Kolkata Gangrape Case : लॉ स्टूडेंट के साथ गैंगरेप मामले में कॉलेज का सिक्योरिटी गार्ड अरेस्ट

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के कस्बा एरिया में लॉ कॉलेज में लॉ स्टूडेंट से हुए गैंगरेप के मामले में तीन आरोपियों की पहले ही अरेस्टिंग हो चुकी है। अब इस मामले में चौथे आरोपी की भी गिरफ्तारी हो गयी है। पीड़िता के साथ 25 जून को लगभग शाम 7.30 बजे के गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था। इस मामले में पीड़िता के बयान पर FIR दर्ज कर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।

Kolkata Gangrape Case : लॉ स्टूडेंट के साथ गैंगरेप मामले में कॉलेज का सिक्योरिटी गार्ड अरेस्ट
साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज (फाइल फोटो)।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के कस्बा एरिया में लॉ कॉलेज में लॉ स्टूडेंट से हुए गैंगरेप के मामले में तीन आरोपियों की पहले ही अरेस्टिंग हो चुकी है। अब इस मामले में चौथे आरोपी की भी गिरफ्तारी हो गयी है। पीड़िता के साथ 25 जून को लगभग शाम 7.30 बजे के गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था। इस मामले में पीड़िता के बयान पर FIR दर्ज कर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
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सिक्योरिटी गार्ड गिरफ्तार
अब पुलिस ने चौथे आरोपी कॉलेज के सिक्योरिटी गार्ड को भी गिरफ्तार किया है। गैंगरेप की घटना के मामले में अब तक ये चौथी गिरफ्तारी है।  पीड़िता ने पुलिस को बताया कि बुधवार शाम कॉलेज में एक छात्र संगठन की बैठक के बाद वो बाहर निकल रही थी, तभी आरोपियों ने उसे खींचकर गार्डरूम में ले गये। इसके बाद एक आरोपी ने उसके साथ बलात्कार किया और दो अन्य ने उसकी मदद की।पीड़िता ने बताया कि घटना के दौरान वो बार-बार छोड़ने की मिन्नतें कर रही थी और आरोपी के पैर भी पकड़ रही थी, लेकिन आरोपी रुका नहीं और घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।
आरोपियों में मोनोजीत मिश्रा (31), जैब अहमद (19) और प्रमित मुखर्जी (20) शामिल हैं। मोनोजीत मुख्य आरोपी है और कॉलेज का पूर्व छात्र है। पीड़िता की कंपलेन के अनुसार,दो अन्य सह आरोपी जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी है। पीड़ित छात्रा कोलकाता लॉ कॉलेज में पढ़ रही है। पुलिस के अनुसार, दो आरोपी मोनोजित मिश्रा और जैब अहमद को 26 जून को शाम 7:20 और 7:35 बजे के बीच सिद्धार्थ शंकर राय शिशु उद्यान के पास से पकड़ा गया। दोनों के मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद किये। तीसरे आरोपी प्रमित मुखर्जी को 27 जून की रात 12:30 बजे उसके घर से अरेस्ट किया गया। उसका मोबाइल फोन भी जब्त किया गया।
राष्ट्रीय महिला आयोगका पुलिस पर आरोप
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य अर्चना मजूमदार ने इस मामले को लेकर कोलकाता पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मैं कोलकाता में ही हूं। लगातार पुलिस से संपर्क करने की कोशिश कर रही हूं, लेकिन अभी तक हमें कोई जानकारी नहीं दी गयी है। मैंने साउथ कोलकाता की एसपी को मैसेज किया, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया। शायद वह बहुत व्यस्त हो। अर्चना मजूमदार ने कहा कि आयोग पीड़िता की लोकेशन और उसका पता जानना चाहता है, लेकिन आयोग को यह जानकारी नहीं दी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीड़िता को कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया था, लेकिन वहां मेडिकल जांच नहीं करायी गयी।
NCW मेंबर ने किया आरजी कर केस का जिक्र
NCW सदस्य ने कहा कि उन्हें कहा गया कि पीड़िता को कोलकाता मेडिकल कॉलेज ले जाया जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब कहा जा रहा है कि आज पीड़िता को NRS मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया जायेगा, लेकिन वह भी संदिग्ध है। ऐसा प्रतीत होता है कि जानबूझकर मेडिकल जांच में देरी की जा रही है। अर्चना मजूमदार ने कहा कि मुझे डर है कि इस मामले में भी वैसा न हो जैसा आरजी कर मेडिकल कॉलेज केस में हुआ था। हम पीड़िता के हित में काम कर रहे हैं।