झारखंड: रांची में ATM में कैश डालने वाली एजेंसी का स्टाफ 1.72 करोड़ लेकर फरार, ब्रांच मैनेजर सहित तीन पर FIR

झारखंड की राजधानी रांची में कैश डालने वाली एजेंसी सीएमएस का स्टाफ एक करोड़ 72 लाख 77 हजार से अधिक की रकम लेकर फरार हो गये। आरोपी ने इस वारदात को 11 से 13 जुलाई के बीच अंजाम दिया है। 

झारखंड: रांची में ATM में कैश डालने वाली एजेंसी का स्टाफ 1.72 करोड़ लेकर फरार, ब्रांच मैनेजर सहित तीन पर FIR
  • ऑडिट रिपोर्ट से हुआ गड़बड़ी का खुलासा 
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में कैश डालने वाली एजेंसी सीएमएस का स्टाफ एक करोड़ 72 लाख 77 हजार से अधिक की रकम लेकर फरार हो गये। आरोपी ने इस वारदात को 11 से 13 जुलाई के बीच अंजाम दिया है। 
सीएमएस कंपनी की तीन दिन की ऑडिट रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। इस संबंध में सीएमएस इंफो सिस्टम लिमिटेड कंपनी के रीजनल ऑपरेशन मैनेजर इंद्रनील सेन ने कस्टोडियन अमित कुमार मांझी, सुभाष चेल और ब्रांच मैनेजर अभिजीत कुमार पांडेय के खिलाफ पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज करायी है। आरोप लगाया गया है कि ब्रांच मैनेजर की मिलीभगत से दोनों आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी भी की। मगर सभी फरार मिले। 
रीजनल मैनेजर ने बताया कि कंपनी सरकारी एवं गैर सरकारी बैंको से राशि प्राप्त कर विभिन्न एटीएम में डालने का काम करती है। रांची के 36 एटीएम में अमित कुमार मांझी और सुभाष चेल को राशि डालने के लिए कस्टोडियन बनाया गया था। इन दोनों ने बैंक से पैसे भी उठाए। मगर पैसे एटीएम में डाले ही नहीं। जब दोनों पिछले 14 जुलाई को ऑफिस नहीं पहुंचे तब कंपनी ने 11 से 13 जुलाई तक की ऑडिट की। 15 जुलाई तक ऑडिट का काम चला। अब तक 25 एटीएम का ऑडिट किया गया। इसमें एक करोड़ 72 लाख 77 हजार 900 रुपए का हिसाब नहीं मिला। इससे स्पष्ट है कि दोनों आरोपी यह राशि लेकर भाग निकले हैं। वहीं शेष 11 एटीएम का ऑडिट किया जा रहा है। आशंका है कि यह आंकड़ा और बढ़ेगा। आवेदन में यह भी आरोप लगाया गया है कि इन दोनों ने ब्रांच मैनेजर की मिलीभगत से वारदात को अंजाम दिया है। 
 
पहले अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ था सनहा
 
रीजनल ऑपरेशन मैनेजर ने बताया कि आरोपी अमित व सूरज बीते 14 जुलाई को अरगोड़ा स्थित कंपनी ऑफिस नहीं पहुंचे थे। जब दोनों से संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ आने लगा। दोनों आरोपियों के घर भी कंपनी के लोग गए। घर वालों को भी उनके बारे में कुछ पता नहीं चला। इसके बाद कंपनी की ओर से दोनों कस्टोडियन के खिलाफ अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में सनहा दर्ज कराया गया।