचकर दी जन्म दिन की बधाई,अमित शाह और जेपी नड्डा ने भी दी बधाई

नई दिल्ली। बीजेपी के सीनीयर लीडर लाल कृष्ण आडवाणी का रविवार को जन्मदिन है। अविभाजित भारत के कराची में एक सिंधी फैमिली में जन्मे आडवाणी आज 93 साल के हो गये हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा आडवानी को बधाई देने के लिए उनके घर पहुंचे। पीएम ने आडवाणी को फूलों का गुलदस्ता भेंट किया। 

लालकृष्ण आडवाणी के जन्मदिन पर पीएम मोदी ने खिलाया केक
पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा रविवार को लाल कृष्ण आडवाणी के आवास पहुंचे। पीएम मोदी ने सबसे पहले आडवाणी को शुभकामनाएं देते हुए गुलदस्ता भेंट किया और पैर छूकर आशीर्वाद लिया। पीएम मोदी और आडवाणी काफी देर तक बात करते हुए भी नजर आए। पीएम मोदी ने लाल कृष्ण आडवाणी के साथ मिलकर उनके लिए केक काटा और फिर अपने हाथों से खिलाया। 

पीएम ने ट्वीट कर दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा,'भाजपा को जन-जन तक पहुंचाने के साथ देश के विकास में अहम भूमिका निभाने श्रद्धेय श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई। वे पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं के साथ ही  देशवासियों के प्रत्यक्ष प्रेरणास्रोत हैं। मैं उनकी लंबी आयु और स्वस्थ जीवन की प्रार्थना करता हूं'। होम मिनिस्टर अमित शाह ने भी लाल कृष्ण आडवाणी के जन्मदिवस पर बधाई देते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा,'आदरणीय आडवाणी जी ने अपने परिश्रम और निस्वार्थ सेवाभाव से न सिर्फ देश के विकास में अहम योगदान दिया बल्कि भाजपा की राष्ट्रवादी विचारधारा के विस्तार में भी मुख्य भूमिका निभाई। उनके जन्मदिन पर उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और ईश्वर से उनके अच्छे स्वास्थ्य व दीर्घायु की कामना करता हूं'।

बीजेपी के नींव रखने में आडवानी का अहम योगदान
लाल कृष्ण आडवाणी साल 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप-प्रधानमंत्री रह चुके हैं। लाल कृष्ण को ऐसे नेताओं में गिना जाता है, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे पहले वह वर्ष 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री भी रह चुके हैं। यही नहीं 10वीं और 14वीं लोकसभा में उन्होंने विपक्ष ने नेता के तौर पर भी भूमिका निभाई है। आडवानी ने अपने करियर की शुरूआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से की थी। साल 2015 में उन्हें पद्म विभूषण से भी नवाजा गया गया था। 
अविभाजित भारत के कराची में हुआ आडवाणी का जन्म

लालकृष्ण आडवाणी का जन्म अविभाजित भारत के कराची में  आठ नवंबर 1927 को हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा कराची के सेंट पैटिक हाई स्कूल में हुई। इसके बाद सिंध के हैदराबाद में गवर्नमेंट कॉलेज में दाखिला लिया। वह 1941 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। विभाजन के बाद भारत आ गये। 1951 में जनसंघ से जुड़े। तीन बार बीजेपी के अध्यक्ष और देश के उप प्रधानमंत्री रहे। बढ़ती उम्र के कारण अब राजनीति में उनकी सक्रियता कम हो गई है।