Jharkhand: हेमंत सोरेन की बढ़ेगी परेशानी, जल्द खुलेगा वॉट्सएप चैट का राज!

झारखंड की राजधानी रांची के जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने शुक्रवार को रिमांड पर बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद व एक्स सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ की। इस दौरान हेमंत सोरेन के करीबी आर्किटेक्ट विनोद सिंह से भी ईडी ने दिनभर पूछताछ की। बिनोद सिंह से ईडी ने एक्स सीएम के साथ किये गये वॉट्सएप चैट का सत्यापन कराया और उसकी जानकारी ली।

Jharkhand: हेमंत सोरेन की बढ़ेगी परेशानी, जल्द खुलेगा वॉट्सएप चैट का राज!
हेमंत सोरेन- विनोद सिंह (फाइल फोटो)।
  • एक्स CM के करीबी बिनोद सिंह ने ED के सामने किए साइन
  • हेमंत सोरेन व तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक से ED ने की पूछताछ
  • एक्स सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू भी पहुंचे

रांची। झारखंड की राजधानी रांची के जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने शुक्रवार को रिमांड पर बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद व एक्स सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ की। इस दौरान हेमंत सोरेन के करीबी आर्किटेक्ट विनोद सिंह से भी ईडी ने दिनभर पूछताछ की। 
बिनोद सिंह से ईडी ने एक्स सीएम के साथ किये गये वॉट्सएप चैट का सत्यापन कराया और उसकी जानकारी ली।

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उक्त चैट के कागजात पर साइन भी ईडी अफसरों ने लिया। ईडी ने विनोद सिंह के ठिकाने से तीन जनवरी के रेड में बरामद 25 लाख रुपये का हिसाब भी लिया है। बताया जाता है कि रुपयों के स्रोत को लेकर दिये गये विनोद सिंह के तर्क से ईडी के अफसर संतुष्ट नहीं हैं।ईडी को अब तक की पूछताछ में बरियातू की 8.5 एकड़ जमीन के संबंध में काफी जानकारी मिली है। बड़गाईं का तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद जालसाजों के साथ मिलकर जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ करता था। भानु प्रताप प्रसाद को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मदद करने वालों पर ईडी की नजर है। ईडी उससे हेमंत सोरेन व उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम पर अर्जित चल-अचल संपत्ति की भी जानकारी ले रही है। 
ईडी को व्हाट्सऐप चैट से मिले हैं संपत्तियों के कई सुराग
ईडी को आर्किटेक्ट विनोद सिंह के मोबाइल फोन की चैटिंग से कई नई संपत्तियों की भी जानकारी मिली है। ईडी इन संपत्तियों की खरीद व निवेश के सभी पहलुओं पर जानकारी जुटा रही है। एजेंसी ने विनोद सिंह व उनके आश्रितों के पूरा विवरण का हलफनामा भी लिया था। वहीं बैंक अकाउंट के ट्रांजेक्शन की डिटेल्स भी ईडी ने जुटाये हैं।

मोबाइल का डेटा निकालने के लिए पिंटू को बुलाया
एक्स सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार रहे अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू भी शुक्रवार की दोपहर ईडी ऑफिस पहुंचे। जानकारी मिली है कि ईडी ने उनसे उनके मोबाइल का डेटा निकालने के लिए बुलाया था। उनसे पूछताछ नहीं हुई है। जांच में सहयोग करने व मोबाइल का डेटा निकालने के लिए ईडी ने उन्हें अपने ऑफिस में बुलाया था।

तीन जनवरी को जब्त किये गये थे पिंटू के मोबाइल और लैपटॉप
ईडी ने पिछले तीन जनवरी को रांची में तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन  के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू के यहां इलिगल माइनिंग से जुड़े केस व गवाहों को प्रभावित करने से जुड़े मामले में रेड की थी। ईडी ने तब अभिषेक प्रसाद के सभी मोबाइल फोन व लैपटॉप जब्त किये थे। ईडी ने शुक्रवार को इन सारे तकनीकी डिवाइस का डाटा लिया और उसकी क्लोनिंग की। अब आगे इस डाटा के आधार पर जांच पड़ताल की जायेगी।

रांची जमीन घोटाले में पूछताछ के लिए ईडी ने विनोद सिंह को किया था तलब

रांची जमीन घोटाले में पूछताछ के लिए ईडी ने विनोद सिंह को नौ फरवरी को दिन के 11 बजे हाजिर होने का समन भेजा था। विनोद सिंह के आने के बाद ईडी के अफसरों ने सीएम रहते हुए हेमंत सोरेन के साथ किये गये चैट पर दिनभर सवाल पूछे। ईडी के अफसरों को स्टेट के कई आईपीएस और आईएएस अफसरों के साथ भी बातचीत के चैट विनोद के मोबाइल से मिले थे। ईडी ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में उगाही से जुड़े सवाल भी पूछे।चैट में आईएएस से लेकर जेल अफसरों के ट्रांसफर के लिए पैसे उगाही का जिक्र था। ईडी नेपूर्व में पीएमएलए कोर्ट को दिए रिमांड पिटीशन में आर्किटेक्ट विनोद सिंह के व्हाट्सएप चैट का हवाला दिया था। ईडी ने कोर्ट को विनोद सिंह के 539 पन्नों के चैट होने की बात बतायी थी। वहीं विनोद सिंह के पास जेएसएससी एग्जाम में शामिल होनेवाले कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड भी मिलने का दावा किया था। ईडी जेएसएससी पेपर लीक में विनोद सिंह के पास एडमिट कार्ड के मिलनेको काफी गंभीर मान रही है।