Jharkhand : दिशोम गुरु शिबू सोरेन को नेमरा में दी जा रही है भावपूर्ण श्रद्धांजलि

झारखंड के नेमरा में दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी जा रही है। हजारों लोग उनके जीवन और योगदान को याद करने पहुंचे, माहौल भावुक रहा।

Jharkhand : दिशोम गुरु शिबू सोरेन को नेमरा में दी जा रही है भावपूर्ण श्रद्धांजलि
सीएम हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस लीडर व मंत्री।
  • आंगन यादों से भीग गया…

रामगढ़। झारखंड के रामगढ़ जिले के गोला ब्लॉ़क स्थित नेमरा गांव में विगत नौ दिनों से जन सलैलाब उमड़ रहा है। आम हो या खास सभी दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं।  
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CM हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नमेरा के आंगन में कदम रखते ही सबकी आंखों में नमी और दिल में गुरुजी की स्मृतियां उमड़ पड़ीं। नेमरा पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी के. राजू, कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, मंत्री इरफान अंसारी, दीपिका पाण्डेय, शिल्पी नेहा तिर्की, ममता देवी की दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तस्वीर के सामने सिर झुकाते वक्त न सिर्फ शब्द, बल्कि सांसें भी भारी हो गयी। किसी ने चुपचाप दीप जलाया, तो किसी ने हाथ जोड़ कर पूरी श्रद्धा समेट दी। मौन में भी एक आवाज थी, गुरुजी, आप हमेशा हमारे साथ हैं।


कुछ देर बाद, झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस संजय प्रसाद भी पहुंचे। न्याय की गूंज वाले उस स्वर में आज संवेदना का कंपन था। उन्होंने चुपचाप CM हेमंत सोरेन का हाथ थामा, मानो कह रहे हों, “दुख भारी है, पर आप अकेले नहीं हैं।”

रामगढ़ स्थित पैतृक गांव में फिल्म निर्माता/ निर्देशक श्री प्रकाश झा ने मुलाकात कर दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सीएम हेमंत को सांत्वाना दिया। 

दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के लिए सैकड़ों की संख्या में कुड़मालि भाखी चारि आखड़ा के सदस्यों ने प्रार्थना की और अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम हमंत ने नेमरा में दिशोम गुरुजी को श्रद्धांजलि अर्पित करने आये अपने लोगों से मुलाकात करने के साथ-साथ सरकारी कामकाज पूरा किया। नेमरा के आंगन में आज हवा भी धीमे चल रही थी, मिट्टी में गुरुजी के कदमों के निशान थे और दीवारों पर उनकी मुस्कान की छाया। यहां हर पत्ता, हर फूल, हर पत्थर कह रहा था, “जाने वाले जाते हैं, पर छोड़ जाते हैं अपनी यादें।”