झारखंड: चुनाव आयोग का निर्णय बताएं या झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाएं, गवर्नर के खिलाफ खोला मोर्चा

झारखंड में पिछले कई दिनों से जारी सियासी ड्रामा रविवार शाम पीक पर पहुंच गया। चार दिनों की प्रतीक्षा के बाद सत्तापक्ष का धैर्य जवाब दे गया। झामुमो और कांग्रेस ने अब राजभवन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रेस वार्ता कर दो टूक कह दिया है कि राज्यपाल रमेश बैस अपना निर्णय बताएं या झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगा दें।

झारखंड: चुनाव आयोग का निर्णय बताएं या झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाएं, गवर्नर के खिलाफ खोला मोर्चा
रांची। झारखंड में पिछले कई दिनों से जारी सियासी ड्रामा रविवार शाम पीक पर पहुंच गया। चार दिनों की प्रतीक्षा के बाद सत्तापक्ष का धैर्य जवाब दे गया। झामुमो और कांग्रेस ने अब राजभवन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रेस वार्ता कर दो टूक कह दिया है कि राज्यपाल रमेश बैस अपना निर्णय बताएं या झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगा दें।
मुख्यमंत्री आवास में रविवार शाम बैठक के बाद सत्ताधारी दलों ने मीडिया से बात की। इसमें राजभवन पर जमकर निशाना साधा गया। झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, हम पूर्ण बहुमत में हैं, हमारे पास 50 से अधिक विधायक हैं। राज्यपाल प्रदेश की जनता को संशय में नहीं रखें। चुनाव आयोग का जो फैसला आया है उसे बताएं। अगर उनकी इच्छा है तो धारा-356 का उपयोग करें।
बीजेपी को नहीं पच रहे सीएम हेमंत सोरेन : बन्ना गुप्ता
 बन्ना गुप्ता ने कहा कि भाजपा को झामुमो कांग्रेस का शासन नहीं पच रहा है। राज्यपाल रमेश बैस का जो निर्णय करना है, वे करें। राज्यपाल प्रकरण का पटाक्षेप करें। नाटक, नौटंकी और टवीट से सरकार नहीं गिरती है। ईडी लगातार छापेमारी करती है, लेकिन अधिकृत तौर पर कुछ नहीं बताती। बतौर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा को नहीं पच रहे हैं।
 बीजेपी कर रही है चुनी हुई सरकार गिराने की साजिश : चंपई सोरेन
मिनिस्टाार चंपाई सोरेन ने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार राज्य की जनता और लोकतंत्र का अपमान कर रही है। बीजेपी ने ेएमएलए को खरीदने की कोशिश की। दिल्ली में सरकार को अस्थिर करने का प्रयास हुआ। महाराष्ट्र का उदाहरण सबके सामने है। राजभवन भ्रम की स्थिति पैदा कर रहा है। इससे सरकार का काम और जनहित प्रभावित हो रहा है। बीजेपी राज्य को अराजक स्थिति की ओर धकेलना चाहती है। यह चुनी हुई सरकार और जनता का अपमान है। हेमंत सोरेन सीएम के तौर पर बीजेपी को नहीं पच रहे हैं।
प्रेस कांफ्रेंस में तीनों नेताओं के अलावा झामुमो विधायक डा. सरफराज अहमद, लोबिन हेम्ब्रम, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, दीपिका पांडेय सिंह आदि उपस्थित थे।