मुंबई: पुलिस अफसर सचिन वाझे को कोर्ट ने 25 मार्च तक NIA कस्टडी में भेजा

इंडस्ट्रलिस्ट  मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली जिलेटिन लदी स्कॉर्पियो मामले में पुलिस अफसर सचिन वाझे को कोर्ट ने 25 मार्च तक एनआईए की कस्टडी में भेज दिया है।

मुंबई: पुलिस अफसर सचिन वाझे को कोर्ट ने 25 मार्च तक NIA कस्टडी में भेजा

मुंबई। NIA ने इंडस्ट्रलिस्ट  मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली जिलेटिन लदी स्कॉर्पियो मिलने की जांच मामले में पुलिस अफसर सचिन वाझे को रविवार को कोर्ट में पेश किया। जांच एजेंसी ने पूछताछ के लिए वाझे की कस्टडी मांगी। कोर्ट ने वाझे को 25 मार्च तक एनआईए की कस्टडी में भेज दिया है।

घंटो पूछताछ के बाद शनिवार रात हुई थी अरेस्टिंग

वाझे को लोकल हॉस्पीटल में मेडिकल जांच कराने के बाद साउथ मुंबई में स्थित एक कोर्ट में लाया गया। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने 25 फरवरी को कार्मिकल रोड के निकट मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से लदी कार खड़ी करने में कथित संलिप्तता के लिये शनिवार रात वाझे को अरेस्ट किया था।साउथ मुंबई के कंबाला हिल स्थित एनआईए ऑफिस ने वाझे को शनिवार दिन साढ़े 11 बजे अपना बयान दर्ज कराने के लिए समन जारी किया था। एनआईए अफसरों  12 घंटे की पूछताछ के बाद वाझे को आइपीसी की सेक्शन और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के तहत अरेस्ट कर लिया।

फ्लैश बैक
साउथ मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के पास 25 फरवरी को स्कॉर्पियो खड़ी मिली थी।इसमें जिलेटिन की कुछ छड़ें और एक धमकी भरा पत्र मिला था। इस घटना के एक सप्ताह बाद ही स्कार्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मुंबई पुलिस के एपीआइ सचिन वझे ही वह स्कार्पियो चार महीने से चला रहे थे। गाड़ी  मुकेश अंबानी के घर के निकट पाये जाने के बाद भी वह लगातार मनसुख हिरेन के संपर्क में थे। इसलिए मनसुख की फैमिली उनकी मर्डर का शक सचिन वझे पर जता रहा है। महाराष्ट्र एटीएस हिरन की मौत के मामले की जांच कर रहा है। हिरन की बॉडी मिलने के कुछ दिन बाद एटीएस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

अग्रिम जमानत हो चुकी है खारिज

विपक्ष लगातार वाझे की गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। इसे देखते हुए सचिन वाझे ने शुक्रवार को ठाणे की एक कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी। कोर्ट  ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी थी कि याचिकाकर्ता के खिलाफ पहली नजर में पर्याप्त सुबूत दिख रहे हैं। इसलिए उसे हिरासत लेकर पूछताछ करने की जरूरत है।वाझे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट हैं।