नई दिल्ली:एक मार्च तक फ्री में लगवायें फास्टैग,  पर डे का टोल कलेक्शन 102 करोड़ रुपये पहुंचा

देश में टोल प्लाजा पर डिजिटल पेमेंट को प्रोत्साहित करने के लिए लाया गया फास्टैग पेमेंट का इस्तेमाल देश भर में 23.2 परसेंट पर पहुंच गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने शनिवार को एक ट्वीट कर बताया कि कुल लेनदेन की संख्या 63 लाख को पार कर गई है।

नई दिल्ली:एक मार्च तक फ्री में लगवायें फास्टैग,  पर डे का टोल कलेक्शन 102 करोड़ रुपये पहुंचा

नई दिल्ली। देश में टोल प्लाजा पर डिजिटल पेमेंट को प्रोत्साहित करने के लिए लाया गया फास्टैग पेमेंट का इस्तेमाल देश भर में 23.2 परसेंट पर पहुंच गया है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने शनिवार को एक ट्वीट कर बताया कि कुल लेनदेन की संख्या 63 लाख को पार कर गई है।

राष्ट्रीय राजमार्गों पर 100 परसेंट कैशलेस टोलिंग की व्यवस्था

NHAI ने कहा कि फास्टैग के जरिए टोल कलेक्शन 102 करोड़ पर डे पहुंच गया है। एनएचएआई ने कहा है कि एक मार्च तक सभी टोल प्लाजा पर फ्री में फास्टैग लगायें जा रहे हैं।एनएचएआई ने कहा कि इसके लागू होने के पांच दिनों में, राष्ट्रीय राजमार्गों पर 100 परसेंट कैशलेस टोलिंग की व्यवस्था को लेकर पैसेंजर्स की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई है। वो फास्टैग में बैलेंस चेक करने के लिए स्टेटट नामक एक नई सुविधा भी जोड़ी है। इससे गुगल प्ले या फिर ऐपल के ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें कलर कोड के जरिए वाहन मालिक फास्टैग स्टेट चेक कर सकते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक टोल पेमेंट सिस्टम
उल्लेखनीय है कि मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट टोल प्लाजा पर शत-प्रतिशत फास्टैग सिस्टम लागू कर चुकी है। अब अगर आप बिना फास्टैग के टोल प्लाजे से गुजरते हैं तो आपको डबल टोल देना होगा।फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक टोल पेमेंट सिस्टम है जिसे 16 फरवरी से पूरे देश के राष्ट्रीय राजमार्गों पर लागू कर दिया गया है।  गाड़ियों पर एक टैग लगाया जाता है जिसमें एक कोड और जब गाड़िया टोल प्लाजा से गुजरती है तो वहां पर लगा सेंसर उसको स्कैन कर लेता है। बिना देर किये गाड़ियां आगे बढ़ जाती हैं।