झारखंड: हफीजुल हसन ने ली मिनिस्टर पोस्ट की शपथ, हेमंत सोरेन कैबिनेट का विस्तार

झारखंड की हेमंत सोरेन कैबिनेट का शुक्रवार दूसरी बार विस्ताकर हुआ। हफीजुल हसन ने सरकार में नये कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में शपथ ली। हफीजुल हसन ने उर्दू में पद और गोपनीयता की शपथ ली।गवर्नर द्रौपदी मुर्मू ने दोपहर 12 बजे राजभवन में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

झारखंड: हफीजुल हसन ने ली मिनिस्टर पोस्ट की शपथ, हेमंत सोरेन कैबिनेट का विस्तार
  • हफीजुल हसन ने उर्दू में पद और गोपनीयता की शपथ ली

रांची। झारखंड की हेमंत सोरेन कैबिनेट का शुक्रवार दूसरी बार विस्ताकर हुआ। हफीजुल हसन ने सरकार में नये कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में शपथ ली। हफीजुल हसन ने उर्दू में पद और गोपनीयता की शपथ ली।गवर्नर द्रौपदी मुर्मू ने दोपहर 12 बजे राजभवन में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

शपथ ग्रहण समारोह में सीएम हेमंत सोरेन और झामुमो अध्य क्ष शिबू सोरेन समेत अन्य मिनिस्टर मौजूद थे। हफीजुल हसन अंसारी दिवंगत मंत्री हाफिज हुसैन अंसारी के बेटे हैं। हफीजुल के मंत्री बनने के साथ ही झारखंड कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या  10 हो गई है। हफीजुल हसन विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। झामुमो उन्हें मधुपुर विधानसभा उपचुनाव में कैंडिडेट बनायेगा।

हफीजुल हसन अंसारी का परिचय

मधुपुर के रहने वाले हफीजुल अंसारी अंसारी जेएमएम की राजनीति करते हैं। अभी वे झारखंड विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। बगैर विधायक बने छह महीने तक मंत्री पद पर बने रह सकते हैं। उन्हें जेएमएम कोटे से मंत्री बनाया गया है। झारखंड के कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी की मृत्यु के बाद मंत्रिमंडल में झामुमो कोटे का एक मंत्री पद खाली हो गया था। उसी स्थान पर हफीजुल को मंत्री बनाया गया है।

नौकरी छोड़कर पॉलिटिक्स में आये हफीजुल हसन अंसारी

हफीजुल हसन अंसारी राज्य के मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से आते हैं। वह नौकरी छोड़कर झामुमो की राजनीति में आये हैं। श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्कूल मधुपुर से हफीजुल ने मैट्रिक तक पढ़ाई की। इसके बाद हायर एजुकेशन के लिए वह पटना चले गये। बीआईटी सिंदरी से बीटेक इंजीनियरिंग की डिग्री लेन के बाद कुछ दिनों तक झारखंड राज्य खनिज निगम में सर्वेयर के रूप में नौकरी भी की। अपने पिता जेएमएम के हाजी हुसैन अंसारी के साथ वर्ष 1995 से साया की तरह जेएमएम की जनीति में सक्रिय रहे हैं। मधुपुर विधानसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा का संगठन और चुनाव प्रचार प्रसार का वर्षों से जिम्मा हफीजुल अंसारी के हाथ में रहा है।

हाजी हुसैन अंसारी के पुत्र 
हफीजुल अंसारी की सबसे बड़ी योग्यता और परिचय झामुमो के कद्दावर नेता हाजी हुसैन अंसारी का पुत्र होना है। हाजी हुसैन अंसारी मधुपुर से एमएलए व झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री थे। दो महीने पहले कोरोना से उनका निधन हो गया। उनके निधन के बाद हेमंत मंत्रिमंडल में एक पद खाली हो गया था
चार भाईयों में बड़े सबसे बड़े

हफीजुल हसन अंसारी चार भाई हैं। जिसमें वह सबसे बड़े हैं। दूसरा भाई का नाम तनवीरुल हसन है जिनका मधुपुर में बाइक का शोरूम है। तीसरा भाई शब्बीर अंसारी रांची में इंजीनियर हैं। चौथा भाई एकरामूल हसन झारखंड विधानसभा में कार्यरत है।

पिता की सीट से एमएलए बनने की चुनौती

पिता के स्थान पर हफीजुल स्टेट में मिनिस्टर बन गये हैं। अब उनके सामने मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने की चुनौती है। बगैर विधायक बने कोई भी छह महीने तक ही मंत्री रह सकता है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के साथ झारखंड के मधुपुर विधानसभा का उपचुनाव होना है। उपचुनाव में झामुमो की ओर से हफीजुल ही कैंडिडेट होंगे।